{"_id":"686ca83b493a757b1902f6f4","slug":"fire-broke-out-in-the-house-2025-07-08","type":"story","status":"publish","title_hn":"Hathras: मकान में लगी भीषण आग, कमरे की छत उड़ी, गेहूं-कपड़े और रुपये जले, वाशिंग मशीन भी जलकर हुई राख","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Hathras: मकान में लगी भीषण आग, कमरे की छत उड़ी, गेहूं-कपड़े और रुपये जले, वाशिंग मशीन भी जलकर हुई राख
अमर उजाला नेटवर्क, हाथरस
Published by: चमन शर्मा
Updated Tue, 08 Jul 2025 10:41 AM IST
विज्ञापन
सार
पीड़ित परिवार दुखी है क्योंकि इस बार उसे खाने के लिए बाहर से गेहूं का इंतजाम करना पड़ेगा । दोनों कमरों को पुनः बनाना पड़ेगा। परिवार को तकरीबन 10 से 12 लाख रुपए तक का नुकसान हुआ है। परिवार के सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है।

आग से उड़ी कमरे की छत
- फोटो : संवाद
विस्तार
हाथरस के सहपऊ अंतर्गत ग्राम नगला भोलू के एक मकान में भीषण आग लग गई। आग से कमरे की छत उड़ गई। घर में रखा गेहूं, कंबल, रजाई, गद्दे, कीमती कपड़े, रुपये और वाशिंग मशीन जलकर राख हो गई। आग लगने से इतने बड़े नुकसान की सोच-सोच कर परिजन बेहद दुखी हैं कि अब कैसे, क्या होगा, गुजारा कैसे चलेगा ?
विज्ञापन

Trending Videos
गांव नगला भोलू में 8 जुलाई की सुबह तड़के 4:30 बजे के लगभग बिजली के शॉर्ट सर्किट से मकान में आग लग गई। आग लगने से सोनवीर का रुपया सहित लाखों का सामान जलकर राख हो गया। पीड़ित सोनवीर ने बताया कि 7 जुलाई को परिवार के साथ रात में खेतों पर बाजरा निकालने के लिए गये थे। देर रात वह परिवार के सदस्यों के साथ वासस लौटे और अधिक से थकावट के चलते गहरी नींद में सो गए ।
विज्ञापन
विज्ञापन
8 जुलाई की सुबह जब परिवार वालों की आंख खुली तो देखा कि मकान के पीछे बने कमरे में आग लगी हुई है। उनके चीखने-चिल्लाने पर वहां काफी संख्या में ग्रामीण आ गए। उन्होंने सबमर्सिबल चला कर आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन आग पर काबू नहीं पा सके। सूचना पर पहुंची दमकल की गाड़ी ने बड़ी मुश्किल से आग पर काबू पाया।

आग से कमरे में रखा 20 कुंतल से अधिक गेहूं, सर्दी में ओढ़ने वाले कपड़े जैसे कंबल, रजाई, गद्दा, बक्सों में रखे हुए कीमती कपड़े, 70 हजार रुपए और वाशिंग मशीन जलकर राख हो गए। आज इतनी भीषण थी कि कमरे की छत तक उड़ गई। साथ ही पास के कमर में भी दरारें पड़ गई। पीड़ित परिवार दुखी है क्योंकि इस बार उसे खाने के लिए बाहर से गेहूं का इंतजाम करना पड़ेगा । दोनों कमरों को पुनः बनाना पड़ेगा। परिवार को तकरीबन 10 से 12 लाख रुपए तक का नुकसान हुआ है। परिवार के सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है।