महाकुंभ 2025 : एआई तकनीक का बढ़ेगा इस्तेमाल, भीड़ बढ़ते ही बजने लगेगा सायरन
2013 में कुंभ के मौनी अमावस्या स्नान पर जंक्शन पर भगदड़ से कई लोगों की जान चली गई थी। घटना की वजह एक ही स्थान पर ज्यादा भीड़ सामने आई थी। महाकुंभ-2025 को लेकर रेलवे विशेष तैयारी कर रहा है। प्रयागराज जंक्शन पर एआई आधारित कैमरे लगाए जाएंगे।

विस्तार
प्रयागराज में अगले साल लगने वाले महाकुंभ मेले में रेलवे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई ) तकनीक का ज्यादा प्रयोग करेगा।अगर जंक्शन के किसी क्षेत्र में क्षमता से ज्यादा भीड़ होती है तो सायरन बजना शुरू हो जाएगा। इससे वहां समय रहते भीड़ हटाने का प्रबंधन किया जा सकेगा। उत्तर मध्य रेलवे के प्रयागराज मंडल में यह प्रयोग पहली बार प्रयागराज और कानपुर सेंट्रल पर होगा।

2013 में कुंभ के मौनी अमावस्या स्नान पर जंक्शन पर भगदड़ से कई लोगों की जान चली गई थी। घटना की वजह एक ही स्थान पर ज्यादा भीड़ सामने आई थी। महाकुंभ-2025 को लेकर रेलवे विशेष तैयारी कर रहा है। प्रयागराज जंक्शन पर एआई आधारित कैमरे लगाए जाएंगे। किसी स्थान पर क्षमता से ज्यादा भीड़ होने पर सायरन बजने लगेगा। साथ ही भीड़ वाले स्थान का मैसेज भी तत्काल अफसरों तक पहुंच जाएगा। प्रयागराज जंक्शन पर 380 और कानपुर सेंट्रल में 400 सीसीटीवी कैमरे इस तकनीक से लैस किए जाएंगे। प्रयागराज छिवकी में भी इस तकनीक का प्रयोग किया जा सकता है।
प्रयागराज जंक्शन पर लगेंगे चेहरे पहचानने वाले कैमरे
महाकुंभ को लेकर प्रयागराज जंक्शन के साथ ही नैनी, सूबेदारगंज, प्रयागराज छिवकी, प्रयागराज रामबाग, प्रयागराज संगम एवं प्रयाग जंक्शन, झूंसी, फाफामऊ स्टेशन पर चेहरे पहचानने वाले कैमरे (फेशियल रिकग्निशन कैमरे) लगाए जाएंगे। इनको संबंधित स्टेशनों के आरपीएफ कंट्रोल रूम के अलावा जीआरपी व पुलिस कंट्रोल से भी जोड़ा जाएगा। दरअसल, तमाम संदिग्धों की फोटो पुलिस व खूफिया विभाग के पास रहती है। ऐसे में वह व्यक्ति स्टेशनों पर लगे एफआरएस के कैमरे में नजर आएगा तो कंट्रोल रूम में अलर्ट मैसेज आ जाएगा।
पहली बार प्रयागराज व कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरे में एआई तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। महाकुंभ के पूर्व इसका प्रयोग देखने को मिलेगा। - हिमांशु शुक्ला, सीनियर डीसीएम, प्रयागराज मंडल