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Hapur News: गन्ना समिति में हुए घोटाले में डीसीओ पर आरोप, निष्पक्ष जांच की मांग
संवाद न्यूज एजेंसी, हापुड़
Updated Thu, 27 Nov 2025 10:24 PM IST
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हापुड़। गन्ना समिति में हुए 8.25 करोड़ रुपये के घोटाले के मामले में बृहस्पतिवार को भाकियू अराजनैतिक का एक प्रतिनिधिमंडल लखनऊ पहुंचा। गन्ना आयुक्त को ज्ञापन सौंपकर उन्होंने जिला गन्ना अधिकारी सना आफरीन पर आरोप लगाते हुए जनपद से हटाने और निष्पक्ष जांच की मांग की।
जिलाध्यक्ष पवन हूण ने कहा कि जिले में 8.25 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है, जो अप्रैल 2025 को संज्ञान में आया था। जिन बाउचरों से फर्जीवाड़ा हुआ था, उन पर दो अधिकारियों के हस्ताक्षर होते हैं और बैंक खाते पर अधिकारी का अलर्ट संदेश भी लगा होता है। इसके साथ ही हर तीसरे महीने में एक निरीक्षण जिला गन्ना अधिकारी द्वारा किया जाता है। इसके बाद समिति के बैंक खातों में जमा धनराशि एवं किसानों के खाते में भेजे गए गन्ना भुगतान के वाउचर चेक किए जाते हैं। जिनको प्रत्येक निरीक्षण में जिला गन्ना अधिकारी के द्वारा चेक किया गया है। यह किसानों के अंशदान की धनराशि है। इसके बाद भी इतना बड़ा घोटाला हुआ है।
उन्होंने जिला गन्ना अधिकारी सना आफरीन पर आरोप लगाया कि वह समिति के लेखाकार व सचिव को अपने कार्यालय में बुलाकर रजिस्टर एवं वाउचरों का मिलान करती थीं। उसके बाद समिति के बाबू व सचिव के द्वारा रजिस्टर पर बताई गई जगह पर अपने हस्ताक्षर करती थीं। उन्होंने कहा कि सना आफरीन हापुड़ के अलावा गाजियाबाद की भी अधिकारी हैं। आरोप है कि उनके रिश्तेदारों ने विभाग में अपनी गाड़ी किराए पर लगा रखी हैं। इससे जिला गन्ना अधिकारी को आमदनी हो रही है। उन्होंने कहा कि जब तक जिला गन्ना अधिकारी सना आफरीन अपने पद पर कार्यरत रहेंगी, तब तक जांच प्रभावित होगी। इसलिए उनका तबादला जिले से कर दिया जाए। साथ ही किसानों के हित को देखते हुए उस घोटाले की निष्पक्ष जांच की जाए और घोटालेबाज अधिकारियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही की जाए। इस दौरान युवा प्रदेश सचिव रवि भाटी और जिला संरक्षक कटार सिंह मौजूद रहे।
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जिलाध्यक्ष पवन हूण ने कहा कि जिले में 8.25 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है, जो अप्रैल 2025 को संज्ञान में आया था। जिन बाउचरों से फर्जीवाड़ा हुआ था, उन पर दो अधिकारियों के हस्ताक्षर होते हैं और बैंक खाते पर अधिकारी का अलर्ट संदेश भी लगा होता है। इसके साथ ही हर तीसरे महीने में एक निरीक्षण जिला गन्ना अधिकारी द्वारा किया जाता है। इसके बाद समिति के बैंक खातों में जमा धनराशि एवं किसानों के खाते में भेजे गए गन्ना भुगतान के वाउचर चेक किए जाते हैं। जिनको प्रत्येक निरीक्षण में जिला गन्ना अधिकारी के द्वारा चेक किया गया है। यह किसानों के अंशदान की धनराशि है। इसके बाद भी इतना बड़ा घोटाला हुआ है।
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उन्होंने जिला गन्ना अधिकारी सना आफरीन पर आरोप लगाया कि वह समिति के लेखाकार व सचिव को अपने कार्यालय में बुलाकर रजिस्टर एवं वाउचरों का मिलान करती थीं। उसके बाद समिति के बाबू व सचिव के द्वारा रजिस्टर पर बताई गई जगह पर अपने हस्ताक्षर करती थीं। उन्होंने कहा कि सना आफरीन हापुड़ के अलावा गाजियाबाद की भी अधिकारी हैं। आरोप है कि उनके रिश्तेदारों ने विभाग में अपनी गाड़ी किराए पर लगा रखी हैं। इससे जिला गन्ना अधिकारी को आमदनी हो रही है। उन्होंने कहा कि जब तक जिला गन्ना अधिकारी सना आफरीन अपने पद पर कार्यरत रहेंगी, तब तक जांच प्रभावित होगी। इसलिए उनका तबादला जिले से कर दिया जाए। साथ ही किसानों के हित को देखते हुए उस घोटाले की निष्पक्ष जांच की जाए और घोटालेबाज अधिकारियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही की जाए। इस दौरान युवा प्रदेश सचिव रवि भाटी और जिला संरक्षक कटार सिंह मौजूद रहे।