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Jalaun News: फर्जी जन्म प्रमाणपत्र जारी करने में स्टाफ नर्स समेत चार के खिलाफ रिपोर्ट
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फोटो-12-अमर उजाला में 29 नवंबर को प्रकाशित खबर। संवाद
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रामपुरा/ उरई। सीएचसी से फर्जी जन्म प्रमाणपत्र मामले में स्टाफ नर्स समेत चार लोगों के खिलाफ चिकित्सा अधीक्षक की तहरीर पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है। साथ ही फर्जी जन्म प्रमाणपत्र को भी निरस्त करा दिया गया है।
इटावा के बकेवर थाना क्षेत्र के दिलीपनगर निवासी रोहित ने सीएमओ को शिकायतीपत्र दिया था। इसमें बताया था कि रामपुरा थाना क्षेत्र के जगम्मनपुर में मेहनत मजदूरी करता है। उसकी शादी औरैया के अछल्दा थाना क्षेत्र के चिमकुनी निवासी विनीता के साथ छह फरवरी 2018 को हुई थी। विवाद के बाद 2021 से दोनों अलग हो गए और मामला औरैया कोर्ट में विचाराधीन है।
रोहित के मुताबिक वह 13 अक्तूबर 2025 को मुकदमा पेशी के दौरान कोर्ट पहुंचा तो पता चला कि विनीता ने फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बनवाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि उसकी पत्नी विनीता ने रामपुरा सीएचसी कर्मचारियों के साथ मिलकर यह प्रमाणपत्र बनाया है। दस्तावेज में बताया कि विनीता ने अपनी आशा वर्कर बहन रेखा के साथ मिलकर सात अक्तूबर को प्रसव होना बताया। प्रसव में प्रेरक के रूप में आशा उमाकांती का नाम दर्ज है। प्रसव कराने वाले स्टाफ में विमलेशी शामिल है। साथ ही आठ अक्तूबर को उसे पिता बताते हुए कथित पत्नी अंजुली के पुत्र आर्यन के नाम से जन्म प्रमाणपत्र जारी करा दिया। वहीं, अनमोल नाम के व्यक्ति ने उस जन्म प्रमाणपत्र को रिसीव भी किया है। साथ ही टीकाकरण भी कराया गया है। आरोप लगाया कि जब वह इस प्रमाणपत्र की जानकारी करने सीएचसी पहुंचा तो स्टाफ ने धमकाकर भगा दिया।
सीएमओ ने इस मामले में एसीएमओ डॉ. एपी वर्मा के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम गठित की थी। टीम में माधौगढ़ के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. मनीष राजपूत व एलएचबी रानी देवी को शामिल किया गया था। जांच टीम ने सीएचसी पहुंचकर मामले से जुड़े सभी लोगों के एफीडेविट लेकर रिपोर्ट तैयार कर सीएमओ को सौंपी थी। जांच टीम ने बताया था सभी बयानों का आपस में मिलान नहीं हो रहा है, इसलिए मामला आपराधिक बन रहा है।
इसके बाद खुद सीएमओ भी रामपुरा सीएचसी पहुंचे और उन्होंने सीसीटीवी फुटेज व कंप्यूटर पर डाटा देखकर सीएचसी अधीक्षक को एफआईआर कराने के निर्देश दिए थे। इस पर सोमवार की देर शाम चिकित्सा अधीक्षक डॉ. प्रदीप सिंह ने आशा वर्कर उमाकांती,सीएचसी रामपुरा में तैनात स्टाफ नर्स विमलेश कुमारी, शिकायतकर्ता रोहित की पत्नी विनीता, अनमोल प्रजापति के खिलाफ कूट रचित दस्तावेज बनाने की रिपोर्ट दर्ज कराई है।
वर्जन
मामले में एफआईआर दर्ज करा दी गई है। साथ ही सीएचसी से जारी फर्जी जन्मप्रमाणपत्र को भी निरस्त करा दिया गया है। मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
