Kanpur: साइबर ठगों के चीनी कनेक्शन पर एटीएस सक्रिय, क्राइम ब्रांच ने सात ठगों को भेजा है जेल

साइबर ठगी में चीनी कनेक्शन आने के बाद से जांच एजेंसियां सक्रिय हो गई हैं। एटीएस ने अपने स्तर से तफ्तीश शुरू की है। कमिश्नरी पुलिस से इससे संबंधित जानकारी मांगी है। देश की केंद्रीय एजेंसियां पिछले कुछ महीनों से लगातार इस संबंध में कार्रवाई कर रही हैं। ईडी भी कार्रवाई कर रही है। अब जब एटीएस जांच आगे बढ़ाएगी तो कई राज खुलने की उम्मीद है।

सिविल लाइंस निवासी फैज रहमान ने 11 लाख रुपये का ऑनलाइन निवेश किया था। जिस वेबसाइट के जरिये निवेश किया गया था वह अचानक क्रैश हो गई थी। क्राइम ब्रांच ने जांच की और एक महीने के भीतर सात शातिर ठगों को जेल भेजा। क्राइम ब्रांच ने खुलासा किया कि ठगी इंटरनेशनल स्तर पर की जा रही है।
जिसके मास्टरमाइंड चीन में बैठे हैं। उन्होंने सोशल मीडिया के जरिये भारतीय को अपने गिरोह में शामिल किया। उसके बाद ऑनलाइन गेमिंग, लोन देने और निवेश के नाम पर ठगी कर रहे हैं। जांच टीम ने तीन चीनी ठगों के बारे में जानकारी जुटाई है। सूत्रों के मुताबिक एटीएस इस मामले में सक्रिय हो गई है। आरोपियों का पूरा डाटा कमिश्नरी पुलिस से मांगा है। साथ में किस तरह से ठगी की जा रही थी। संदिग्ध मोबाइल नंबरों आदि का विवरण भी मांगा है।
इसलिए एटीएस हुई सक्रिय
करीब डेढ़ साल पहले एटीएस ने चीनी गिरोह का पर्दाफाश किया था। जो बड़े पैमाने पर भारत में लिए गए सिमों को चीन पहुंचाता था। इसमें एक चीनी नागरिक गुरुग्राम में होटल भी संचालित करता था। इसे बंगाल से गिरफ्तार किया गया था। तब जांच में सामने आया था कि भारतीय सिम हांगकांग में एक्टिव हैं। सूत्रों के मुताबिक एक तरह से चीनी ठग आर्थिक रूप से भारत को कमजोर करने का प्रयास कर रहे हैं। यही वजह है कि एटीएस सक्रिय हुई है।