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Amethi News: प्रशांत वीर को तराशने वाले स्टेडियम में कोच नहीं
संवाद न्यूज एजेंसी, अमेठी
Updated Fri, 19 Dec 2025 12:51 AM IST
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अमेठी। आईपीएल और रणजी स्तर तक पहुंचकर अमेठी का नाम रोशन करने वाले गूजीपुर निवासी क्रिकेटर प्रशांतवीर की सफलता के बाद जिले में क्रिकेट के प्रति उत्साह तो बढ़ा है, लेकिन शहर स्थित डाॅ. भीमराव आंबेडकर स्टेडियम में वर्ष 2018 से अब तक क्रिकेट कोच की तैनाती न होना खिलाड़ियों के लिए समस्या बना है।
प्रशांत वीर को बचपन में इसी स्टेडियम में क्रिकेट के गुर सिखाने वाले कोच मो. गालिब वर्ष 2018 में प्रयागराज चले गए, जहां वह वर्तमान में एक सरकारी स्कूल में शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं। उनके जाने के बाद से अब तक स्टेडियम में स्थायी क्रिकेट कोच नियुक्त नहीं किया गया है। इसका सीधा असर यहां नियमित अभ्यास करने वाले युवा खिलाड़ियों पर पड़ रहा है। खिलाड़ियों का कहना है कि प्रशांतवीर जैसे खिलाड़ी इसी स्टेडियम से निकलकर राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचे हैं, लेकिन आज के युवा बिना प्रशिक्षक के अभ्यास करने को मजबूर हैं।
खिलाड़ी सचिन मिश्र ने बताया कि कोच न होने से तकनीकी सुधार नहीं हो पाता। अमन द्विवेदी ने कहा कि जिले में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है, जरूरत सिर्फ सही मार्गदर्शन की है। वहीं नितिन तिवारी और विवेक शुक्ल ने बताया कि कई खिलाड़ी राज्यस्तरीय प्रतियोगिताओं की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन प्रोफेशनल ट्रेनिंग के अभाव में आगे बढ़ना मुश्किल हो रहा है। प्रशांत वीर की उपलब्धि के बाद बड़ी संख्या में युवा स्टेडियम में अभ्यास के लिए पहुंच रहे हैं। खिलाड़ियों ने मांग की है कि जल्द से जल्द यहां प्रशिक्षित क्रिकेट कोच की नियुक्ति की जाए।
उपक्रीड़ाधिकारी मो. मोसर्रफ खां ने बताया कि क्रिकेट कोच की नियुक्ति को लेकर उच्चाधिकारियों को सूचना भेजी गई है। कोच न होने से खिलाड़ियों को प्रशिक्षण में परेशानी हो रही है, लेकिन जल्द समाधान की उम्मीद है।
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प्रशांत वीर को बचपन में इसी स्टेडियम में क्रिकेट के गुर सिखाने वाले कोच मो. गालिब वर्ष 2018 में प्रयागराज चले गए, जहां वह वर्तमान में एक सरकारी स्कूल में शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं। उनके जाने के बाद से अब तक स्टेडियम में स्थायी क्रिकेट कोच नियुक्त नहीं किया गया है। इसका सीधा असर यहां नियमित अभ्यास करने वाले युवा खिलाड़ियों पर पड़ रहा है। खिलाड़ियों का कहना है कि प्रशांतवीर जैसे खिलाड़ी इसी स्टेडियम से निकलकर राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचे हैं, लेकिन आज के युवा बिना प्रशिक्षक के अभ्यास करने को मजबूर हैं।
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खिलाड़ी सचिन मिश्र ने बताया कि कोच न होने से तकनीकी सुधार नहीं हो पाता। अमन द्विवेदी ने कहा कि जिले में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है, जरूरत सिर्फ सही मार्गदर्शन की है। वहीं नितिन तिवारी और विवेक शुक्ल ने बताया कि कई खिलाड़ी राज्यस्तरीय प्रतियोगिताओं की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन प्रोफेशनल ट्रेनिंग के अभाव में आगे बढ़ना मुश्किल हो रहा है। प्रशांत वीर की उपलब्धि के बाद बड़ी संख्या में युवा स्टेडियम में अभ्यास के लिए पहुंच रहे हैं। खिलाड़ियों ने मांग की है कि जल्द से जल्द यहां प्रशिक्षित क्रिकेट कोच की नियुक्ति की जाए।
उपक्रीड़ाधिकारी मो. मोसर्रफ खां ने बताया कि क्रिकेट कोच की नियुक्ति को लेकर उच्चाधिकारियों को सूचना भेजी गई है। कोच न होने से खिलाड़ियों को प्रशिक्षण में परेशानी हो रही है, लेकिन जल्द समाधान की उम्मीद है।
