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बरेली में सजे बाजार: दिवाली पर मिठाई वाली कैंडल से महकेगा घर, इको फ्रेंडली लक्ष्मी-गणेश बढ़ाएंगे शोभा
संवाद न्यूज एजेंसी, बरेली
Published by: मुकेश कुमार
Updated Tue, 14 Oct 2025 02:30 PM IST
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सार
बरेली में दिवाली के लिए बाजार गुलजार हो गए हैं। दीपोत्सव पर घरों को रोशन करने के लिए एलईडी झालरों, साउंड सेंसर लाइट्स, लाइट वाले झूमर और झरने वाली लाइट्स की बिक्री हो रही है। इको फ्रेंडली लक्ष्मी और गणेश की मूर्तियों लोगों को आकर्षित कर रही हैं।

लक्ष्मी-गणेश की इको फ्रेंडली मूर्ति
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
बरेली में इस बार दिवाली पर मिठाई वाली कैंडल घर को महकाएगी। रंग-बिरंगे तोरण, लटकन, झूमर व अन्य सजावटी सामानों की भी खूब बिक्री हो रही है। मिठाई वाली कैंडल को लोग हाथोंहाथ खरीद रहे हैं। इसके साथ ही पूजन के लिए इको फ्रेंडली लक्ष्मी और गणेश की मूर्तियों की भी खूब बिक्री हो रही है।

दीपावली को लेकर बाजार गुलजार हो गए हैं। दीपोत्सव पर घरों को रोशन करने के लिए एलईडी झालरों, साउंड सेंसर लाइट्स, स्मार्ट लाइट्स, लाइट वाले झूमर और झरने वाली लाइट्स की बिक्री हो रही है। इसके अलावा लोग मिट्टी के डिजाइनर दीये और सजावटी वस्तु खरीद रहे हैं। ऐसे में बेहतर कारोबार को लेकर व्यापारी काफी उत्साहित हैं।
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सिविल लाइन में दुकान चलाने वाले आरके देवल ने बताया कि इस बार बाजार में घेवर, जलेबी, लड्डू, रसगुल्ला आदि मिठाई की मोमबत्ती बाजार में आई हुई है। जिन्हें लोग खूब पसंद कर रहे है। इसी के साथ इस बार कोलकाता से आए इको फ्रेंडली लक्ष्मी-गणेश देखने में बहुत आकर्षक है।

दुकान पर मूर्ति खरीदती महिला
- फोटो : अमर उजाला
राजस्थानी तोरण व बंदनवार से सजा रहे घर
घर में नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश न करे इसके लिए घरों में बंदनवार व तोरण को घर के बाहर लगाया जाता है। इस बार बाजार में राजस्थानी तोरण की बहुत मांग है। आधुनिक दौर में तोरण और लटकन अब कपड़े, मोती, मिरर वर्क और चमकदार रिबन से भी बनाए जा रहे हैं। आर्टिफिशियल फूल वाले तोरण ज्यादा पसंद किए जा रहे है। ये लटकन न केवल दरवाजों बल्कि दीवारों, खिड़कियों और मंदिरों की सुंदरता बढ़ा रहे हैं।
प्रमुख आइटम व कीमतें
सामान दाम
तोरण व बंदनवार 70 से 800 तक
लटकन 60 से 300 तक
झूमर 60 से 500 तक
लक्ष्मी गणेश 200 से 5000 तक
सुगंधित मोमबत्ती 200 से 600 तक
सभी कीमत रुपये में है।
घर में नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश न करे इसके लिए घरों में बंदनवार व तोरण को घर के बाहर लगाया जाता है। इस बार बाजार में राजस्थानी तोरण की बहुत मांग है। आधुनिक दौर में तोरण और लटकन अब कपड़े, मोती, मिरर वर्क और चमकदार रिबन से भी बनाए जा रहे हैं। आर्टिफिशियल फूल वाले तोरण ज्यादा पसंद किए जा रहे है। ये लटकन न केवल दरवाजों बल्कि दीवारों, खिड़कियों और मंदिरों की सुंदरता बढ़ा रहे हैं।
प्रमुख आइटम व कीमतें
सामान दाम
तोरण व बंदनवार 70 से 800 तक
लटकन 60 से 300 तक
झूमर 60 से 500 तक
लक्ष्मी गणेश 200 से 5000 तक
सुगंधित मोमबत्ती 200 से 600 तक
सभी कीमत रुपये में है।
स्वदेशी झूमर की मांग ज्यादा
दीपावली पर घर को सजाने के लिए झूमर, झालर और दीयों की मांग तेजी से बढ़ रही है। लोग त्योहार के मौके पर घरों को सजाने के लिए जमकर खरीदारी कर रहे है। लेकिन इस बार स्वदेशी सामान को प्राथमिकता दी जा रही है। दुकानदार अंकित ने बताया कि स्वदेशी झूमर की मांग ज्यादा है।
हालांकि चाइनीज माल से यह थोड़ा महंगा है लेकिन उसके बाद भी ग्राहक उन्हें मांग रहा है। कुतुबखाने पर दीपक बेचने वाले योगेश ने बताया कि इस बार 20 रुपये के 25 मिट्टी के दीपक बेच रहे है। इसी के साथ घर सजाने के लिए फैंसी दीपकों की मांग भी ज्यादा रहती है। फैंसी दीपक 30 रुपये से शुरू हो रहे हैं।
दीपावली पर घर को सजाने के लिए झूमर, झालर और दीयों की मांग तेजी से बढ़ रही है। लोग त्योहार के मौके पर घरों को सजाने के लिए जमकर खरीदारी कर रहे है। लेकिन इस बार स्वदेशी सामान को प्राथमिकता दी जा रही है। दुकानदार अंकित ने बताया कि स्वदेशी झूमर की मांग ज्यादा है।
हालांकि चाइनीज माल से यह थोड़ा महंगा है लेकिन उसके बाद भी ग्राहक उन्हें मांग रहा है। कुतुबखाने पर दीपक बेचने वाले योगेश ने बताया कि इस बार 20 रुपये के 25 मिट्टी के दीपक बेच रहे है। इसी के साथ घर सजाने के लिए फैंसी दीपकों की मांग भी ज्यादा रहती है। फैंसी दीपक 30 रुपये से शुरू हो रहे हैं।