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Budaun News: हेलमेट पहने होते तो बच सकती थी दोनों की जान
संवाद न्यूज एजेंसी, बदायूं
Updated Sat, 06 Dec 2025 11:35 PM IST
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जिला अस्पताल में भर्ती घायल गौरव। संवाद
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जगतपाल सिंह
बिनावर। हाईवे पर चंदनपुर खरैर गांव के पास शनिवार की दोपहर हुए सड़क हादसे में मौत का कारण यातायात नियमों की अनदेखी बनी। घटना के समय दोनों बाइक सवार बिना हेलमेट के ही बाइक चला रहे थे। एक ही बाइक पर तीन लोग सवार थे और बाइक की गति भी अधिक थी। घटनास्थल की तस्वीरें इस हादसे की भयावहता को दिखा रही हैं।
इस घटना में जान गंवाने वाले पुठी सराय निवासी निवासी आदित्य मिश्रा दो भाई थे। वह बड़ा और पढ़ने में मेधावी था। छोटा भाई कृष्णा इंटर की पढ़ाई कर रहा है। पिता मोहित मिश्रा खेती करके परिवार का पालन-पोषण करते हैं। वह अपने दोनों बेटों को पढ़ा-लिखाकर सरकारी नौकर करवाना चाहते थे।
वहीं अंशुल दिवाकर तीन भाइयों में सबसे छोटा था। बड़े भाई नेत्रपाल व प्रमोद खेती करते हैं। उनके पिता भोजराज की पहले ही मौत हो चुकी है। मां रामजंत्री अपने बेटे को इंजीनियर बनाना चाहती थीं, लेकिन हादसे में छोटे बेटे की मौत हो गई।
परिवार के लोगों ने बताया कि दोनों ही हेलमेट लगाकर ही बाइक चलाते थे। वह सुबह जल्दी में हेलमेट ले जाना भूल गए थे। हादसे में दोनों छात्रों के सिर में गंभीर चोट आने से मौत होना पाया गया है। यदि वह हेलमेट लगाए होते तो शायद उनकी जान बच जाती।
हादसे में घायल गौरव के परिजनों ने बताया कि वह टेंपो या बस से ही स्कूल जाता है। लेकिन दोस्त बाइक से आ रहे थे, तो वह भी उनकी बाइक पर ही सवार हो गया। वह सबसे पीछे बैठा था, यही वजह रही कि उसकी जान तो बच गई लेकिन वह गंभीर घायल हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बाइक अधिक तेजी से होने के कारण यह हादसा हुआ है।
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बिनावर। हाईवे पर चंदनपुर खरैर गांव के पास शनिवार की दोपहर हुए सड़क हादसे में मौत का कारण यातायात नियमों की अनदेखी बनी। घटना के समय दोनों बाइक सवार बिना हेलमेट के ही बाइक चला रहे थे। एक ही बाइक पर तीन लोग सवार थे और बाइक की गति भी अधिक थी। घटनास्थल की तस्वीरें इस हादसे की भयावहता को दिखा रही हैं।
इस घटना में जान गंवाने वाले पुठी सराय निवासी निवासी आदित्य मिश्रा दो भाई थे। वह बड़ा और पढ़ने में मेधावी था। छोटा भाई कृष्णा इंटर की पढ़ाई कर रहा है। पिता मोहित मिश्रा खेती करके परिवार का पालन-पोषण करते हैं। वह अपने दोनों बेटों को पढ़ा-लिखाकर सरकारी नौकर करवाना चाहते थे।
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वहीं अंशुल दिवाकर तीन भाइयों में सबसे छोटा था। बड़े भाई नेत्रपाल व प्रमोद खेती करते हैं। उनके पिता भोजराज की पहले ही मौत हो चुकी है। मां रामजंत्री अपने बेटे को इंजीनियर बनाना चाहती थीं, लेकिन हादसे में छोटे बेटे की मौत हो गई।
परिवार के लोगों ने बताया कि दोनों ही हेलमेट लगाकर ही बाइक चलाते थे। वह सुबह जल्दी में हेलमेट ले जाना भूल गए थे। हादसे में दोनों छात्रों के सिर में गंभीर चोट आने से मौत होना पाया गया है। यदि वह हेलमेट लगाए होते तो शायद उनकी जान बच जाती।
हादसे में घायल गौरव के परिजनों ने बताया कि वह टेंपो या बस से ही स्कूल जाता है। लेकिन दोस्त बाइक से आ रहे थे, तो वह भी उनकी बाइक पर ही सवार हो गया। वह सबसे पीछे बैठा था, यही वजह रही कि उसकी जान तो बच गई लेकिन वह गंभीर घायल हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बाइक अधिक तेजी से होने के कारण यह हादसा हुआ है।

जिला अस्पताल में भर्ती घायल गौरव। संवाद
