मानवता पर भारी नियम: बेटी के लिए चेनपुलिंग करना पिता को पड़ा भारी, आरपीएफ ने दर्ज किया मुकदमा
पिता को बेटी को पता नहीं चला कि वह किस कोच में चढ़ गई। ट्रेन ने चलते ही गति पकड़ ली। बेटी ट्रेन में चढ़ने की कोशिश न करे, इसलिए उन्होंने चेन पुलिंग कर ट्रेन को रोक दिया, लेकिन उन्हें ये नहीं मालूम था कि बेटी की जान बचाना उनके लिए आपात स्थिति है, रेलवे के लिए नहीं।
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रेलवे के नियम अक्सर आम आदमी पर भारी पड़ते हैं। ट्रेनों में लगी चेन को आपात स्थिति में खींचना एक पिता को भारी पड़ गया। बेटी के ट्रेन में न चढ़ पाने पर पिता ने चेन खींची थी, लेकिन रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने इसे आपात स्थिति नहीं माना और परिवार को ट्रेन से उतारकर पिता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। हालांकि बाद में उन्हें जमानत पर छोड़ दिया गया।
घटना 24 मई दोपहर को हाथरस सिटी स्टेशन की है। यहां कासगंज से मथुरा की ओर जाने वाली ट्रेन के प्लेटफॉर्म से छूटते ही चेन पुलिंग कर दी गई। मौके पर मौजूद आरपीएफ ने तत्काल चेन पुलिंग करने वाले जगतपाल सिंह पुत्र रामेश्वर सिंह निवासी राजा का रामपुर जिला एटा को पकड़ लिया।
जगतपाल ने आरपीएफ को बताया कि वह मथुरा जिले के सोनई कस्बे में पढ़ाते हैं और बेटे व बेटी के साथ सोनई जा रहे थे। ट्रेन में भीड़ होने की वजह से वह अपने बेटे के साथ ट्रेन में चढ़ गए, लेकिन बेटी को पता नहीं चला कि वह किस कोच में चढ़ गए। ट्रेन ने चलते ही गति पकड़ ली। बेटी ट्रेन में चढ़ने की कोशिश न करे, इसलिए उन्होंने चेन पुलिंग कर ट्रेन को रोक दिया, लेकिन उन्हें ये नहीं मालूम था कि बेटी की जान बचाना उनके लिए आपात स्थिति है, रेलवे के लिए नहीं।
आरपीएफ के जवानों का कहना था कि गलती यात्री की है, न कि रेलवे की। आरपीएफ ने जगतपाल को ट्रेन में दोबारा नहीं चढ़ने दिया और उनके खिलाफ रेलवे एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर बाद में जमानत दे दी। जगतपाल एक ओर रेलवे के नियमों को लेकर हैरान थे, वहीं दूसरी ओर इस बात को लेकर खुश थे कि उन्होंने अपनी बेटी की जान बचा ली।
लिखा पढ़ी के चलते 10 मिनट खड़ी रही ट्रेन
पूर्वोत्तर रेलवे के इज्जतनगर मंडल में चेनपुलिंग के बाद लिखा-पढ़ी के नियम इस तरह के हैं कि ट्रेन को दोबारा चलने में 10 मिनट का समय लग जाता है। शुक्रवार को चेन पुलिंग की घटना में आरपीएफ व ट्रेन के गार्ड के बीच इतनी लिखा-पढ़ी की गई कि ट्रेन 10 मिनट तक खड़ी रही, जिससे यात्रियों को दिक्कतों को सामना करना पड़ा, जबकि अन्य रेलवे जोन में चेन पुलिंग के दौरान इस तरह यात्रियों का समय खराब नहीं किया जाता।
मैं अभी बाहर हूं। चेन पुलिंग करने वाले एक व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। रेलवे नियमों में यात्री का छूटना, बच्चे का छूटना, सामान का छूटना यात्री की गलती मानी जाती है। इस तरह बिना उचित कारण के चेन पुलिंग करना ठीक नहीं है।-रनजीत यादव, आरपीएफ प्रभारी, हाथरस सिटी।