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Barabanki News: राम रसामृत सागर पर आधारित रामलीला 20 सितंबर से
संवाद न्यूज एजेंसी, बाराबंकी
Updated Sun, 14 Sep 2025 01:37 AM IST
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महैदरगढ़। कस्बा हैदरगढ़ में 137 साल से मामा-भांजे द्वारा रचित राम रसामृत सागर नाटक पर आधारित रामलीला का मंचन 20 सितंबर से होगा। जमींदार लाला प्रभुदयाल के प्रयास से शुरुआत में कई संभ्रांत लोगों के जीवंत अभिनय ने रामलीला को क्षेत्र के साथ सीमावर्ती जिलों तक इसे लोकप्रिय बना दिया था। अब युवाओं के रुचि नहीं लेने व व्यस्तता के कारण बीते दो साल से बाहर के कलाकारों को बुलाकर इसका मंचन किया जा रहा है।
कस्बा के मोहल्ला कोठी में 20 सितंबर से रामलीला का मंचन शुरू होगा। रामलीला कमेटी के अध्यक्ष पुरुषोत्तम नारायण अग्रवाल बताते हैं कि इनके बाबा लाला हजारी लाल व लाला रामजी मल द्वारा लिखे गए राम रसामृत सागर नाटक पर 137 साल पहले खुले मैदान में रामलीला का मंचन शुरू हुआ था।
वृंदावन से कालाकारों के कपड़े, मुकुट आदि सामान लाया गया था। बाद में जमीनदार लाला प्रभुदयाल के प्रयास से रामलीला का मंचन रामलीला कोठी में शुरू हुआ। आज भी प्रत्येक वर्ष हजारों रुपये के कपड़े व सामान वृंदावन से मंगाया जाता है।
वर्ष 1913 में लखनऊ के नवल किशोर प्रेस से राम रसामृत सागर नाटक की प्रतियां छपवाकर बांटी गई थी। सौ साल पूरा होने पर 2013 में पांच सौ प्रतियां कमेटी द्वारा निशुल्क बंटवाई गई थी। रामलीला की शुरुआत में लाला हजारी लाल ने स्वयं रावण का अभिनय किया और बीते तीन दशक से इनके पौत्र शिव नारायण अग्रवाल पप्पू रावण का अभिनय कर रहे हैं।
रामलीला कमेटी के कार्यकर्ता गणेश अग्रवाल ने बताया इस बार चित्रकूट की रामलीला कमेटी के कलाकारों द्वारा मंचन किया जाएगा।

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कस्बा के मोहल्ला कोठी में 20 सितंबर से रामलीला का मंचन शुरू होगा। रामलीला कमेटी के अध्यक्ष पुरुषोत्तम नारायण अग्रवाल बताते हैं कि इनके बाबा लाला हजारी लाल व लाला रामजी मल द्वारा लिखे गए राम रसामृत सागर नाटक पर 137 साल पहले खुले मैदान में रामलीला का मंचन शुरू हुआ था।
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वृंदावन से कालाकारों के कपड़े, मुकुट आदि सामान लाया गया था। बाद में जमीनदार लाला प्रभुदयाल के प्रयास से रामलीला का मंचन रामलीला कोठी में शुरू हुआ। आज भी प्रत्येक वर्ष हजारों रुपये के कपड़े व सामान वृंदावन से मंगाया जाता है।
वर्ष 1913 में लखनऊ के नवल किशोर प्रेस से राम रसामृत सागर नाटक की प्रतियां छपवाकर बांटी गई थी। सौ साल पूरा होने पर 2013 में पांच सौ प्रतियां कमेटी द्वारा निशुल्क बंटवाई गई थी। रामलीला की शुरुआत में लाला हजारी लाल ने स्वयं रावण का अभिनय किया और बीते तीन दशक से इनके पौत्र शिव नारायण अग्रवाल पप्पू रावण का अभिनय कर रहे हैं।
रामलीला कमेटी के कार्यकर्ता गणेश अग्रवाल ने बताया इस बार चित्रकूट की रामलीला कमेटी के कलाकारों द्वारा मंचन किया जाएगा।