{"_id":"62701c42bfb7a15b1a60d4b4","slug":"sanitation-system-faltered-due-to-strike-in-medical-university-etawah-news-knp694584390","type":"story","status":"publish","title_hn":"चिकित्सा विवि में हड़ताल से सफाई व्यवस्था लड़खडाई","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
चिकित्सा विवि में हड़ताल से सफाई व्यवस्था लड़खडाई
विज्ञापन
भरथना नगर पालिका परिषद कार्यालय परिसर में हड़ताल पर बैठे सफाईकर्मी। संवाद
- फोटो : ETAWAH
विज्ञापन
सैफई (इटावा)। चिकित्सा विश्वविद्यालय के ठेका सफाईकर्मियों की हड़ताल सोमवार को भी जारी रही। हड़ताली कर्मियों ने कुलसचिव के खिलाफ और कुलपति के समर्थन में नारेबाजी की। कुलसचिव पर शोषण करने का भी आरोप लगाया। हड़ताल के कारण अब स्थिति खराब होने लगी है। वार्डों में कचरे ढेर लगने लगे हैं। सबसे बुरा हाल इमरजेंसी ट्रामा सेंटर के वार्डो का है। कचरे से दुर्गंध उठने से मरीज और उनके तीमारदार परेशान हैं।
उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय में 58 सफाई कर्मचारी सुरक्षा की एजेंसी उत्तर प्रदेश पूर्व सैनिक कल्याण निगम के माध्यम से कार्यरत हैं। इन कर्मियों को विश्वविद्यालय प्रशासन ने ठेका प्रथा से जोड़ने का निर्णय लिया है। इससे खफा 58 सफाईकर्मी नौ दिन से हड़ताल पर हैं। रविवार से ठेके पर कार्यरत 350 सफाई कर्मचारियों ने भी काम बंद कर दिया सोमवार को हड़ताली कर्मियों ने कुलसचिव के खिलाफ नारेबाजी की। आरोप लगाया कि कुलसचिव नए-नए नियम निकालकर कुलपति को गुमराह करके छोटे कर्मचारियों का शोषण कर रहे हैं। पूर्व निर्धारित मानदेय और समय के अनुसार ही ड्यूटी कराई जाए। हड़ताली सफाईकर्मियों और यूनिवर्सिटी अधिकारियों की बैठकें हुईं, लेकिन बात नहीं बनी। एमबीबीएस छात्रों ने भी विश्वविद्यालय प्रशासन से जल्द ही हड़ताल समाप्त कराने की मांग की है। छात्रों ने बताया कि हॉस्टलों की स्थिति बहुत खराब हो गई है। दो दिन से लगातार सफाई न होने से हॉस्टलों में गंदगी के ढेर लगे हैं। गंदगी होने से छात्रों को बड़ी परेशानी से गुजरना पड़ रहा है।
कुलसचिव सुरेश चंद शर्मा का कहना है सफाई कर्मचारी गलत तरीके से दबाव बना रहे हैं। कमेटी बनाकर मामले को सुलझाने का प्रयास किया जा रहा है।
भरथना नगर पालिका के सफाईकर्मी भी हड़ताल पर
भरथना। तीन महीने से वेतन, एरिया और पीएफ का भुगतान न होने से खफा भरथना नगर पालिका के सफाईकर्मी सोमवार को हड़ताल पर चले गए। ईद के एक दिन पहले सफाईकर्मियों की हड़ताल से अधिकारियों में खलबली मच गई। अधिकारी ने काफी मान मनव्वल की लेकिन सफाईकर्मी नहीं माने।
सफाईकर्मी सुबह करीब 10 बजे नगर पालिका कार्यालय में जमा हुए। बकाया वेतन, एरियर, पीएफ समेत 14 मांगे पूरी न करने का आरोप लगाकर हड़ताल की घोषणा कर दी। सफाईकर्मी मुरारी ने कहा कि कई बार ज्ञापन दिया गया लेकिन अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया। भाजपा जिला उपाध्यक्ष दीपकनाथ चौधरी बद्री, सभासद हरिओम दुबे, गुरु नारायण कठेरिया, राम प्रकाश पोरवाल, सभासद प्रतिनिधि राम स्वरूप यादव, विपिन पोरवाल ने सफाईकर्मियों का समर्थन किया। उन्हें मांगें पूरी करने का आश्वासन दिया है। ईओ रामआसरे कमल ने कहा कि सफाईकर्मियों को मांगे पूरी करने का आश्वासन दिया गया लेकिन वह नहीं माने। धनाभाव के कारण फिलहाल बैंक खाते में एक माह का वेतन भेजा जा रहा है। अन्य मांगे जल्द पूरी कर दी जाएंगी।