डॉ.डीके भिटौरिया, सीएमओ जालौन
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इटावा के बकेवर थाना क्षेत्र के दिलीपनगर निवासी रोहित ने सीएमओ को शिकायतीपत्र दिया था। इसमें बताया था कि रामपुरा थाना क्षेत्र के जगम्मनपुर में मेहनत मजदूरी करता है। उसकी शादी औरैया के अछल्दा थाना क्षेत्र के चिमकुनी निवासी विनीता के साथ छह फरवरी 2018 को हुई थी। विवाद के बाद 2021 से दोनों अलग हो गए और मामला औरैया कोर्ट में विचाराधीन है।
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रोहित के मुताबिक वह 13 अक्तूबर 2025 को मुकदमा पेशी के दौरान कोर्ट पहुंचा तो पता चला कि विनीता ने फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बनवाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि उसकी पत्नी विनीता ने रामपुरा सीएचसी कर्मचारियों के साथ मिलकर यह प्रमाणपत्र बनाया है। दस्तावेज में बताया कि विनीता ने अपनी आशा वर्कर बहन रेखा के साथ मिलकर सात अक्तूबर को प्रसव होना बताया। प्रसव में प्रेरक के रूप में आशा उमाकांती का नाम दर्ज है। प्रसव कराने वाले स्टाफ में विमलेशी शामिल है। साथ ही आठ अक्तूबर को उसे पिता बताते हुए कथित पत्नी अंजुली के पुत्र आर्यन के नाम से जन्म प्रमाणपत्र जारी करा दिया। वहीं, अनमोल नाम के व्यक्ति ने उस जन्म प्रमाणपत्र को रिसीव भी किया है। साथ ही टीकाकरण भी कराया गया है। आरोप लगाया कि जब वह इस प्रमाणपत्र की जानकारी करने सीएचसी पहुंचा तो स्टाफ ने धमकाकर भगा दिया।
सीएमओ ने इस मामले में एसीएमओ डॉ. एपी वर्मा के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम गठित की थी। टीम में माधौगढ़ के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. मनीष राजपूत व एलएचबी रानी देवी को शामिल किया गया था। जांच टीम ने सीएचसी पहुंचकर मामले से जुड़े सभी लोगों के एफीडेविट लेकर रिपोर्ट तैयार कर सीएमओ को सौंपी थी। जांच टीम ने बताया था सभी बयानों का आपस में मिलान नहीं हो रहा है, इसलिए मामला आपराधिक बन रहा है।
इसके बाद खुद सीएमओ भी रामपुरा सीएचसी पहुंचे और उन्होंने सीसीटीवी फुटेज व कंप्यूटर पर डाटा देखकर सीएचसी अधीक्षक को एफआईआर कराने के निर्देश दिए थे। इस पर सोमवार की देर शाम चिकित्सा अधीक्षक डॉ. प्रदीप सिंह ने आशा वर्कर उमाकांती,सीएचसी रामपुरा में तैनात स्टाफ नर्स विमलेश कुमारी, शिकायतकर्ता रोहित की पत्नी विनीता, अनमोल प्रजापति के खिलाफ कूट रचित दस्तावेज बनाने की रिपोर्ट दर्ज कराई है।
वर्जन
मामले में एफआईआर दर्ज करा दी गई है। साथ ही सीएचसी से जारी फर्जी जन्मप्रमाणपत्र को भी निरस्त करा दिया गया है। मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
डॉ.डीके भिटौरिया, सीएमओ जालौन

फोटो-12-अमर उजाला में 29 नवंबर को प्रकाशित खबर। संवाद

फोटो-12-अमर उजाला में 29 नवंबर को प्रकाशित खबर। संवाद

फोटो-12-अमर उजाला में 29 नवंबर को प्रकाशित खबर। संवाद

फोटो-12-अमर उजाला में 29 नवंबर को प्रकाशित खबर। संवाद

फोटो-12-अमर उजाला में 29 नवंबर को प्रकाशित खबर। संवाद
