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घाटमपुर: 11 दिन से लापता युवक का शव नाले में पड़ा मिला, अब तक सामने आई ये बात
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, घाटमपुर
Published by: शिखा पांडेय
Updated Mon, 20 Dec 2021 01:10 AM IST
सार
राघवेंद्र के पिता श्रीराम ने बताया कि साढ़ पुलिस की लापरवाही से बेटे की जान चली गई। गांव के ही दोस्त जयसिंह उर्फ सिंघा ने अन्य साथियों के साथ मिलकर आठ-नौ दिन तक कहीं बंधक बनाकर रखा और फिर हत्या कर दी।
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राघवेंद्र की फाइल फोटो
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
घाटमपुर में साढ़ के दौलतपुर गांव से 11 दिन से लापता युवक का शव गौरीककरा के जंगल में स्थित नाले में पड़ा मिला। वह नौ दिसंबर को गांव के ही दोस्त के साथ निकला था। लापता होने के तीन दिन बाद साढ़ पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर उसके साथी को पूछताछ के लिए उठाया था, लेकिन कुछ पता नहीं चला।
पुलिस को घटनास्थल के पास सिगरेट, खाली दोना और बीयर की खाली बोतलें मिली हैं। मृतक के पिता ने बेटे की हत्या कर शव जंगल में फेंकने का आरोप लगाकर तहरीर दी है पर साढ़ पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मुकदमा दर्ज करने की बात कह रही है।
दौलतपुर गांव निवासी श्रीराम कुरील के तीन पुत्रों में सबसे बड़ा राघवेंद्र (23) जाजमऊ स्थित फैक्ट्री में प्राइवेट नौकरी करता था। नौ दिसंबर को गांव के दोस्त जय सिंह उर्फ सिंघा कोरी के साथ निकला था। देररात तक घर न पहुंचने पर परिजनों ने फोन किया तो मोबाइल स्विच ऑफ मिला।
दो दिन तक तलाश करने के बाद 11 दिसंबर को पिता ने साढ़ थाने में तहरीर दी। तब पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर उसके दोस्त जय सिंह को उठाया। दो दिन तक रखने के बाद उसे छोड़ दिया। इधर, फिर परिजनों ने गुहार लगाई तो 16 दिसंबर को पुलिस ने फिर जय सिंह को हिरासत में लिया पर कुछ उगलवा नहीं सकी।
तबसे आरोपी पुलिस हिरासत में ही है। रविवार सुबह गौरीककरा गांव निवासी बसंत लाल पाल जंगल में पतावर काटने गए थे, जहां नाले के बीच क्षतविक्षत शव पड़ा देख ग्रामीणों व पुलिस को सूचना दी। सूचना पाकर एएसपी आदित्य शुक्ला, घाटमपुर सीओ सुशील कुमार दुबे और साढ़ थानाध्यक्ष राजकुमार सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। दौलतपुर गांव निवासी सुनीता ने शव की पहचान अपने बेटे राघवेंद्र के रूप में की। युवक का शव दो से तीन दिन पुराना प्रतीत हो रहा था। गर्दन और चेहरे को जंगली जानवरों ने नोंचकर क्षतविक्षत कर दिया था।
पुलिस की लापरवाही से गई बेटे की जान
राघवेंद्र के पिता श्रीराम ने बताया कि साढ़ पुलिस की लापरवाही से बेटे की जान चली गई। गांव के ही दोस्त जयसिंह उर्फ सिंघा ने अन्य साथियों के साथ मिलकर आठ-नौ दिन तक कहीं बंधक बनाकर रखा और फिर हत्या कर दी। बताया कि राघवेंद्र के पास 25 हजार रुपये नकदी भी थी, जो नहीं मिली। आरोप लगाया कि साढ़ पुलिस ने पूरे घटनाक्रम में सक्रियता दिखाई होती तो आज बेटा जीवित होता। साढ़ थानाध्यक्ष ने बताया कि पिता ने हत्या किए जाने की नामजद तहरीर दी है, लेकिन पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
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पुलिस को घटनास्थल के पास सिगरेट, खाली दोना और बीयर की खाली बोतलें मिली हैं। मृतक के पिता ने बेटे की हत्या कर शव जंगल में फेंकने का आरोप लगाकर तहरीर दी है पर साढ़ पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मुकदमा दर्ज करने की बात कह रही है।
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दौलतपुर गांव निवासी श्रीराम कुरील के तीन पुत्रों में सबसे बड़ा राघवेंद्र (23) जाजमऊ स्थित फैक्ट्री में प्राइवेट नौकरी करता था। नौ दिसंबर को गांव के दोस्त जय सिंह उर्फ सिंघा कोरी के साथ निकला था। देररात तक घर न पहुंचने पर परिजनों ने फोन किया तो मोबाइल स्विच ऑफ मिला।
दो दिन तक तलाश करने के बाद 11 दिसंबर को पिता ने साढ़ थाने में तहरीर दी। तब पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर उसके दोस्त जय सिंह को उठाया। दो दिन तक रखने के बाद उसे छोड़ दिया। इधर, फिर परिजनों ने गुहार लगाई तो 16 दिसंबर को पुलिस ने फिर जय सिंह को हिरासत में लिया पर कुछ उगलवा नहीं सकी।
तबसे आरोपी पुलिस हिरासत में ही है। रविवार सुबह गौरीककरा गांव निवासी बसंत लाल पाल जंगल में पतावर काटने गए थे, जहां नाले के बीच क्षतविक्षत शव पड़ा देख ग्रामीणों व पुलिस को सूचना दी। सूचना पाकर एएसपी आदित्य शुक्ला, घाटमपुर सीओ सुशील कुमार दुबे और साढ़ थानाध्यक्ष राजकुमार सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। दौलतपुर गांव निवासी सुनीता ने शव की पहचान अपने बेटे राघवेंद्र के रूप में की। युवक का शव दो से तीन दिन पुराना प्रतीत हो रहा था। गर्दन और चेहरे को जंगली जानवरों ने नोंचकर क्षतविक्षत कर दिया था।
पुलिस की लापरवाही से गई बेटे की जान
राघवेंद्र के पिता श्रीराम ने बताया कि साढ़ पुलिस की लापरवाही से बेटे की जान चली गई। गांव के ही दोस्त जयसिंह उर्फ सिंघा ने अन्य साथियों के साथ मिलकर आठ-नौ दिन तक कहीं बंधक बनाकर रखा और फिर हत्या कर दी। बताया कि राघवेंद्र के पास 25 हजार रुपये नकदी भी थी, जो नहीं मिली। आरोप लगाया कि साढ़ पुलिस ने पूरे घटनाक्रम में सक्रियता दिखाई होती तो आज बेटा जीवित होता। साढ़ थानाध्यक्ष ने बताया कि पिता ने हत्या किए जाने की नामजद तहरीर दी है, लेकिन पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
