रुहेलखंड विश्वविद्यालय: इंजीनियरिंग, फार्मेसी व डिप्लोमा कोर्स की परीक्षाएं दो जनवरी से, कार्यक्रम जारी
बरेली के रुहेलखंड विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग, फार्मेसी, एमएससी (एप्लाइड फिजिक्स, केमिस्ट्री व मैथ) व डिप्लोमा कोर्स के सम सेमेस्टर की परीक्षाओं का कार्यक्रम शनिवार को जारी हुआ। ये परीक्षाएं दो जनवरी से 19 जनवरी के बीच होंगी।
विस्तार
इंजीनियरिंग कोर्स में केमिकल इंजीनियरिंग, इलेक्टि्रकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, कम्प्यूटर साइंस एंड इंफॉर्मेशन टेक्निकल (सीएसआईटी) इलेक्ट्रॉनिक एंड इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग की परीक्षाएं 2 जनवरी से होगी। वहीं पीजीडीसीए, बीफार्मा एमफार्मा फार्मास्यूटिक्स, एमफार्मा फार्मास्यूटिकल केमिस्ट्री, एमफार्मा फार्माकोलॉजी की परीक्षा भी दो जनवरी से शुरू हो रही है।
वहीं एमएससी एप्लाइड फिजिक्स, एप्लाइड केमिस्ट्री, एप्लाइड मैथमेटिक्स, एमसीए की परीक्षा भी दो जनवरी से शुरू हो रही है। वहीं तीन जनवरी से डिप्लोमा इन कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स, और एमटेक/एमटेक+पीएचडी इलेक्टि्रकल इंजीनियरिंग और सीएसआईटी की पहली परीक्षा तीन जनवरी को होगी। इसके अलावा मैकेनिकल, केमिकल, इलेक्टि्रकल व इलेक्टि्रकल एंड इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग के डिग्री के अलावा डिप्लोमा कोर्स की परीक्षाएं भी इस बीच होगी। वहीं इन परीक्षाओं का समापन 19 जनवरी तक होगा।
एलएलएम बिजनेस व कॉर्पोरेट लॉ की परीक्षाएं 13 जनवरी से
रुविवि के तहत विधि विभाग में चल रहे एलएलएम बिजनेस प्रोग्राम एंड कॉर्पोरेट लॉ न्यू कोर्स की परीक्षाएं 13 जनवरी से 23 जनवरी तक होंगी। जिसमें विद्यार्थियों को एक-एक दिन का गैप भी मिलेगा। वहीं एलएलएम एक्जेक्यूटिव न्यू कोर्स की परीक्षा भी 13 से 19 जनवरी के बीच आयोजित की जाएगी।
नोडल अधिकारी बने प्रो. पीबी सिंह
रुहेलखंड विश्वविद्यालय के दिव्यांगजनों के अधिकारों की रक्षा के लिए डीएसडब्ल्यू के डीन प्रो. पीबी सिंह को विश्वविद्यालय की ओर से नोडल अधिकारी बनाया गया है। इसके अलावा विवि की अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति से संबंधित प्रकरणों के निस्तारण के लिए एक नई समिति का गठन किया है जिसमें प्रो.यतेंद्र कुमार को अध्यक्ष, संपर्क अधिकारी प्रो. जेएन मौर्या, आचार्य प्रो. तूलिका सक्सेना, सह आचार्य डॉ. राम केवल, प्राचार्य स्नातक व स्नातकोत्तर प्रो. दुष्यंत कुमार, समन्वयक एससी एसटी सेल डॉ. एचके सिंह को बनाया गया है। इस समिति का गठन लंबे समय के बाद हुआ है।
