सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Uttar Pradesh ›   Hathras News ›   Vande Mataram... Even the whole of Aligarh Laberez with josh

Hathras News: वंदे मातरम्... अलीगढ़ की सरजमीं को भी किया जोश से लबरेज

Aligarh Bureau अलीगढ़ ब्यूरो
Updated Thu, 06 Nov 2025 01:44 AM IST
विज्ञापन
Vande Mataram... Even the whole of Aligarh Laberez with josh
विज्ञापन
मातृभूमि के लिए दिलों में जोश, उमंग, देश की एकता और स्वाभिमान की भावना को जागृत करने वाला राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् सात नवंबर को 150 साल का हो जाएगा। अलीगढ़ की सरजमीं भी आजादी के दीवानों में इस गीत से जोश भरती रही है। सरदार भगत सिंह भी अलीगढ़ के शादीपुर में प्रवास के दौरान इस गीत को गुनगुनाया करते थे।
Trending Videos

राष्ट्रीय गीत बना वंदे मातरम् बंकिम चंद्र चटर्जी ने वर्ष 1875 में सात नवंबर को अक्षय नवमी वाले दिन लिखा था, जिसे सबसे पहली बार बंग दर्शन में प्रकाशित किया गया फिर इसका प्रकाशन आनंद मठ पुस्तक में किया गया। बाद में यह गीत स्वतंत्रता आंदोलन का प्रमुख गीत बन गया। आजादी के दीवानों की स्वाभिमान का प्रतीक बन गया। बताया जाता है कि पिसावा के शादीपुर में सरदार भगत सिंह अपने प्रवास के दौरान वेश बदलकर रहते थे फिर भी कभी-कभी वंदे मातरम् को गुनगुना लिया करते थे।
विज्ञापन
विज्ञापन

स्वतंत्रता आंदोलन का मंत्र था

खैर के स्वतंत्रता सेनानी रघुवंश रत्न गौड़ के 84 साल केज्येष्ठ पुत्र अधिवक्ता रघुकुल तिलक गौड़ बताते हैं कि आज़ादी की लड़ाई में “वंदे मातरम” केवल एक गीत नहीं, बल्कि स्वतंत्रता का मंत्र था। इस नारे ने अंग्रेज़ी हुकूमत की नींव हिला दी थी। खैर के स्वतंत्रता सेनानियों रघुवंश रत्न गौड़, रमेश चंद्र गौड़, हरिशंकर आज़ाद, लीलाधर आज़ाद, निरंजन देव शर्मा और बाबा रोहतगी ने इसी नारे को अपनी शक्ति और प्रेरणा बनाया।
वंदे मातरम् को राष्ट्रगान नहीं बनाने की रही पीड़ा

उन्होंने बताया कि जब भारत की संविधान सभा ने “जन गण मन” को राष्ट्रीय गान और “वंदे मातरम” को राष्ट्रीय गीत घोषित किया, तो स्वतंत्रता सेनानियों के मन में एक पीड़ा हुई क्योंकि उनकी लड़ाई का प्रतीक तो “वंदे मातरम” ही था, जो उनके बलिदान और संघर्ष की पहचान बन चुका था। फिर भी, उन्होंने देशभक्ति की भावना के तहत “जन गण मन” को सम्मानपूर्वक राष्ट्रगान के रूप में स्वीकार किया।
विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

एप में पढ़ें

Followed