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ध्वजारोहण समारोह : वेदमंत्रों की गूंज के बीच चार मिनट में फहराएगा धर्मध्वज
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राम मंदिर के शिखर पर लगे इसी ध्वजदंड पर धर्मध्वजा फहराएगी
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अयोध्या। रामनगरी एक बार फिर इतिहास के स्वर्णिम अध्याय को संजोने की तैयारी में है। राम मंदिर परिसर में 25 नवंबर को होने वाले ध्वजारोहण समारोह को लेकर माहौल श्रद्धा, उत्साह और भव्यता से सराबोर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर के 191 फीट ऊंचे शिखर पर ध्वजारोहण करेंगे। वेदमंत्रों की मंगलध्वनि के बीच चार मिनट के भीतर ध्वज शिखर पर स्थापित किया जाएगा, जिसकी हर झलक आध्यात्मिक ऊर्जा का स्पंदन कराएगी।
राम मंदिर में प्रवेश करते ही पीएम मोदी सर्वप्रथम सप्त मंडपम के मंदिरों में दर्शन-पूजन कर समरसता का संदेश देंगे। इसके बाद हाथ हिलाकर मेहमानों का अभिवादन स्वीकार करेंगे। एक मंच से पीएम ध्वजारोहण करेंगे, दूसरे मंच से संबोधन करेंगे। कार्यक्रम के संचालन का जिम्मा श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय संभालेंगे। पीएम के अलावा संघ प्रमुख मोहन भागवत भी मेहमानों को संबोधित करेंगे। स्वचालित प्रणाली से ध्वज नीचे से शिखर तक धीरे-धीरे चढ़ेगा, इस पूरी प्रक्रिया में चार मिनट लगेंगे। इस बीच 21 वैदिक आचार्य निरंतर वेदमंत्रों का पाठ करेंगे, रामधुन भी बजेगी। शिखर पर ध्वज लहराते ही शंखनाद व पुष्पवर्षा होगी।
परिसर में छह हजार मेहमानों के बैठने के लिए सप्त ऋषियों के नाम पर कुल 15 ब्लॉक बनाए गए हैं। परिसर में 200 फीट की विशाल एलईडी स्क्रीन लगाई जा रही है, जिस पर ध्वजारोहण का सीधा प्रसारण होगा। दूर तक खड़े मेहमान भी बिना किसी बाधा के ऐतिहासिक क्षण को देख सकेंगे। समारोह में आने वाले मेहमानों का स्वागत सुचारू रहे, इसके लिए एक हजार से अधिक कार्यकर्ताओं को लोक व्यवहार, अतिथि सत्कार और मार्गदर्शन का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। सभी कार्यकर्ताओं को अनुशासन, मुस्कान और सहज संवाद का मंत्र समझाया गया है ताकि हर अतिथि को ‘रामराज्य’ जैसा अनुभव मिले।
पीएम देखेंगे लाल पत्थरों पर उकेरी गई रामकथा
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ध्वजारोहण के बाद लाल पत्थरों से सज्जित अन्नपूर्णा मंदिर में स्थापित भव्य म्यूरल भी निहारेंगे। मंदिर के स्तंभों पर भी कलाकृतियां उकेरी गई हैं, इसके अलावा राम मंदिर के लोअर प्लिंथ पर भी रामकथा आधारित व रामकथा के संदेशों को दर्शाते कांस्य के म्यूरल स्थापित हैं। पीएम इनकी भव्यता देखेंगे। म्यूरल का स्केच बनाने वाले पद्मश्री वासुदेव कामत व साहित्यकार यतींद्र मिश्र पीएम को इस परिकल्पना के बारे में बताएंगे।
50 क्विंटल लड्डू का महाप्रसाद बंटेगा
- ध्वजारोहण समारोह में आने वाले मेहमानों को प्रसाद वितरित किया जाएगा। राम मंदिर के निर्माण प्रभारी गोपाल राव ने बताया कि मेहमानों के लिए 10 हजार लड्डू के पैकेट तैयार किए जा रहे हैं। इसके अलावा एक किट भी दी जाएगी जिसमें प्रसाद, रामलला का चित्र व अन्य उपहार होंगे। ध्वजारोहण के अगले दिन 26 नवंबर को राम मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं में लड्डू का प्रसाद वितरित किया जाएगा। यह प्रसाद उत्सव की भव्यता और आनंद की अनुभूति को और भी शुभ बनाएगा।
अनुष्ठान में शामिल होंगे 21 यजमान
