{"_id":"68cc73e8c93b3ac3ba0bc84a","slug":"land-deal-with-fake-documents-robbed-businessman-of-rs-15-lakh-badaun-news-c-4-1-bly1051-729087-2025-09-19","type":"story","status":"publish","title_hn":"Budaun News: फर्जी दस्तावेज़ों से जमीन का सौदा व्यापारी से 15 लाख रुपये हड़पे","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Budaun News: फर्जी दस्तावेज़ों से जमीन का सौदा व्यापारी से 15 लाख रुपये हड़पे
विज्ञापन

विज्ञापन
बदायूं। जमीन खरीदने के नाम पर एक व्यापारी से 15 लाख रुपये हड़प लिए गए। मामला उजागर होने पर सिविल लाइंस कोतवाली पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
गन्ना दफ्तर निवासी विनोद कुमार गुप्ता ने पुलिस को बताया कि परिचितों की मदद से उनकी मुलाकात तिलक तिवारी और उनकी दादी कमला तिवारी से कराई गई। उन्होंने 25 बीघा कृषि भूमि दिखाकर दावा किया कि वह उनकी संपत्ति है। इंतखाब समेत अन्य कागजात भी पेश किए गए।
भरोसा होने पर विनोद गुप्ता ने दो चेक से 10 लाख रुपये और पांच लाख रुपये नकद सौंप दिए। आरोप है कि लिखित करार के बाद भी जब इकरारनामा और बैनामा कराने का समय आया तो आरोपी बहाने बनाते रहे। इसी बीच शिकायतकर्ता को जानकारी मिली कि दिखाई गई जमीन वास्तव में कमला सेवा सदन के नाम दर्ज है और पहले ही बेची जा चुकी है। विनोद गुप्ता का कहना है कि रकम वापसी की मांग पर भी टालमटोल की गई और बाद में आरोपियों ने संपर्क तक बंद कर दिया।
नोटिस देने और घर पर जाने के बावजूद पैसे नहीं लौटाए गए। पीड़ित का आरोप है कि आरोपियों ने कई अन्य लोगों को भी इसी तरह फंसाया है। पुलिस ने धोखाधड़ी और कूटरचना का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

गन्ना दफ्तर निवासी विनोद कुमार गुप्ता ने पुलिस को बताया कि परिचितों की मदद से उनकी मुलाकात तिलक तिवारी और उनकी दादी कमला तिवारी से कराई गई। उन्होंने 25 बीघा कृषि भूमि दिखाकर दावा किया कि वह उनकी संपत्ति है। इंतखाब समेत अन्य कागजात भी पेश किए गए।
विज्ञापन
विज्ञापन
भरोसा होने पर विनोद गुप्ता ने दो चेक से 10 लाख रुपये और पांच लाख रुपये नकद सौंप दिए। आरोप है कि लिखित करार के बाद भी जब इकरारनामा और बैनामा कराने का समय आया तो आरोपी बहाने बनाते रहे। इसी बीच शिकायतकर्ता को जानकारी मिली कि दिखाई गई जमीन वास्तव में कमला सेवा सदन के नाम दर्ज है और पहले ही बेची जा चुकी है। विनोद गुप्ता का कहना है कि रकम वापसी की मांग पर भी टालमटोल की गई और बाद में आरोपियों ने संपर्क तक बंद कर दिया।
नोटिस देने और घर पर जाने के बावजूद पैसे नहीं लौटाए गए। पीड़ित का आरोप है कि आरोपियों ने कई अन्य लोगों को भी इसी तरह फंसाया है। पुलिस ने धोखाधड़ी और कूटरचना का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।