सराफा दुकान लूटकांड: बदायूं में इंस्पेक्टर, चौकी इंचार्ज और सिपाही निलंबित, एसएसपी ने की बड़ी कार्रवाई
बदायूं जिले के गांव खितौरा में सराफा व्यापारी की दुकान पर हुई लूट की घटना के बाद एसएसपी ने बड़ी कार्रवाई की है। एसएसपी ने सुरक्षा व्यवस्था में लापरवाही बरतने के आरोप में इंस्पेक्टर, चौकी इंचार्ज और बीट सिपाही को निलंबित कर दिया।
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बदायूं के थाना उघैती क्षेत्र के गांव खितौरा में सराफा व्यापारी लालाराम रस्तोगी की दुकान पर हुई लूट की सनसनीखेज घटना ने न सिर्फ व्यापारियों में भय का माहौल पैदा कर दिया, बल्कि पुलिस की कार्यशैली पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। मामले को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी डॉ. बृजेश कुमार सिंह ने शनिवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए थाना प्रभारी, चौकी इंचार्ज और बीट सिपाही को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि क्षेत्र में पुलिस गश्त और निगरानी व्यवस्था बेहद कमजोर थी। घटना के बाद भी समय पर ठोस कार्रवाई न होने से पुलिस की भूमिका संदिग्ध मानी गई। प्राथमिक जांच में यह स्पष्ट हुआ कि अपराध नियंत्रण में गंभीर लापरवाही बरती गई, जिसके चलते अपराधियों के हौसले बुलंद हुए और व्यापारी को निशाना बनाया गया।
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एसएसपी ने उघैती थाने के प्रभारी निरीक्षक अवधेश कुमार, चौकी इंचार्ज नरैनी अश्वनी कुमार, हेड कांस्टेबल (बीट प्रभारी) राजेश कुमार को कानून-व्यवस्था बनाए रखने में विफल रहने के आरोप में निलंबित किया गया है।
डीआईजी बरेली ने खुद संभाली कमान
घटना की गंभीरता को देखते हुए बरेली रेंज के डीआईजी अजय साहनी ने पूरे प्रकरण की विस्तृत और निष्पक्ष जांच के आदेश दिए हैं। जांच में यह भी देखा जाएगा कि घटना से पूर्व खुफिया तंत्र क्यों विफल रहा और क्या किसी स्तर पर लापरवाही जानबूझकर की गई।
व्यापारियों में रोष, सुरक्षा की मांग
लूट की घटना के बाद क्षेत्र के व्यापारियों में आक्रोश है। सराफा कारोबारियों ने पुलिस प्रशासन से बाजारों में स्थायी गश्त, रात्रि चेकिंग और सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने की मांग की है। उनका कहना है कि यदि समय रहते पुलिस सतर्क होती तो यह वारदात टाली जा सकती थी।
