{"_id":"692601fb0f73afe625054179","slug":"buy-seeds-from-government-warehouses-by-30th-otherwise-you-will-not-get-subsidy-basti-news-c-207-1-bst1001-148384-2025-11-26","type":"story","status":"publish","title_hn":"Basti News: 30 तक राजकीय गोदामों से खरीद लें बीज...फिर नहीं मिलेगा अनुदान","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Basti News: 30 तक राजकीय गोदामों से खरीद लें बीज...फिर नहीं मिलेगा अनुदान
संवाद न्यूज एजेंसी, बस्ती
Updated Wed, 26 Nov 2025 12:52 AM IST
विज्ञापन
विज्ञापन
बस्ती। जिले के सभी 14 राजकीय बीज गोदाम पर गेहूं बीज की उपलब्धता पर्याप्त मात्रा में है। किसान यदि 30 नवंबर तक ही अनुदानित मूल्य पर बीज की खरीदारी कर सकते हैं। इसके बाद बीज खरीदने पर अनुदान नहीं मिलेगा। जिला कृषि अधिकारी (डीएओ) ने सभी गोदाम प्रभारियों को निर्देश जारी किए हैं कि इस आशय की सूचना गोदामों पर चस्पा कर दी जाए। ताकि किसानों को अनुदानित बीज खरीदने की अंतिम तिथि की जानकारी रहे।
उन्होंने बताया कि गेहूं का बीज डीबीडब्ल्यू- 303, एवं डीबीडब्ल्यू-187 पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। जिसे सभी किसानों को 50 प्रतिशत अनुदान पर मुहैया कराया जा रहा है। अभी तक जिले के सभी राजकीय बीज गोदामों से 11486 क्विंटल गेहूं, 14 क्विंटल जौ, 94.9 क्विंटल चना, 72 क्विंटल मटर, 48 क्विंटल मसूर, 19.5 क्विंटल सरसों के बीज की बिक्री 50 प्रतिशत अनुदान पर की जा चुकी है। इसके अलावा तोरिया का 789 पैकेट, 5000 पैकेट सरसों, मटर का 300 पैकेट, चना 75 पैकेट तथा 175 पैकेट मसूर निशुल्क वितरित हुआ है।
दलहन बीज मिनीकिट वितरण, प्रदर्शन एवं प्रसार कार्यक्रम के तहत 3306 मिनी किट मसूर का बीज प्राप्त हुआ है। जिसके सापेक्ष 948 किट का वितरण किया जा चुका है। 2358 मिनी किट अभी भी अवशेष है। जिन किसानों को मसूर की बुवाई करनी है वह तत्काल बीज गोदाम से निशुल्क मसूर का मिनी किट ले सकते हैं। 200 पैकेट चना भी निशुल्क वितरण के लिए प्राप्त हो चुका है।
समानुपातिक मात्रा में सभी राजकीय बीज गोदामों पर इसे उपलब्ध करा दिया गया है। यह भी निशुल्क वितरित किया जाएगा। कृभको सेंटर कलवारी तथा इफको कृषक सेवा केंद्र मंडी समिति, एनएससी केंद्र गंगापुर हर्रैया, एचआईएल बेलगड़ी, तथा एचआईएल केंद्र बहादुरपुर पर भी 50 प्रतिशत अनुदान पर गेहूं बीज उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि देर से बुआई करने पर प्रति हेक्टेयर प्रति दिन 30-40 किग्रा गेहूं के उत्पादन में कमी आती है। ऐसे किसान अनुदानित मूल्य जल्द बीज लेकर बुवाई करें।
-- -- -- -- -- -
वितरित हुई यूरिया खाद
मंगलवार को जिले की 25 समितियों पर यूरिया खाद वितरित की गई। एआर कोआपरेटिव आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि समितियों पर यूरिया की खेप पहुंचने लगी है। कुछ समितियों पर वितरण भी शुरू करा दिया गया है। बुधवार से यूरिया वितरित करने वाली समितियों की संख्या बढ़ जाएगी। उम्मीद है कि 30 से 35 समितियों पर रोजाना यूरिया खाद का वितरण किया जाएगा।
Trending Videos
उन्होंने बताया कि गेहूं का बीज डीबीडब्ल्यू- 303, एवं डीबीडब्ल्यू-187 पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। जिसे सभी किसानों को 50 प्रतिशत अनुदान पर मुहैया कराया जा रहा है। अभी तक जिले के सभी राजकीय बीज गोदामों से 11486 क्विंटल गेहूं, 14 क्विंटल जौ, 94.9 क्विंटल चना, 72 क्विंटल मटर, 48 क्विंटल मसूर, 19.5 क्विंटल सरसों के बीज की बिक्री 50 प्रतिशत अनुदान पर की जा चुकी है। इसके अलावा तोरिया का 789 पैकेट, 5000 पैकेट सरसों, मटर का 300 पैकेट, चना 75 पैकेट तथा 175 पैकेट मसूर निशुल्क वितरित हुआ है।
विज्ञापन
विज्ञापन
दलहन बीज मिनीकिट वितरण, प्रदर्शन एवं प्रसार कार्यक्रम के तहत 3306 मिनी किट मसूर का बीज प्राप्त हुआ है। जिसके सापेक्ष 948 किट का वितरण किया जा चुका है। 2358 मिनी किट अभी भी अवशेष है। जिन किसानों को मसूर की बुवाई करनी है वह तत्काल बीज गोदाम से निशुल्क मसूर का मिनी किट ले सकते हैं। 200 पैकेट चना भी निशुल्क वितरण के लिए प्राप्त हो चुका है।
समानुपातिक मात्रा में सभी राजकीय बीज गोदामों पर इसे उपलब्ध करा दिया गया है। यह भी निशुल्क वितरित किया जाएगा। कृभको सेंटर कलवारी तथा इफको कृषक सेवा केंद्र मंडी समिति, एनएससी केंद्र गंगापुर हर्रैया, एचआईएल बेलगड़ी, तथा एचआईएल केंद्र बहादुरपुर पर भी 50 प्रतिशत अनुदान पर गेहूं बीज उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि देर से बुआई करने पर प्रति हेक्टेयर प्रति दिन 30-40 किग्रा गेहूं के उत्पादन में कमी आती है। ऐसे किसान अनुदानित मूल्य जल्द बीज लेकर बुवाई करें।
वितरित हुई यूरिया खाद
मंगलवार को जिले की 25 समितियों पर यूरिया खाद वितरित की गई। एआर कोआपरेटिव आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि समितियों पर यूरिया की खेप पहुंचने लगी है। कुछ समितियों पर वितरण भी शुरू करा दिया गया है। बुधवार से यूरिया वितरित करने वाली समितियों की संख्या बढ़ जाएगी। उम्मीद है कि 30 से 35 समितियों पर रोजाना यूरिया खाद का वितरण किया जाएगा।