Video: बुलंदशहर में सीएचसी की इमरजेंसी में नहीं मिले चिकित्सक, बुजुर्ग ने तोड़ा दम, स्टाफ पर मारपीट का आरोप
परिजनों का आरोप है कि मरीज ने उपचार के अभाव में दम तोड़ दिया। मरीज की मौत के बाद चिकित्सक देखने पहुंचे। चिकित्सक के देरी से आने का कारण पूछा तो कोई जवाब नहीं दिया। चिकित्सक के साथ आए कर्मियों ने मृतक के पुत्र की पिटाई व अभद्रता करते हुए बाहर निकाल दिया।

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बुलंदशहर के जहांगीराबाद में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की इमरजेंसी में चिकित्सक एवं स्वास्थ्य कर्मी न होने पर उपचार के अभाव में एक बुजुर्ग ने दम तोड़ दिया। 40 मिनट बाद चिकित्सक के आने पर परिजनों ने विरोध किया तो स्टाफ ने पिटाई कर अभद्रता की। हंगामे का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। सीएचसी प्रभारी का कहना है कि मरीज को समय से उपचार दिया गया।

शिवाली क्षेत्र के गांव महाराजपुर निवासी 65 वर्षीय अशोक शर्मा को शनिवार शाम अचानक सांस लेने में परेशानी हुई। परिजनों ने जिला अस्पताल ले जाने के लिए 108 एंबुलेंस को कॉल कर बुला लिया। तीमारदार कुलदीप शर्मा ने बताया कि एंबुलेंस कर्मी जहांगीराबाद सीएचसी ले आए। एंबुलेंस कर्मी ने मरीज को इमरजेंसी में लेटा दिया, उस समय इमरजेंसी में एक कर्मचारी के अलावा अन्य कोई नहीं था। कर्मचारी से चिकित्सक को बुलाने की मांग की गई। लेकिन 40 से 45 मिनट तक इमरजेंसी में कोई चिकित्सक या स्टाफ नहीं आया न ही मरीज को रेफर किया गया।
मरीज ने उपचार के अभाव में दम तोड़ दिया। आरोप है कि मरीज की मौत के बाद चिकित्सक देखने पहुंचे। चिकित्सक के देरी से आने का कारण पूछा तो कोई जवाब नहीं दिया। आरोप है कि चिकित्सक के साथ आए कर्मियों ने मृतक के पुत्र की पिटाई व अभद्रता करते हुए बाहर निकाल दिया। मृतक के परिजनों ने स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा अभद्रता किए जाने का वीडियो बना सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया। साथ ही इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दे दी।
तीमारदार कुलदीप शर्मा का आरोप है कि इमरजेंसी में 24 घंटे चिकित्सक रहने चाहिए। लेकिन चिकित्सक के न होने पर हमारे मरीज ने दम तोड़ दिया। अन्य मरीज को समय पर इलाज मिल सके इसके लिए सीएचसी पर तैनात चिकित्सक और स्टाफ पर कार्रवाई की जाए।
मरीज की स्थिति गंभीर थी। सीएचसी पर आने के बाद प्राथमिक उपचार दिया गया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। किसी स्वास्थ्यकर्मी ने परिजनों के साथ दुर्व्यवहार या पिटाई की है तो इसकी जांच कर दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। - डॉ. आशीष मुद्गल, सीएचसी प्रभारी