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ऑटोनाॅमस पर विवाद भड़का: केआईटी में छात्रों का हंगामा-तोड़फोड़, अगाजनी
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, कानपुर
Published by: शिखा पांडेय
Updated Tue, 16 Dec 2025 11:59 AM IST
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कांफ्रेंस रूम में लगी आग
- फोटो : अमर उजाला
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कानपुर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, रूमा (केआईटी) में ऑटोनॉमस एडमिशन विवाद को लेकर छात्रों का आंदोलन तीसरे दिन और भड़क गया। बीटेक और एमबीए के छात्रों ने कॉलेज प्रबंधन पर भ्रामक प्रवेश नीति अपनाने और वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कक्षाएं ठप कराईं और कैंपस में जमकर नारेबाजी की। देर शाम संदिग्ध परिस्थितियों में संस्थान के कांफ्रेंस में रूम में आग लगने से मामला और भड़क गया। जूनियर छात्रों ने सीनियर छात्रों पर आगजनी करने और तोड़फोड़ करने का आरोप लगाया है।
छात्रों का आरोप है कि दाखिले के समय कॉलेज को ऑटोनॉमस संस्थान बताकर प्रवेश दिया गया, लेकिन अब अचानक एकेटीयू के नियम थोपे जा रहे हैं। ऑटोनामस का धोखा देकर अधिक फीस में दाखिला लेकर भविष्य बर्बाद होने के खतरे से आक्रोशित छात्रों ने दिनभर हंगामा किया। जिससे परीक्षा प्रणाली और करियर पर गंभीर असर पड़ेगा। छात्रों का कहना है कि अधूरी सुविधाओं के बीच नियम बदलना सीधे तौर पर उनके भविष्य से खिलवाड़ है। इसी को लेकर बीते तीन दिनों से केआईटी में हंगामा चल रहा है। छात्र सड़कों पर उतर आए और न्याय की मांग कर रहे हैं।
छात्रों के हंगामे व तोड़फोड़ की सूचना मिलते ही एसडीएम नर्वल विवेक मिश्रा एसीपी चकेरी अभिषेक पांडेय समेत भारी पुलिस फोर्स पहुंचा और सभी को शांत कराया। इसी बीच, एकेटीयू के प्रति कुलपति प्रो. राजीव कुमार, डीएसडब्ल्यू प्रो. ओपी सिंह व डिप्टी रजिस्ट्रार आयुष श्रीवास्तव भी पहुंचे। विवि की टीम छात्रों के हंगामे की सूचना जिलाधिकारी के माध्यम से मिलने के बाद पहुंची। मामला बढ़ता देख एडीएम सिटी डॉ. राजेश कुमार भी पहुंचे। प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों ने कॉलेज प्रशासन व विवि की टीम के साथ छात्रों की बातचीत कराई। आरोप है कि छात्रों ने संस्थान और एकेटीयू के अधिकारियों के साथ भी धक्कामुक्की की।
छात्रों ने एडीएम सिटी और एकेटीयू प्रशासन को ज्ञापन सौंपते हुए साफ चेतावनी दी कि जब तक ऑटोनॉमस एडमिशन पॉलिसी पर लिखित आश्वासन नहीं मिलता, उनका अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा। प्रदर्शन में छात्रसंघ बहाली मोर्चा के अनस साहू, गौरांग पांडे, आर्यन ठाकुर और आयुष तिवारी प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
क्या है मामला
