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Hamirpur News: बाबा ने लिया कर्ज...अब नाती को नोटिस
संवाद न्यूज एजेंसी, हमीरपुर
Updated Sat, 13 Sep 2025 11:55 PM IST
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फोटो 13 एचएएमपी 30- जजी परिसर में लगे विभिन्न विभागों के स्टालों में पसरा सन्नाटा। संवाद
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हमीरपुर। लोक अदालत में शनिवार को एक युवक परेशान मिला, पूछने पर बताया कि बाबा ने बैंक से कर्ज लिया और अब उसे नोटिस भेजा है। बाबा भी गुजर गए और पिता भी गुजर गए, लेकिन कर्ज भरने के लिए उसे छोड़ गए हैं। 80 हजार का कर्ज बढ़कर 1.70 लाख पहुंच गया है। वह बेरोजगार है, इतना पैसा कहां से लाए, कुछ समझ नहीं आता है।
लोक अदालत में मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति उच्च न्यायालय लखनऊ खंडपीठ के मो. सैय्यद कमर हसन रिजवी ने सर्वप्रथम मां सरस्वती की प्रतिमा में मल्यार्पण कर दीप प्रज्ज्वलित किया। उनके साथ जिला सत्र न्यायाधीश मनोज कुमार राय सहित सभी जनपद न्यायाधीशों ने माल्यार्पण किया। न्यायमूर्ति ने कहा कि पुराने वादों को निपटाने में लोक अदालत की भूमिका अहम है। किसी भी फरियादी को कोई समस्या न होने पाए। समय से और कम से कम में सुलह समझौता कर वाद को निपटाया जाए। इस दौरान जजी परिसर में विभिन्न विभागों के स्टॉल भी लगाए गए। दूर-दराज से आए लोगों ने उन स्टालों में अपनी जरूरत की जानकारी अर्जित की।
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केस-1
कैसे अदा हो कर्ज नहीं आता समझ
हेलापुर निवासी सुरेंद्र कुमार विश्वकर्मा ने बताया कि उसके बाबा रामअवतार ने बैंक ऑफ बड़ौदा से वर्ष 2018 में 80 हजार का कर्ज लिया था। उस पैसे से बड़े भाई ने कारखाना लगा लिया। बाबा की मौत होने के बाद उसके पिता के ऊपर कर्ज चढ़ गया। अब पिता भी नहीं रहे और कर्ज बढ़कर 1.70 लाख पहुंच गया है। भाई अलग रहता है। वह पढ़ाई करता है। उसके पास इतना पैसा भी नहीं है। बैंक वाले एक लाख रुपये जमा करने को बोल रहे हैं, लेकिन उसके पास इतना पैसा ही नहीं है। बैंक का कर्ज कैसे अदा हो कुछ समझ नहीं आता है।
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केस-2
नातिन की करनी है शादी, कैसे भरें कर्ज
मुस्करा क्षेत्र के न्यूरिया गांव निवासी विष्णुदत्त ने बताया कि इंडियन बैंक से वर्ष 2015 में डेढ़ लाख का केसीसी बनवाया था। दैवी आपदा से फसलें खराब होने के कारण लोन नहीं भर पाया, इससे वह बढ़कर 1.80 लाख पहुंच गया। साल 2020 में बैंक वालों ने केसीसी को रिन्यूवल कर दो लाख का केसीसी बना दिया। नातिन की शादी करनी है। एक बेटा है, वह भी क्षयरोग का मरीज है। लोक अदालत से नोटिस प्राप्त हुई थी। लेकिन बैंक वाले पूरा पैसा जमा करने को बोल रहे हैं। कैसे लोन अदा हो यहीं सोच रहे हैं।
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1,573 वादों का सुलह समझौते के आधार पर हुआ निस्तारण
सरीला। तहसील परिसर में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। कुल 1,573 वादों का सुलह समझौते के आधार पर निस्तारण किया गया। एसडीएम बलराम गुप्ता ने बताया कि लंबित 1,573 वादों के सापेक्ष सभी वादों का निस्तारण किया गया है। इनमें राजस्व से संबंधित पांच, फौजदारी के 130, प्री लिटिगेशन के 550 सहित अन्य 30 वादों का निस्तारण किया गया है। (संवाद)
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केस-1
कैसे अदा हो कर्ज नहीं आता समझ
हेलापुर निवासी सुरेंद्र कुमार विश्वकर्मा ने बताया कि उसके बाबा रामअवतार ने बैंक ऑफ बड़ौदा से वर्ष 2018 में 80 हजार का कर्ज लिया था। उस पैसे से बड़े भाई ने कारखाना लगा लिया। बाबा की मौत होने के बाद उसके पिता के ऊपर कर्ज चढ़ गया। अब पिता भी नहीं रहे और कर्ज बढ़कर 1.70 लाख पहुंच गया है। भाई अलग रहता है। वह पढ़ाई करता है। उसके पास इतना पैसा भी नहीं है। बैंक वाले एक लाख रुपये जमा करने को बोल रहे हैं, लेकिन उसके पास इतना पैसा ही नहीं है। बैंक का कर्ज कैसे अदा हो कुछ समझ नहीं आता है।
केस-2
नातिन की करनी है शादी, कैसे भरें कर्ज
मुस्करा क्षेत्र के न्यूरिया गांव निवासी विष्णुदत्त ने बताया कि इंडियन बैंक से वर्ष 2015 में डेढ़ लाख का केसीसी बनवाया था। दैवी आपदा से फसलें खराब होने के कारण लोन नहीं भर पाया, इससे वह बढ़कर 1.80 लाख पहुंच गया। साल 2020 में बैंक वालों ने केसीसी को रिन्यूवल कर दो लाख का केसीसी बना दिया। नातिन की शादी करनी है। एक बेटा है, वह भी क्षयरोग का मरीज है। लोक अदालत से नोटिस प्राप्त हुई थी। लेकिन बैंक वाले पूरा पैसा जमा करने को बोल रहे हैं। कैसे लोन अदा हो यहीं सोच रहे हैं।
1,573 वादों का सुलह समझौते के आधार पर हुआ निस्तारण
सरीला। तहसील परिसर में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। कुल 1,573 वादों का सुलह समझौते के आधार पर निस्तारण किया गया। एसडीएम बलराम गुप्ता ने बताया कि लंबित 1,573 वादों के सापेक्ष सभी वादों का निस्तारण किया गया है। इनमें राजस्व से संबंधित पांच, फौजदारी के 130, प्री लिटिगेशन के 550 सहित अन्य 30 वादों का निस्तारण किया गया है। (संवाद)
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फोटो 13 एचएएमपी 30- जजी परिसर में लगे विभिन्न विभागों के स्टालों में पसरा सन्नाटा। संवाद
फोटो 13 एचएएमपी 30- जजी परिसर में लगे विभिन्न विभागों के स्टालों में पसरा सन्नाटा। संवाद
फोटो 13 एचएएमपी 30- जजी परिसर में लगे विभिन्न विभागों के स्टालों में पसरा सन्नाटा। संवाद