{"_id":"69516b1937bb86cc6b002ddc","slug":"the-district-remained-covered-in-a-blanket-of-fog-till-afternoon-visibility-was-limited-to-five-meters-hapur-news-c-135-1-hpr1003-134811-2025-12-28","type":"story","status":"publish","title_hn":"Hapur News: दोपहर तक कोहरे की चादर से ढका रहा जिला, पांच मीटर तक सिमटी दृश्यता","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Hapur News: दोपहर तक कोहरे की चादर से ढका रहा जिला, पांच मीटर तक सिमटी दृश्यता
विज्ञापन
सुबह के समय तहसील चौराहे पर कोहरे में वाहनों की लाइट जलाकर सड़क पर जाते वाहन चालक। संवाद
- फोटो : संवाद
विज्ञापन
हापुड़। कोहरे और सर्दी का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। रविवार सुबह भी घना कोहरा छाया रहा। तड़के से ही कोहरे की चादर बिछ जाने से सड़कों पर दृश्यता पांच मीटर तक पहुंच गई। सड़कों पर वाहन हेडलाइट व इंडिकेटर जलाकर रेंगते नजर आए। कोहरा और कड़ाके की ठंड के कारण आम जनजीवन प्रभावित हो रहा। सुबह गलन भरी ठंड से लोग कांपते रहे। ठंड से बचाव के लिए जगह-जगह लोग अलाव का सहारा लेते दिखे।
हाईवे पर दृश्यता कम होने के कारण चंद कदम दूरी पर चल रहे वाहन भी दिखाई नहीं दे रहे थे, ऐसे में लोगों को आवागमन में परेशानी हुई। अनेक वाहन चालक कोहरे के कारण सड़कों के किनारे अपने वाहन लेकर खड़े हो गए और कोहरा कम होने का इंतजार किया। कोहरे के कारण कई मार्गों पर सन्नाटा पसरा रहा। रविवार को अवकाश के बाद बाजारों में भी सामान्य दिनों जैसी गतिविधि नहीं दिखी।
रविवार को अधिकतम तापमान 19 डिग्री और न्यूनतम तापमान आठ डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हवा की रफ्तार छह किलोमीटर प्रति घंटा और आर्द्रता 62 फीसदी दर्ज की गई। सर्दी से बचने के लिए लोग स्वेटर, जैकेट, टोपी और मफलर पहन कर अलाव का सहारा लेते दिखाई दिए। कोहरे के कारण दोपहर एक बजे हल्की धूप निकली, जिससे थोड़ी राहत मिली। लेकिन शाम चार बजे मौसम फिर बदल गया। गलन बढ़ने से लोग घरों में रूम हीटर, ब्लोअर और अलाव के सहारे ठंड से बचने की कोशिश करते रहे। ठंड और गलन के कारण लोग आवश्यक कार्य निपटा कर जल्दी घर लौटते नजर आए। शहर के तहसील चौपला, मेरठ तिराहा, अतरपुरा चौपला सहित सार्वजनिक स्थानों पर जल रहे अलाव के पास लोग लोगों की भीड़ रही।
-- -
प्रदूषण का स्तर बढ़ा, एक्यूआई 264 पहुंचा
कोहरे के साथ ही जिले में प्रदूषण का स्तर भी बढ़ गया है। ऐसे में सांस रोगियों की परेशानी बढ़ गई और आंखों में जलन की शिकायत भी बढ़ी है। कोहरे और प्रदूषण के कारण सुबह सैर करने वाले लोगों की संख्या भी घट गई है। रविवार को जिले का औसतन एक्यूआई 264 तक पहुंच गया, जिससे प्रदूषण स्तर खराब श्रेणी में रहा।
-- -
कड़ाके की ठंड की बीच शुरू होगा नया साल
मौसम वैज्ञानिक डॉ. अशोक कुमार के अनुसार अभी कोहरे और सर्दी से राहत की उम्मीद नजर नहीं आ रही है। अगले तीन दिनों तक घना कोहरा छाए रहने और गलन के कारण ठंड बरकरार रहेगी। ऐसे में नए साल की शुरुआत कड़ाके की ठंड के बीच होगी। गलन के साथ बढ़ी सर्दी से लोगों का जनजीवन प्रभावित होगा, सर्दी का सामना करने के लिए लोगों को तैयार रहना चाहिए।