हुआ यह कि केआईटी को यूजीसी की ओर से 10 साल ऑटोनॉमस का अनुमोदन मिल गया। जिसके अनुसार संस्थान अपने हिसाब से पाठ्यक्रम तैयार करता है। स्वयं ही परीक्षा और परिणाम जारी कर सकता है। डिग्री विवि की ओर से मिलती है। केआईटी को यूजीसी का अनुमोदन मिला लेकिन एकेटीयू की ओर से एनओसी प्रक्रिया अधूरी रही। 2024-25 में तो केआईटी ने ऑटोनाॅमस संस्थान के तहत ही दाखिला लिया। प्रैक्टिकल 70 और थ्योरी 30 अंक की तय कर परीक्षा कराई गई। एकेटीयू से एनओसी न मिलने पर इस प्रक्रिया को रदद माना गया। ऑटोनामस के कारण इस सत्र के छात्रों का विवि में इनरोलमेंट भी नहीं हुआ है। इसमें बीटेक के अलावा बीसीए और एमसीए के छात्र सम्मिलित हैं। फिर भी 2025-26 के दाखिले ले लिए गए। इस पर संस्थान हाईकोर्ट गए, जहां वह केस हार गए। इस साल दाखिला लेने वाले छात्र भी परेशान हैं। उन्होंने ऑटोनामस कॉलेज के अनुसार विषयों का चयन किया और पढ़ाई की। अब उन्हें विवि के विषयों के आधार पर परीक्षा देनी होगी।
कांफ्रेंस रूम में लगी आग
देर शाम कैंपस के कांफ्रेंस के संदिग्ध परिस्थितियों में आग लगने से हड़कंप मच गया। आग लगते ही धुआं फैल गया, जिससे छात्रों और कर्मचारियों में अफरा-तफरी मच गई। सूचना पर फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। जाजमऊ फायर स्टेशन प्रभारी राहुल नंदन के मुताबिक, घटना में कोई जनहानि नहीं हुई है, हालांकि आग लगने के कारण अभी स्पष्ट नहीं हैं और जांच जारी है। पुलिस भी आग की वजह और अन्य पहलुओं की पड़ताल कर रही है।
हॉस्टल में बंद रहीं छात्राएं
केआईटी में ऑटोनामस को लेकर चल रहे बवाल के दौरान कॉलेज प्रशासन ने हॉस्टल में रह रही छात्राओं को वहीं बंद कर दिया। काफी देर प्रयास के बाद छात्राएं हॉस्टल से निकल सकी। वहीं, कॉलेज के मुख्य गेट पर छात्रों ने जमकर हंगामा किया। छात्राओं ने भी जमकर नारेबाजी की।
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छात्रों का आरोप है कि दाखिले के समय कॉलेज को ऑटोनॉमस संस्थान बताकर प्रवेश दिया गया, लेकिन अब अचानक एकेटीयू के नियम थोपे जा रहे हैं। ऑटोनामस का धोखा देकर अधिक फीस में दाखिला लेकर भविष्य बर्बाद होने के खतरे से आक्रोशित छात्रों ने दिनभर हंगामा किया। जिससे परीक्षा प्रणाली और करियर पर गंभीर असर पड़ेगा। छात्रों का कहना है कि अधूरी सुविधाओं के बीच नियम बदलना सीधे तौर पर उनके भविष्य से खिलवाड़ है। इसी को लेकर बीते तीन दिनों से केआईटी में हंगामा चल रहा है। छात्र सड़कों पर उतर आए और न्याय की मांग कर रहे हैं।
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छात्रों के हंगामे व तोड़फोड़ की सूचना मिलते ही एसडीएम नर्वल विवेक मिश्रा एसीपी चकेरी अभिषेक पांडेय समेत भारी पुलिस फोर्स पहुंचा और सभी को शांत कराया। इसी बीच, एकेटीयू के प्रति कुलपति प्रो. राजीव कुमार, डीएसडब्ल्यू प्रो. ओपी सिंह व डिप्टी रजिस्ट्रार आयुष श्रीवास्तव भी पहुंचे। विवि की टीम छात्रों के हंगामे की सूचना जिलाधिकारी के माध्यम से मिलने के बाद पहुंची। मामला बढ़ता देख एडीएम सिटी डॉ. राजेश कुमार भी पहुंचे। प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों ने कॉलेज प्रशासन व विवि की टीम के साथ छात्रों की बातचीत कराई। आरोप है कि छात्रों ने संस्थान और एकेटीयू के अधिकारियों के साथ भी धक्कामुक्की की।
