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Basti News: बस्ती-पीलीभीत मार्ग के चौड़ीकरण में दूर होगी जमीन की बाधा
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बस्ती-पीलीभीत मार्ग पर चौड़ीकरण कार्य
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संवाद न्यूज एजेंसी
बस्ती। पीलीभीत को जोड़ने वाले बस्ती-डुमरियांगज मार्ग के चौड़ीकरण की डेढ़ सौ करोड़ की परियोजना में आए अड़ंगे को दूरने करने की कवायद शुरू कर दी गई है।
वन विभाग और पीडब्ल्यूडी के बीच फंसे जमीन अदला-बदली के पेंच को सुलझाने में अधिकारी जुट गए हैं। इसके लिए वन विभाग को भूमि देने के लिए नई भूमि खोजी गई है। इसको पैमाइश करके उसे अधिगृहीत करने की तैयारी है।
मार्ग के चौड़ीकरण में वन विभाग की भूमि आने से काम रोका गया है। बदले में पीडब्लूडी ने वन विभाग को जो जमीन आवंटित की है, उसे लो-लैंड बताकर वन विभाग ने अधिगृहीत करने से इनकार कर दिया था। बदले में जमीन न मिलने की वजह से वन विभाग ने चौड़ीकरण का काम रोकवा दिया था। अब राजस्व विभाग की ओर से राजस्व ग्राम अजगवाजंगल में वन क्षेत्र से सटे बंजर भूमि के रूप में चिह्नित की गई 18.84 हेक्टेयर जमीन को वन विभाग को अधिग्रहीत करने के लिए पीडब्ल्यूडी ने डीएम को अनुरोध पत्र भेजा है।
इससे चौड़ीकरण कार्य शुरू होने की उम्मीद है। बस्ती में पीडब्ल्यूडी की तरफ से 34 किमी. जबकि सिद्धार्थनगर में 15 किमी. सड़क चौड़ी की जा रही है। इस पर डेढ़ सौ करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
बाधा दूर होने पर तेजी से शुरू होगा निर्माण : बस्ती-पीलीभीत मार्ग पर आई बाधा के दूर होने पर कार्य तेजी से होगा। इससे जल्द ही फोरलेन मिल जाएगा और आवागमन सुगम और आसान हो जाएगा। वन विभाग के कर्मचारियों के मुताबिक रामनगर रेंज में किलोमीटर 391 से किलोमीटर 417 तक सड़क की दोनों पटरियों पर निर्माण कार्य रोका गया है। इसके पीछे इसके बदले मनमाफिक भूमि न मिलने का कारण बताया गया था। अड़चन दूर होने पर बस्ती-डुमरियागंज, बलरामपुर, बहराइच, श्रावस्ती और पीलीभीत को जोड़ने वाली इस सड़क को जल्द पूरा किया जा सकेगा।
मार्ग में अतिक्रमण भी बने बाधक : बस्ती से बेवां के बीच सल्टौआ ब्लॉक मुख्यालय पर सड़क के दोनों तरफ घनी आबादी और बाजार होने के कारण आवागमन प्रभावित होता है। चौड़ीकरण में अतिक्रमण भी बाधक है। यहां वाहनों की गति थम जाती है। तहसील मुख्यालय भानपुर और सोनहा में तो अधिक भीड़ होने के चलते जाम की स्थिति बनती है। इसके आगे दुबौली बाजार में भी जाम लगता है। सड़क की चौड़ाई 12 मीटर होने से इन कस्बों की रौनक जहां बढ़ जाएगी, वहीं जाम की समस्या से भी निजात मिलेगी।

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बस्ती। पीलीभीत को जोड़ने वाले बस्ती-डुमरियांगज मार्ग के चौड़ीकरण की डेढ़ सौ करोड़ की परियोजना में आए अड़ंगे को दूरने करने की कवायद शुरू कर दी गई है।
वन विभाग और पीडब्ल्यूडी के बीच फंसे जमीन अदला-बदली के पेंच को सुलझाने में अधिकारी जुट गए हैं। इसके लिए वन विभाग को भूमि देने के लिए नई भूमि खोजी गई है। इसको पैमाइश करके उसे अधिगृहीत करने की तैयारी है।
मार्ग के चौड़ीकरण में वन विभाग की भूमि आने से काम रोका गया है। बदले में पीडब्लूडी ने वन विभाग को जो जमीन आवंटित की है, उसे लो-लैंड बताकर वन विभाग ने अधिगृहीत करने से इनकार कर दिया था। बदले में जमीन न मिलने की वजह से वन विभाग ने चौड़ीकरण का काम रोकवा दिया था। अब राजस्व विभाग की ओर से राजस्व ग्राम अजगवाजंगल में वन क्षेत्र से सटे बंजर भूमि के रूप में चिह्नित की गई 18.84 हेक्टेयर जमीन को वन विभाग को अधिग्रहीत करने के लिए पीडब्ल्यूडी ने डीएम को अनुरोध पत्र भेजा है।
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इससे चौड़ीकरण कार्य शुरू होने की उम्मीद है। बस्ती में पीडब्ल्यूडी की तरफ से 34 किमी. जबकि सिद्धार्थनगर में 15 किमी. सड़क चौड़ी की जा रही है। इस पर डेढ़ सौ करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
बाधा दूर होने पर तेजी से शुरू होगा निर्माण : बस्ती-पीलीभीत मार्ग पर आई बाधा के दूर होने पर कार्य तेजी से होगा। इससे जल्द ही फोरलेन मिल जाएगा और आवागमन सुगम और आसान हो जाएगा। वन विभाग के कर्मचारियों के मुताबिक रामनगर रेंज में किलोमीटर 391 से किलोमीटर 417 तक सड़क की दोनों पटरियों पर निर्माण कार्य रोका गया है। इसके पीछे इसके बदले मनमाफिक भूमि न मिलने का कारण बताया गया था। अड़चन दूर होने पर बस्ती-डुमरियागंज, बलरामपुर, बहराइच, श्रावस्ती और पीलीभीत को जोड़ने वाली इस सड़क को जल्द पूरा किया जा सकेगा।
मार्ग में अतिक्रमण भी बने बाधक : बस्ती से बेवां के बीच सल्टौआ ब्लॉक मुख्यालय पर सड़क के दोनों तरफ घनी आबादी और बाजार होने के कारण आवागमन प्रभावित होता है। चौड़ीकरण में अतिक्रमण भी बाधक है। यहां वाहनों की गति थम जाती है। तहसील मुख्यालय भानपुर और सोनहा में तो अधिक भीड़ होने के चलते जाम की स्थिति बनती है। इसके आगे दुबौली बाजार में भी जाम लगता है। सड़क की चौड़ाई 12 मीटर होने से इन कस्बों की रौनक जहां बढ़ जाएगी, वहीं जाम की समस्या से भी निजात मिलेगी।