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एनएचएम के बैंक खाते में निदेशक ने लगाई रोक
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बांदा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) में गड़बड़ झाला के शक में मिशन निदेशक ने बांदा सहित प्रदेश के तीन जनपदों में इस योजना के बैंक खातों पर रोक लगा दी है। हालांकि आदेश में रोक लगाने की वजह स्पष्ट नहीं की गई है।
जब तक जिला लेखा प्रबंधक की ओर से वित्तीय विवरण पूरा दर्ज नहीं किया जाता तब तक खातों से आहरण पर रोक रहेगी। उधर, इसी माह प्रदेश के 75 जिलों को इस योजना में एक अरब 16 करोड़ 23 लाख रुपये आवंटित किए गए हैं। बांदा जनपद को एक करोड़ 80 लाख 81 हजार रुपये मिले हैं। सीएमओ का कहना है कि नए भुगतान पर रोक लगाई गई है।
मिशन निदेशक अपर्णा उपाध्याय ने इसी माह सात मार्च को जारी आदेश में बांदा, शाहजहांपुर और बहराइच में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत संचालित सभी बैंक खातों पर रोक लगाई है।
उधर, इसी माह मिशन में प्रदेश के सभी 75 जनपदों को विभिन्न मदों में कुल एक अरब 16 करोड़ 23 लाख रुपये की आहरण सीमा का आवंटन आदेश जारी हुआ है। आदेश में बांदा जनपद में इस माह कुल उपलब्धता दो करोड़ 75 लाख 18 हजार 690 रुपये बताई गई है। इसके अतिरिक्त एक करोड़ 80 लाख 81 हजार 310 रुपये और आवंटित किए गए हैं। उधर, रोक लग जाने से मिशन के कई कार्य प्रभावित हो सकते हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एके श्रीवास्तव का कहना है कि मिशन निदेशक ने पूर्व में बैंक खातों के आहरण में पूरी तरह रोक लगा दी थी लेकिन अब कुछ मदों में भुगतान की अनुमति दे दी है। इनमें आशा कार्यकर्ताओं की प्रोत्साहन राशि और संविदा आदि कर्मियों का वेतन भुगतान शामिल है।
अलबत्ता नया कोई भुगतान नहीं होगा। उधर, स्वास्थ्य और एनएचएम विभाग के अधिकारी इस बारे में खुलकर कुछ भी बताने को तैयार नहीं हैं। सूत्रों के मुताबिक संविदा कर्मियों के वेतन से ईपीएफ कटौती का पैसा उनके खातों में नहीं भेजने सहित कुछ और गड़बड़ी की शिकायत पर मिशन निदेशक ने यह रोक लगाई है। इस बाबत सीएमओ का कहना है कि डिजिटल सिग्नेचर की समस्या से कुछ ईपीएफ खातों में पैसा नहीं जा पा रहा। कुछ खातों में भेजा जा चुका है।
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जब तक जिला लेखा प्रबंधक की ओर से वित्तीय विवरण पूरा दर्ज नहीं किया जाता तब तक खातों से आहरण पर रोक रहेगी। उधर, इसी माह प्रदेश के 75 जिलों को इस योजना में एक अरब 16 करोड़ 23 लाख रुपये आवंटित किए गए हैं। बांदा जनपद को एक करोड़ 80 लाख 81 हजार रुपये मिले हैं। सीएमओ का कहना है कि नए भुगतान पर रोक लगाई गई है।
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मिशन निदेशक अपर्णा उपाध्याय ने इसी माह सात मार्च को जारी आदेश में बांदा, शाहजहांपुर और बहराइच में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत संचालित सभी बैंक खातों पर रोक लगाई है।
उधर, इसी माह मिशन में प्रदेश के सभी 75 जनपदों को विभिन्न मदों में कुल एक अरब 16 करोड़ 23 लाख रुपये की आहरण सीमा का आवंटन आदेश जारी हुआ है। आदेश में बांदा जनपद में इस माह कुल उपलब्धता दो करोड़ 75 लाख 18 हजार 690 रुपये बताई गई है। इसके अतिरिक्त एक करोड़ 80 लाख 81 हजार 310 रुपये और आवंटित किए गए हैं। उधर, रोक लग जाने से मिशन के कई कार्य प्रभावित हो सकते हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एके श्रीवास्तव का कहना है कि मिशन निदेशक ने पूर्व में बैंक खातों के आहरण में पूरी तरह रोक लगा दी थी लेकिन अब कुछ मदों में भुगतान की अनुमति दे दी है। इनमें आशा कार्यकर्ताओं की प्रोत्साहन राशि और संविदा आदि कर्मियों का वेतन भुगतान शामिल है।
अलबत्ता नया कोई भुगतान नहीं होगा। उधर, स्वास्थ्य और एनएचएम विभाग के अधिकारी इस बारे में खुलकर कुछ भी बताने को तैयार नहीं हैं। सूत्रों के मुताबिक संविदा कर्मियों के वेतन से ईपीएफ कटौती का पैसा उनके खातों में नहीं भेजने सहित कुछ और गड़बड़ी की शिकायत पर मिशन निदेशक ने यह रोक लगाई है। इस बाबत सीएमओ का कहना है कि डिजिटल सिग्नेचर की समस्या से कुछ ईपीएफ खातों में पैसा नहीं जा पा रहा। कुछ खातों में भेजा जा चुका है।