कोहरे से फसलों को नुकसान
प्रगतिशील किसान ज्ञानेंद्र त्यागी ने बताया कि लगातार पड़ रहे कोहरे से फसलों में नुकसान हो रहा है। आलू की फसल में चेपा, ब्लाइट व झुलसा रोग लग रहा है। कोहरे के कारण सरसों की फसल में भी चेपा व फफूंदी रोग लगने की संभावना बढ़ जाती है। गेहूं की फसल के लिए पाला अधिक लाभदायक माना जाता है।
Trending Videos
हाईवे पर दृश्यता कम होने के कारण चंद कदम दूरी पर चल रहे वाहन भी दिखाई नहीं दे रहे थे, ऐसे में लोगों को आवागमन में परेशानी हुई। अनेक वाहन चालक कोहरे के कारण सड़कों के किनारे अपने वाहन लेकर खड़े हो गए और कोहरा कम होने का इंतजार किया। कोहरे के कारण कई मार्गों पर सन्नाटा पसरा रहा। रविवार को अवकाश के बाद बाजारों में भी सामान्य दिनों जैसी गतिविधि नहीं दिखी।
विज्ञापन
विज्ञापन
रविवार को अधिकतम तापमान 19 डिग्री और न्यूनतम तापमान आठ डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हवा की रफ्तार छह किलोमीटर प्रति घंटा और आर्द्रता 62 फीसदी दर्ज की गई। सर्दी से बचने के लिए लोग स्वेटर, जैकेट, टोपी और मफलर पहन कर अलाव का सहारा लेते दिखाई दिए। कोहरे के कारण दोपहर एक बजे हल्की धूप निकली, जिससे थोड़ी राहत मिली। लेकिन शाम चार बजे मौसम फिर बदल गया। गलन बढ़ने से लोग घरों में रूम हीटर, ब्लोअर और अलाव के सहारे ठंड से बचने की कोशिश करते रहे। ठंड और गलन के कारण लोग आवश्यक कार्य निपटा कर जल्दी घर लौटते नजर आए। शहर के तहसील चौपला, मेरठ तिराहा, अतरपुरा चौपला सहित सार्वजनिक स्थानों पर जल रहे अलाव के पास लोग लोगों की भीड़ रही।
प्रदूषण का स्तर बढ़ा, एक्यूआई 264 पहुंचा
कोहरे के साथ ही जिले में प्रदूषण का स्तर भी बढ़ गया है। ऐसे में सांस रोगियों की परेशानी बढ़ गई और आंखों में जलन की शिकायत भी बढ़ी है। कोहरे और प्रदूषण के कारण सुबह सैर करने वाले लोगों की संख्या भी घट गई है। रविवार को जिले का औसतन एक्यूआई 264 तक पहुंच गया, जिससे प्रदूषण स्तर खराब श्रेणी में रहा।
कड़ाके की ठंड की बीच शुरू होगा नया साल
मौसम वैज्ञानिक डॉ. अशोक कुमार के अनुसार अभी कोहरे और सर्दी से राहत की उम्मीद नजर नहीं आ रही है। अगले तीन दिनों तक घना कोहरा छाए रहने और गलन के कारण ठंड बरकरार रहेगी। ऐसे में नए साल की शुरुआत कड़ाके की ठंड के बीच होगी। गलन के साथ बढ़ी सर्दी से लोगों का जनजीवन प्रभावित होगा, सर्दी का सामना करने के लिए लोगों को तैयार रहना चाहिए।
कोहरे से फसलों को नुकसान
प्रगतिशील किसान ज्ञानेंद्र त्यागी ने बताया कि लगातार पड़ रहे कोहरे से फसलों में नुकसान हो रहा है। आलू की फसल में चेपा, ब्लाइट व झुलसा रोग लग रहा है। कोहरे के कारण सरसों की फसल में भी चेपा व फफूंदी रोग लगने की संभावना बढ़ जाती है। गेहूं की फसल के लिए पाला अधिक लाभदायक माना जाता है।

सुबह के समय तहसील चौराहे पर कोहरे में वाहनों की लाइट जलाकर सड़क पर जाते वाहन चालक। संवाद- फोटो : संवाद

सुबह के समय तहसील चौराहे पर कोहरे में वाहनों की लाइट जलाकर सड़क पर जाते वाहन चालक। संवाद- फोटो : संवाद
