Health: चेहरे पर मुंहासे और झड़ रहे हैं बाल... यह हो सकती है वजह; जानिए क्या कहते हैं विशेषज्ञ
भोजीपुरा स्थित मेडिकल कॉलेज में आयोजित सीएमई साइको डर्मेटोलॉजी संगम-2025 में साइकोडर्मेटोलाजी एसोसिएशन ऑफ इंडिया (पीडीएआई) अध्यक्ष डॉ. कौशिक लाहिरी ने कहा कि खान-पान और अव्यवस्थित जीवनशैली के साथ मानसिक तनाव भी त्वचा रोगों की अहम वजह हो सकती है।
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खान-पान और अव्यवस्थित जीवनशैली के साथ मानसिक तनाव भी त्वचा रोगों की अहम वजह हो सकती है। डिप्रेशन की स्थिति में व्यक्ति को मुंहासे, सोरायसिस, बाल झड़ने समेत अन्य चर्मरोग की आशंका रहती है। इलाज में दवा के साथ काउंसलिंग की जरूरत होती है।
ये बातें शनिवार को भोजीपुरा स्थित मेडिकल कॉलेज में मनोरोग और चर्मरोग विभाग की ओर से आयोजित एक दिवसीय सीएमई साइको डर्मेटोलॉजी संगम-2025 में साइकोडर्मेटोलाजी एसोसिएशन ऑफ इंडिया (पीडीएआई) अध्यक्ष डॉ. कौशिक लाहिरी ने कहीं। सीएमई पीडीएआई और रुहेलखंड डर्मेटोलॉजिकल सोसायटी बरेली के सहयोग से आयोजित हुआ।
एसआरएमएस ट्रस्ट चेयरमैन देव मूर्ति ने कहा कि सुंदरता पर दाग कई बार मनोरोग की वजह बनता है। त्वचा और मनोरोग विशेषज्ञ के इलाज से सकारात्मक प्रभाव मिल सकता है। हालांकि, इसके प्रति जागरूकता की कमी है। आयोजन चेयरपर्सन डॉ. पीके परडल, प्रिंसिपल एयर मार्शल (सेवानिवृत्त) डॉ. एमएस बुटोला, सचिव डॉ. मधुरकांत रस्तोगी, संचालक डॉ. रूपाली रोहतगी, मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. आरपी सिंह मौजूद रहे।
सौंदर्य उत्पादों का डर्मोसाइकिआट्रिक प्रभाव, सोशल मीडिया पर हुई चर्चा
डॉ. लाहिरी ने बताया कि सौंदर्य उत्पादों का डर्मोसाइकिआट्रिक प्रभाव और सोशल मीडिया की भूमिका पर चर्चा की। कहा, सोशल मीडिया के उत्पादों की बिना जानकारी प्रयोग से एलर्जी आदि समस्या की आशंका रहती है। बिना परामर्श उत्पाद या घरेलू नुस्खे इस्तेमाल न करने का सुझाव दिया। बंगलूरू के पीडीएआई सचिव डॉ. अभिनिता होस्थोता, डॉ. तरुण नारंग, पीजीआई चंडीगढ़ के निर्वाचित अध्यक्ष डॉ. शुभ मोहन सिंह, मेजर (डॉ.) शिव प्रसाद डी, डॉ. सुप्रिया डीसिल्वा, अर्चना धनकर, अजेता जोशी ने भी विषयवार विचार साझा किए।