UPPSC : कॉपियों के ऑनलाइन मूल्यांकन से गलतियों पर लगेगा अंकुश, स्क्रूटनी की जटिल प्रक्रिया से राहत की उम्मीद
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग परंपरागत प्रश्नपत्रों की उत्तर पुस्तिकाओं की भी ऑनलाइन मूल्यांकन प्रक्रिया को अंतिम रूप देने में जुटा है। आयोग के विशेषज्ञों ने हरियाणा लोक सेवा आयोग में लागू इस व्यवस्था का अध्ययन किया है।
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उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग परंपरागत प्रश्नपत्रों की उत्तर पुस्तिकाओं की भी ऑनलाइन मूल्यांकन प्रक्रिया को अंतिम रूप देने में जुटा है। आयोग के विशेषज्ञों ने हरियाणा लोक सेवा आयोग में लागू इस व्यवस्था का अध्ययन किया है। कोई बाधा नहीं आई तो पीसीएस-2025 मुख्य परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन ऑनलाइन ही किया जाएगा। इससे प्रक्रिया जल्दी पूरी होने के साथ गलतियों पर भी अंकुश लगने की बात कही जा रही है।
आयोग के सूत्रों के अनुसार, इस व्यवस्था के तहत उत्तर पुस्तिकाओं के हर पन्ने को स्कैन किया जाएगा। इसके बाद कोडिंग करके मूल्यांकन के लिए परीक्षक के पास भेजा जाएगा। मूल्यांकन के बाद आयोग को रिजल्ट मिल जाएगा। यह पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन पूरी की जाएगी। पीसीएस-2025 मुख्य परीक्षा के लिए आवेदन लिए जा रहे हैं। मुख्य परीक्षा भी जनवरी-फरवरी में संभावित है। आयोग के अफसर के अनुसार, पीसीएस-2025 मुख्य परीक्षा से ही विस्तृत उत्तरीय उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन ऑनलाइन माध्यम से कराने की योजना है। इससे मूल्यांकन में गलतियों या चूक होने की आशंकाएं कम हो जाएंगी और पारदर्शिता बढ़ेगी।
स्क्रूटनी में चूक के कारण पीसीएस-जे समेत कई भर्तियों के बदलने पड़े परिणाम
स्क्रूटनी में गड़बड़ी और कोडिंग में चूक होने वजह से आयोग को पीसीएस-जे मुख्य परीक्षा-2022 का परिणाम बदलना पड़ा था। पीसीएस-2015 मुख्य परीक्षा में भी एक महिला अभ्यर्थी के न्यायालय में जाने के बाद आयोग को रिजल्ट संशोधित करना पड़ा था। स्क्रूटनी में चूक या अन्य वजहों से आयोग को कई अन्य भर्तियों के परिणाम भी संशोधित करने पड़े थे। इसके अलावा स्क्रूटनी की प्रक्रिया भी काफी जटिल है। मुख्य परीक्षा में शामिल हर अभ्यर्थी की उत्तर पुस्तिकाओं की दोबारा जांच की जाती है। इसके तहत अभ्यर्थियों को मिले अंकों की क्राॅस लिस्ट से मिलान की जाती है। इसमें चूक की आशंका के साथ समय भी ज्यादा लगता है। आयोग के अफसर के अनुसार ऑनलाइन मूल्यांकन से इस जटिल प्रक्रिया एवं चूक से राहत मिलेगी।