छात्रों ने एडीएम सिटी और एकेटीयू प्रशासन को ज्ञापन सौंपते हुए साफ चेतावनी दी कि जब तक ऑटोनॉमस एडमिशन पॉलिसी पर लिखित आश्वासन नहीं मिलता, उनका अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा। प्रदर्शन में छात्रसंघ बहाली मोर्चा के अनस साहू, गौरांग पांडे, आर्यन ठाकुर और आयुष तिवारी प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
क्या है मामला
हुआ यह कि केआईटी को यूजीसी की ओर से 10 साल ऑटोनॉमस का अनुमोदन मिल गया। जिसके अनुसार संस्थान अपने हिसाब से पाठ्यक्रम तैयार करता है। स्वयं ही परीक्षा और परिणाम जारी कर सकता है। डिग्री विवि की ओर से मिलती है। केआईटी को यूजीसी का अनुमोदन मिला लेकिन एकेटीयू की ओर से एनओसी प्रक्रिया अधूरी रही। 2024-25 में तो केआईटी ने ऑटोनाॅमस संस्थान के तहत ही दाखिला लिया। प्रैक्टिकल 70 और थ्योरी 30 अंक की तय कर परीक्षा कराई गई। एकेटीयू से एनओसी न मिलने पर इस प्रक्रिया को रदद माना गया। ऑटोनामस के कारण इस सत्र के छात्रों का विवि में इनरोलमेंट भी नहीं हुआ है। इसमें बीटेक के अलावा बीसीए और एमसीए के छात्र सम्मिलित हैं। फिर भी 2025-26 के दाखिले ले लिए गए। इस पर संस्थान हाईकोर्ट गए, जहां वह केस हार गए। इस साल दाखिला लेने वाले छात्र भी परेशान हैं। उन्होंने ऑटोनामस कॉलेज के अनुसार विषयों का चयन किया और पढ़ाई की। अब उन्हें विवि के विषयों के आधार पर परीक्षा देनी होगी।
कांफ्रेंस रूम में लगी आग
देर शाम कैंपस के कांफ्रेंस के संदिग्ध परिस्थितियों में आग लगने से हड़कंप मच गया। आग लगते ही धुआं फैल गया, जिससे छात्रों और कर्मचारियों में अफरा-तफरी मच गई। सूचना पर फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। जाजमऊ फायर स्टेशन प्रभारी राहुल नंदन के मुताबिक, घटना में कोई जनहानि नहीं हुई है, हालांकि आग लगने के कारण अभी स्पष्ट नहीं हैं और जांच जारी है। पुलिस भी आग की वजह और अन्य पहलुओं की पड़ताल कर रही है।
हॉस्टल में बंद रहीं छात्राएं
केआईटी में ऑटोनामस को लेकर चल रहे बवाल के दौरान कॉलेज प्रशासन ने हॉस्टल में रह रही छात्राओं को वहीं बंद कर दिया। काफी देर प्रयास के बाद छात्राएं हॉस्टल से निकल सकी। वहीं, कॉलेज के मुख्य गेट पर छात्रों ने जमकर हंगामा किया। छात्राओं ने भी जमकर नारेबाजी की।
छात्रों का भविष्य नहीं खराब होगा। विवि प्रशासन से बात हो गई है, द्वितीय वर्ष के छात्रों के इनरोलमेंट के लिए पोर्टल खोला जाएगा। वहीं, प्रथम वर्ष के छात्रों की परीक्षा विवि की ओर से आयोजित की जाएगी। कांफ्रेंस रूम में आग लगी थी, किसने लगाई, इसकी जानकारी नहीं हो सकी। जिन छात्रों दाखिला निरस्त कराना होगा, उन्हें पूरी फीस वापस की जाएगी। मारपीट वाली बात गलत है। - डॉ. बृजेश वार्ष्णेय, निदेशक-केआईटी