गांव में सफाई नहीं करता सफाईकर्मी
ताखा। ब्लॉक क्षेत्र के सरसईनावर ग्राम पंचायत का कमलेश कुमार कई महीनों से सफाई नहीं कर रहा है। ग्रामीणों ने पंचायत सचिव जयकिशन से इसकी शिकायत की। इस पर एडीओ पंचायत देवेंद्र पाल सिंह ने सफाईकर्मी का वेतन रोक दिया है। एडीओ ने बताया कि नोटिस जारी कर सफाईकर्मी से जवाब मांगा गया है।
Trending Videos
उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय में 58 सफाई कर्मचारी सुरक्षा की एजेंसी उत्तर प्रदेश पूर्व सैनिक कल्याण निगम के माध्यम से कार्यरत हैं। इन कर्मियों को विश्वविद्यालय प्रशासन ने ठेका प्रथा से जोड़ने का निर्णय लिया है। इससे खफा 58 सफाईकर्मी नौ दिन से हड़ताल पर हैं। रविवार से ठेके पर कार्यरत 350 सफाई कर्मचारियों ने भी काम बंद कर दिया सोमवार को हड़ताली कर्मियों ने कुलसचिव के खिलाफ नारेबाजी की। आरोप लगाया कि कुलसचिव नए-नए नियम निकालकर कुलपति को गुमराह करके छोटे कर्मचारियों का शोषण कर रहे हैं। पूर्व निर्धारित मानदेय और समय के अनुसार ही ड्यूटी कराई जाए। हड़ताली सफाईकर्मियों और यूनिवर्सिटी अधिकारियों की बैठकें हुईं, लेकिन बात नहीं बनी। एमबीबीएस छात्रों ने भी विश्वविद्यालय प्रशासन से जल्द ही हड़ताल समाप्त कराने की मांग की है। छात्रों ने बताया कि हॉस्टलों की स्थिति बहुत खराब हो गई है। दो दिन से लगातार सफाई न होने से हॉस्टलों में गंदगी के ढेर लगे हैं। गंदगी होने से छात्रों को बड़ी परेशानी से गुजरना पड़ रहा है।
विज्ञापन
विज्ञापन
कुलसचिव सुरेश चंद शर्मा का कहना है सफाई कर्मचारी गलत तरीके से दबाव बना रहे हैं। कमेटी बनाकर मामले को सुलझाने का प्रयास किया जा रहा है।
भरथना नगर पालिका के सफाईकर्मी भी हड़ताल पर
भरथना। तीन महीने से वेतन, एरिया और पीएफ का भुगतान न होने से खफा भरथना नगर पालिका के सफाईकर्मी सोमवार को हड़ताल पर चले गए। ईद के एक दिन पहले सफाईकर्मियों की हड़ताल से अधिकारियों में खलबली मच गई। अधिकारी ने काफी मान मनव्वल की लेकिन सफाईकर्मी नहीं माने।
सफाईकर्मी सुबह करीब 10 बजे नगर पालिका कार्यालय में जमा हुए। बकाया वेतन, एरियर, पीएफ समेत 14 मांगे पूरी न करने का आरोप लगाकर हड़ताल की घोषणा कर दी। सफाईकर्मी मुरारी ने कहा कि कई बार ज्ञापन दिया गया लेकिन अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया। भाजपा जिला उपाध्यक्ष दीपकनाथ चौधरी बद्री, सभासद हरिओम दुबे, गुरु नारायण कठेरिया, राम प्रकाश पोरवाल, सभासद प्रतिनिधि राम स्वरूप यादव, विपिन पोरवाल ने सफाईकर्मियों का समर्थन किया। उन्हें मांगें पूरी करने का आश्वासन दिया है। ईओ रामआसरे कमल ने कहा कि सफाईकर्मियों को मांगे पूरी करने का आश्वासन दिया गया लेकिन वह नहीं माने। धनाभाव के कारण फिलहाल बैंक खाते में एक माह का वेतन भेजा जा रहा है। अन्य मांगे जल्द पूरी कर दी जाएंगी।
गांव में सफाई नहीं करता सफाईकर्मी
ताखा। ब्लॉक क्षेत्र के सरसईनावर ग्राम पंचायत का कमलेश कुमार कई महीनों से सफाई नहीं कर रहा है। ग्रामीणों ने पंचायत सचिव जयकिशन से इसकी शिकायत की। इस पर एडीओ पंचायत देवेंद्र पाल सिंह ने सफाईकर्मी का वेतन रोक दिया है। एडीओ ने बताया कि नोटिस जारी कर सफाईकर्मी से जवाब मांगा गया है।

इमरजेंसी ट्रामा सेंटर में फैली गंदगी। संवाद- फोटो : ETAWAH

उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विवि में नारेबाजी करते सफाई कर्मचारी। संवाद- फोटो : ETAWAH