राम मंदिर में शुक्रवार से शुरू होने जा रहे ध्वजारोहण के अनुष्ठान में कुल 21 यजमान शामिल होंगे। इनमें राम मंदिर के ट्रस्टी डॉ़ अनिल मिश्र, ट्रस्टी कृष्ण मोहन, मंदिर की व्यवस्था से जुड़े डॉ़ चंद्रगोपाल पांडेय सहित अन्य हैं। राम मंदिर के यज्ञ मंडप के अलावा परकोटा के छह व शेषावतार मंदिर में भी नित्य अनुष्ठान होगा। इनमें अलग-अलग यजमान अनुष्ठान करेंगे।
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राम मंदिर में प्रवेश करते ही पीएम मोदी सर्वप्रथम सप्त मंडपम के मंदिरों में दर्शन-पूजन कर समरसता का संदेश देंगे। इसके बाद हाथ हिलाकर मेहमानों का अभिवादन स्वीकार करेंगे। एक मंच से पीएम ध्वजारोहण करेंगे, दूसरे मंच से संबोधन करेंगे। कार्यक्रम के संचालन का जिम्मा श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय संभालेंगे। पीएम के अलावा संघ प्रमुख मोहन भागवत भी मेहमानों को संबोधित करेंगे। स्वचालित प्रणाली से ध्वज नीचे से शिखर तक धीरे-धीरे चढ़ेगा, इस पूरी प्रक्रिया में चार मिनट लगेंगे। इस बीच 21 वैदिक आचार्य निरंतर वेदमंत्रों का पाठ करेंगे, रामधुन भी बजेगी। शिखर पर ध्वज लहराते ही शंखनाद व पुष्पवर्षा होगी।
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परिसर में छह हजार मेहमानों के बैठने के लिए सप्त ऋषियों के नाम पर कुल 15 ब्लॉक बनाए गए हैं। परिसर में 200 फीट की विशाल एलईडी स्क्रीन लगाई जा रही है, जिस पर ध्वजारोहण का सीधा प्रसारण होगा। दूर तक खड़े मेहमान भी बिना किसी बाधा के ऐतिहासिक क्षण को देख सकेंगे। समारोह में आने वाले मेहमानों का स्वागत सुचारू रहे, इसके लिए एक हजार से अधिक कार्यकर्ताओं को लोक व्यवहार, अतिथि सत्कार और मार्गदर्शन का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। सभी कार्यकर्ताओं को अनुशासन, मुस्कान और सहज संवाद का मंत्र समझाया गया है ताकि हर अतिथि को ‘रामराज्य’ जैसा अनुभव मिले।
पीएम देखेंगे लाल पत्थरों पर उकेरी गई रामकथा
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ध्वजारोहण के बाद लाल पत्थरों से सज्जित अन्नपूर्णा मंदिर में स्थापित भव्य म्यूरल भी निहारेंगे। मंदिर के स्तंभों पर भी कलाकृतियां उकेरी गई हैं, इसके अलावा राम मंदिर के लोअर प्लिंथ पर भी रामकथा आधारित व रामकथा के संदेशों को दर्शाते कांस्य के म्यूरल स्थापित हैं। पीएम इनकी भव्यता देखेंगे। म्यूरल का स्केच बनाने वाले पद्मश्री वासुदेव कामत व साहित्यकार यतींद्र मिश्र पीएम को इस परिकल्पना के बारे में बताएंगे।
50 क्विंटल लड्डू का महाप्रसाद बंटेगा
- ध्वजारोहण समारोह में आने वाले मेहमानों को प्रसाद वितरित किया जाएगा। राम मंदिर के निर्माण प्रभारी गोपाल राव ने बताया कि मेहमानों के लिए 10 हजार लड्डू के पैकेट तैयार किए जा रहे हैं। इसके अलावा एक किट भी दी जाएगी जिसमें प्रसाद, रामलला का चित्र व अन्य उपहार होंगे। ध्वजारोहण के अगले दिन 26 नवंबर को राम मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं में लड्डू का प्रसाद वितरित किया जाएगा। यह प्रसाद उत्सव की भव्यता और आनंद की अनुभूति को और भी शुभ बनाएगा।
अनुष्ठान में शामिल होंगे 21 यजमान
राम मंदिर में शुक्रवार से शुरू होने जा रहे ध्वजारोहण के अनुष्ठान में कुल 21 यजमान शामिल होंगे। इनमें राम मंदिर के ट्रस्टी डॉ़ अनिल मिश्र, ट्रस्टी कृष्ण मोहन, मंदिर की व्यवस्था से जुड़े डॉ़ चंद्रगोपाल पांडेय सहित अन्य हैं। राम मंदिर के यज्ञ मंडप के अलावा परकोटा के छह व शेषावतार मंदिर में भी नित्य अनुष्ठान होगा। इनमें अलग-अलग यजमान अनुष्ठान करेंगे।