{"_id":"69307b4f7170af8fc202d20e","slug":"the-nights-turned-cold-and-the-bus-stand-could-not-be-sheltered-etah-news-c-163-1-eta1002-142858-2025-12-03","type":"story","status":"publish","title_hn":"Etah News: रातें हुईं सर्द, बस स्टैंड पर नहीं बन सका रैन बसेरा","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Etah News: रातें हुईं सर्द, बस स्टैंड पर नहीं बन सका रैन बसेरा
संवाद न्यूज एजेंसी, एटा
Updated Wed, 03 Dec 2025 11:32 PM IST
विज्ञापन
शहर के रोडवेज बस स्टैंड पर बुधवार को बैठकर व फर्श पर लेटकर रात गुजारते यात्री। संवाद
विज्ञापन
एटा। सर्दी ने दस्तक दे दी है, खासतौर से रातें काफी सर्द होने लगी हैं। इस बीच नगर पालिका प्रशासन ने अब तक बस स्टैंड पर रैन बसेरे की व्यवस्था नहीं की है। बस न मिलने पर फर्श पर ही यात्रियों को ठंड में ठिठुरते हुए रात बितानी पड़ रही है।
तापमान में लगातार गिरावट के कारण अब रात के समय अधिक सर्दी का असर रहता है। बस स्टैंड पर मंगलवार की रात में पहुंचे यात्री बस न मिलने के कारण ठंडे फर्श पर चादर बिछाकर समय काट रहे थे। यात्री मानपाल, कृपाल राजपूत, सुनील कुमार, नेमसिंह, ललिता देवी ने बताया कि कासगंज की बस का इंतजार कर रहे हैं। रात अधिक हो चुकी है ऐसे में मजबूरन यहीं रुकना पड़ा लेकिन ठंड से बचाव का कोई इंतजाम नहीं है।
फर्रुखाबाद से आए उमेश पांडेय, ललित चंद्र ने बताया कि रात करीब 10 बजे से बरेली की बस का इंतजार कर रहे हैं अब 12 बजे चुके हैं, बस नहीं आई। ठंड इतनी अधिक है कि हाथ-पैर सुन्न हो रहे हैं। रैन बसेरे की उम्मीद में पूछा तो बताया कि अभी बना ही नहीं है। आगरा की बस की प्रतीक्षा कर रही सुजाता ने बताया कि बच्चों के साथ खुली जगह में बैठना मुश्किल हो गया। कपड़े भी नहीं लाई, रात काटना कठिन हो रहा है।
Trending Videos
तापमान में लगातार गिरावट के कारण अब रात के समय अधिक सर्दी का असर रहता है। बस स्टैंड पर मंगलवार की रात में पहुंचे यात्री बस न मिलने के कारण ठंडे फर्श पर चादर बिछाकर समय काट रहे थे। यात्री मानपाल, कृपाल राजपूत, सुनील कुमार, नेमसिंह, ललिता देवी ने बताया कि कासगंज की बस का इंतजार कर रहे हैं। रात अधिक हो चुकी है ऐसे में मजबूरन यहीं रुकना पड़ा लेकिन ठंड से बचाव का कोई इंतजाम नहीं है।
विज्ञापन
विज्ञापन
फर्रुखाबाद से आए उमेश पांडेय, ललित चंद्र ने बताया कि रात करीब 10 बजे से बरेली की बस का इंतजार कर रहे हैं अब 12 बजे चुके हैं, बस नहीं आई। ठंड इतनी अधिक है कि हाथ-पैर सुन्न हो रहे हैं। रैन बसेरे की उम्मीद में पूछा तो बताया कि अभी बना ही नहीं है। आगरा की बस की प्रतीक्षा कर रही सुजाता ने बताया कि बच्चों के साथ खुली जगह में बैठना मुश्किल हो गया। कपड़े भी नहीं लाई, रात काटना कठिन हो रहा है।