{"_id":"68cc55800deda4e5520de545","slug":"dengue-outbreak-increases-in-the-district-10-patients-test-positive-farrukhabad-news-c-222-1-sknp1016-130095-2025-09-19","type":"story","status":"publish","title_hn":"Farrukhabad News: जिले में डेंगू का प्रकोप बढ़ा, 10 मरीज पॉजिटिव","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Farrukhabad News: जिले में डेंगू का प्रकोप बढ़ा, 10 मरीज पॉजिटिव
विज्ञापन

विज्ञापन
फर्रुखाबाद। जनपद में डेंगू की दस्तक के साथ अब प्रकोप भी बढ़ रहा है। मलेरिया विभाग आंकड़ेबाजी तक ही सीमित दिख रहा है। अब तक 10 मरीजों को डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। इसके बावजूद सरकारी अस्पतालों में डेंगू वार्ड आरक्षित नहीं किए गए। इससे मरीज निजी अस्पतालों का रुख कर रहे हैं।
जनपद में स्वास्थ्य विभाग की निष्क्रियता किसी से छिपी नहीं है। संचारी रोग नियंत्रण अभियान हो या स्वच्छता पखवाड़ा, फाइलों से लेकर आंकड़ेबाजी तक सिमटकर रह जाता है। बरसात में शहर से लेकर गांव तक जलभराव जलभराव की समस्या से मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ जाता है। इसके बावजूद मलेरिया विभाग की ओर से छिड़काव और फागिंग तो दूर की बात, मॉनीटरिंग भी नहीं की जा रही है। अप्रैल से अब तक एलाइजा जांच में 10 मरीजों को डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। इनमें 6 मरीजों की लोहिया अस्पताल की लैब में एलाइजा जांचच की गई है। खास बात तो यह है कि पांच डेंगू पॉजिटिव मरीज सितंबर में ही मिले हैं। इसके बावजूद एंटी लार्वा व फागिंंग पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इसके अलावा 39 मरीजों के मलेरिया पॉजिटिव की पुष्टि हो चुकी है। जनपद में किसी भी सीएचसी में डेंगू वार्ड आरक्षित नहीं किया गया है।
डीएमओ संवेदनशील गांवों की नहीं दे सके सूची
सीएमओ डॉ. अवनींद्र कुमार ने जिला मलेरिया अधिकारी नौशाद अली से डेंगू की रोकथाम के लिए किए गए कार्यों की जानकारी मांगी। इस पर मलेरिया अधिकारी बोले कि जहां डेंगू मरीज की पुष्टि होती है, वहां टीम भेजकर छिड़काव करा दिया जाता है। उपचार के संबंध में पूछने पर कहा कि मरीज तो निजी अस्पतालों में इलाज कराकर स्वस्थ हो चुके हैं। किसी की मौत नहीं हुई है। सीएमओ ने जब संवेदनशील क्षेत्रों व गांवों की सूची मांगी तो मलेरिया अधिकारी बोले 68 स्थान चिह्नित हैं। इसकी सूची अभी बनवाकर देते हैं। सीएमओ डॉ.अवनींद्र कुमार ने बताया कि जिले में अब तक 10 डेंगू पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं। सभी सीएचसी प्रभारियों को डेंगू वार्ड आरक्षित करने और मरीजों का उपचार करने के निर्देश दिए हैं।

जनपद में स्वास्थ्य विभाग की निष्क्रियता किसी से छिपी नहीं है। संचारी रोग नियंत्रण अभियान हो या स्वच्छता पखवाड़ा, फाइलों से लेकर आंकड़ेबाजी तक सिमटकर रह जाता है। बरसात में शहर से लेकर गांव तक जलभराव जलभराव की समस्या से मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ जाता है। इसके बावजूद मलेरिया विभाग की ओर से छिड़काव और फागिंग तो दूर की बात, मॉनीटरिंग भी नहीं की जा रही है। अप्रैल से अब तक एलाइजा जांच में 10 मरीजों को डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। इनमें 6 मरीजों की लोहिया अस्पताल की लैब में एलाइजा जांचच की गई है। खास बात तो यह है कि पांच डेंगू पॉजिटिव मरीज सितंबर में ही मिले हैं। इसके बावजूद एंटी लार्वा व फागिंंग पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इसके अलावा 39 मरीजों के मलेरिया पॉजिटिव की पुष्टि हो चुकी है। जनपद में किसी भी सीएचसी में डेंगू वार्ड आरक्षित नहीं किया गया है।
विज्ञापन
विज्ञापन
डीएमओ संवेदनशील गांवों की नहीं दे सके सूची
सीएमओ डॉ. अवनींद्र कुमार ने जिला मलेरिया अधिकारी नौशाद अली से डेंगू की रोकथाम के लिए किए गए कार्यों की जानकारी मांगी। इस पर मलेरिया अधिकारी बोले कि जहां डेंगू मरीज की पुष्टि होती है, वहां टीम भेजकर छिड़काव करा दिया जाता है। उपचार के संबंध में पूछने पर कहा कि मरीज तो निजी अस्पतालों में इलाज कराकर स्वस्थ हो चुके हैं। किसी की मौत नहीं हुई है। सीएमओ ने जब संवेदनशील क्षेत्रों व गांवों की सूची मांगी तो मलेरिया अधिकारी बोले 68 स्थान चिह्नित हैं। इसकी सूची अभी बनवाकर देते हैं। सीएमओ डॉ.अवनींद्र कुमार ने बताया कि जिले में अब तक 10 डेंगू पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं। सभी सीएचसी प्रभारियों को डेंगू वार्ड आरक्षित करने और मरीजों का उपचार करने के निर्देश दिए हैं।