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बागे नदी की जलधारा रोक कर रहे बालू खनन

Kanpur	 Bureau कानपुर ब्यूरो
Updated Mon, 21 Feb 2022 11:35 PM IST
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Sand mining is stopping the water flow of the Bage river
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चित्रकूट। पहाड़ी थाना क्षेत्र के गढीघाट गांव किनारे बागे नदी में बोरियों में मिट्टी भरकर जलधारा रोक कर आधा दर्जन से अधिक पोकलैंड मशीनों से कुछ किसानों के खेतों में अवैध बालू खनन कराया जा रहा है। कुछ किसानों ने यह आरोप लगाकर प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, खनिज निदेशक, जिलाधिकारी को लिखे पत्र में मामले की जांच कराकर उसके खेत की सुरक्षा कराने की मांग की है।
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गांव के किसान शिवसागर, रामकृष्ण और गऊलाल आदि ने आरोप लगाया कि गांव के पास से गुजरी बागे नदी और उनके खेतों से बालू ठेकेदारों ने दो पुल का अवैध निर्माण कराकर नदी की जलधारा रोक दी है। छोटे किसानों की खेती नष्ट कर पर्यावरण को प्रदूषित करते हुए जमकर नुकसान पहुंचाया जा रहा है। सीमांकन से हटकर किसानों की भूमिधरी में बिना सहमति अवैध खनन कराया जा रहा है। पीड़ित किसानों ने आरोप लगाया कि अधिकारियों को कई बार दूरभाष व पत्राचार के माध्यम से अवैध खनन की शिकायत की पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। लगातार पट्टाधारक द्वारा बालू का अवैध खनन दिन दूना रात चौगुना कर रहा है।
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इस संबंध में जिला खनिज अधिकारी सन्नी कौशल ने बताया कि वह मामले की जानकारी पर तहसीलदार संजय अग्रहरि के साथ जांच में मौके पर गए हैं। नदी की जलधारा नहीं रोकी गई है, नदी ज्यादा चौड़ी नहीं है और पानी कम होने से एक हिस्सा सूखा है। जो ग्रामीणों के लिए पैदल निकलने का रास्ता बन गया है। इस स्थान पर वैध पट्टाधारक का काम चल रहा है। सीमांकन से अधिक व खेतों से बालू निकालने की भी जांच कराई गई है। फिलहाल अभी ऐसा नहीं मिला है। कुछ क्षेत्र की जांच अभी चल रही है।
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