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Basti News: बेटी का गला रेता, फिर भी पति कह रहा निर्दोष है पत्नी
संवाद न्यूज एजेंसी, बस्ती
Updated Fri, 09 Feb 2024 12:57 PM IST
सार
आपसी विवाद को लेकर तो कहीं मासूम समायरा की जान लेने की कोशिश तो नहीं हुई, इस पर भी पुलिस का ध्यान है। चूंकि दोनों की शादी असामान्य परिस्थितियों में हुई थी। ऐसे में पुलिस को शक है कि कहीं दोनों के बीच किसी विवाद के चलते तो उसकी मां जान के पीछे नहीं पड़ी है।
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सांकेतिक तस्वीर।
- फोटो : सोशल मीडिया।
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विस्तार
पत्नी ने ढाई महीने की बेटी का गला चाकू से रेत दिया, बेटी अस्पताल में जीवन के लिए जूझ रही है लेकिन पति अब भी पत्नी को निर्दोष बता रहा है। उसका कहना है कि यह सारी घटना उसकी बहन का प्रेत करा रहा है। उसकी अंधविश्वास भरी बातों पर हालांकि किसी को यकीन नहीं आ रहा है। ग्रामीण कह रहे हैं कि ऐसा लग रहा है कि पति किसी भुतहा फिल्म की पटकथा सुना रहा है। पुलिस भी हैरान है कि इस तरह से कोई अपनी ही बेटी का गला कैसे रेत सकता है। अपर पुलिस अधीक्षक ओपी सिंह का कहना है कि पूरे घटनाक्रम की गहन जांच की जा रही है।
परसपुरा दुबौली के महेंद्र नाथ का कहना है कि उसकी बहन की चार साल पहले गला दबाकर हत्या कर दी गई थी। तभी से उसकी आत्मा भटक रही है। 2019 में उसकी शादी के बाद बहन की आत्मा उसकी पत्नी गीता पर आने लगी। उसी आत्मा के दबाव में गीता पैदा होने के कुछ दिन बाद बेटी को घर से बाहर फेंक आई थी।
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महेंद्र का कहना है कि जब बहन की आत्मा पत्नी पर सवार होती है तो कहती है कि इस घर में कोई बेटी नहीं रहने पाएगी। इसी के डर से दो महीने तक पति ने समायरा को अपने से दूर गांव में एक दूसरे व्यक्ति के घर रखा था। इस बीच कई जगह गीता की झाड़ फूंक करायी, कई देवस्थानों पर दर्शन कराया। उसने कहा कि लगा कि अब आत्मा उसके सिर से उतर गई होगी। यह मानकर दो दिन पहले ही बेटी को घर ले आए थे, लेकिन बृहस्पतिवार की सुबह फिर बहन की आत्मा ने पत्नी पर सवार होकर गला रेत कर उसकी जान लेने की कोशिश की। संयोग से वह पहुंच गए और बच्ची को अस्पताल ले गए।
दोबारा हो सकता है मासूम पर हमलागांव के लोग मासूम समायरा की जिंदगी को लेकर चिंतित हैं। उनका कहना है कि अगर वह इस बार बच भी गई तो आगे फिर ऐसा नहीं होगा, इसकी क्या गारंटी है। जब परिवार के लोगों को इस अंधविश्वास पर इतना यकीन है तो वह आत्मा कहीं फिर से कोई हमला न कर दे।
किसी दूसरे विवाद पर भी संदेह
आपसी विवाद को लेकर तो कहीं मासूम समायरा की जान लेने की कोशिश तो नहीं हुई, इस पर भी पुलिस का ध्यान है। चूंकि दोनों की शादी असामान्य परिस्थितियों में हुई थी। ऐसे में पुलिस को शक है कि कहीं दोनों के बीच किसी विवाद के चलते तो उसकी मां जान के पीछे नहीं पड़ी है। असल में गीता और महेंद्र गांव में पड़ोस के रहनेवाले हैं। गीता के माता-पिता उड़ीसा में रहते हैं। 2019 में घर से भागकर दोनों ने शादी कर ली थी। करीब ढाई महीने पहले बेटी समायरा पैदा हुई। कुछ दिन बाद ही गीता समायरा को गांव के बाहर फेंक आई थी। जिसके बाद उसे महेंद्र ने दूसरे के घर रखा था।