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यूपी: किसानों के माथे पर ठंड में पसीना, बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को भारी नुकसान, दो दिन ऐसा ही रहेगा मौसम
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, कानपुर
Published by: शिखा पांडेय
Updated Sun, 09 Jan 2022 11:44 PM IST
सार
बारिश की वजह से धान खरीद केंद्रों में खरीद ठप हो गई है। किसानों ने ट्रालियों में लदे धान के बोरों को किसी तरह तिरपाल ओढ़ाकर बचाया हुआ है, जबकि केंद्र में रखे धान के कई बोरे भीग गए हैं।
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ओलावृष्टि
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
चार दिन से हो रही लगातार बारिश से शहरी परेशान हो उठे हैं। कामकाज के साथ ही दिनचर्या भी बुरी तरह से प्रभावित हुई है। लोगों को जरूरी काम भी मजबूरन टालने पड़ रहे हैं। वहीं बारिश और ओलावृष्टि से किसानों के तो ठंड में माथे पर पसीना आ गया है।
आलू, सरसों, मटर, टमाटर, गोभी, फूलगोभी, मिर्च आदि फसलों को भारी नुकसान हुआ है। मौसम विभाग अभी भी दो दिन मौसम ऐसा ही रहने का अनुमान जता रहा है। प्रदेश के मध्य क्षेत्र में त्रिकोणीय हवाओं के संगम से बारिश के साथ ही ओले पड़ रहे हैं।
रविवार को दिनभर बादल रहे और तेज हवाएं चलती रहीं। नगर क्षेत्र में पिछले चार दिनों में 37.5 मिमी बारिश हो चुकी है। अकेले रविवार को पूरे दिन में नौ मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। बारिश और बादल की वजह से अधिकतम तापमान में एक डिग्री की कमी के साथ पारा 19.4 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान में एक डिग्री की बढ़त के साथ पारा 13.2 डिग्री सेल्सियस रहा।
दिन में 7.2 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवाओं की वजह से ठंड बनी रही। इस बीच पूरे दिन बारिश की वजह से लोगों को अपने कार्यालय, कारोबार के लिए निकलने में दिक्कत आई। स्थानीय चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विशेषज्ञ डॉ. एसएन पांडेय के अनुसार बंगाल की खाड़ी, अरब सागर और पश्चिमी विक्षोभ से सक्रिय हुईं हवाओं के आपस में मिलने से बारिश के साथ ही कई स्थानों पर ओले पड़ रहे हैं। विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे अभी फसलों की सिंचाई और किसी तरह के कीटनाशक का छिड़काव करने से बचें।
बिल्हौर में भी गिरे ओले, फसलों को नुकसान
शनिवार रात व रविवार शाम को ककवन, बिल्हौर, चौबेपुर व शिवराजपुर में बारिश के बीच ओले भी गिरे। बारिश से विद्युत आपूर्ति भी प्रभावित रही। वहीं चौबेपुर के भी कई इलाकों में ओले गिरे।
घाटमपुर में ठप हुई धान खरीद
बारिश की वजह से धान खरीद केंद्रों में खरीद ठप हो गई है। किसानों ने ट्रालियों में लदे धान के बोरों को किसी तरह तिरपाल ओढ़ाकर बचाया हुआ है, जबकि केंद्र में रखे धान के कई बोरे भीग गए हैं। वहीं हथेई गांव में बारिश के बीच शनिवार रात एक घर की छत पर बिजली गिर गई। इससे दीवार में दरारें आ गईं। घर में लगे इलेक्ट्रानिक उपकरण फूंक गए।
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आलू, सरसों, मटर, टमाटर, गोभी, फूलगोभी, मिर्च आदि फसलों को भारी नुकसान हुआ है। मौसम विभाग अभी भी दो दिन मौसम ऐसा ही रहने का अनुमान जता रहा है। प्रदेश के मध्य क्षेत्र में त्रिकोणीय हवाओं के संगम से बारिश के साथ ही ओले पड़ रहे हैं।
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रविवार को दिनभर बादल रहे और तेज हवाएं चलती रहीं। नगर क्षेत्र में पिछले चार दिनों में 37.5 मिमी बारिश हो चुकी है। अकेले रविवार को पूरे दिन में नौ मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। बारिश और बादल की वजह से अधिकतम तापमान में एक डिग्री की कमी के साथ पारा 19.4 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान में एक डिग्री की बढ़त के साथ पारा 13.2 डिग्री सेल्सियस रहा।
दिन में 7.2 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवाओं की वजह से ठंड बनी रही। इस बीच पूरे दिन बारिश की वजह से लोगों को अपने कार्यालय, कारोबार के लिए निकलने में दिक्कत आई। स्थानीय चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विशेषज्ञ डॉ. एसएन पांडेय के अनुसार बंगाल की खाड़ी, अरब सागर और पश्चिमी विक्षोभ से सक्रिय हुईं हवाओं के आपस में मिलने से बारिश के साथ ही कई स्थानों पर ओले पड़ रहे हैं। विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे अभी फसलों की सिंचाई और किसी तरह के कीटनाशक का छिड़काव करने से बचें।
बिल्हौर में भी गिरे ओले, फसलों को नुकसान
शनिवार रात व रविवार शाम को ककवन, बिल्हौर, चौबेपुर व शिवराजपुर में बारिश के बीच ओले भी गिरे। बारिश से विद्युत आपूर्ति भी प्रभावित रही। वहीं चौबेपुर के भी कई इलाकों में ओले गिरे।
घाटमपुर में ठप हुई धान खरीद
बारिश की वजह से धान खरीद केंद्रों में खरीद ठप हो गई है। किसानों ने ट्रालियों में लदे धान के बोरों को किसी तरह तिरपाल ओढ़ाकर बचाया हुआ है, जबकि केंद्र में रखे धान के कई बोरे भीग गए हैं। वहीं हथेई गांव में बारिश के बीच शनिवार रात एक घर की छत पर बिजली गिर गई। इससे दीवार में दरारें आ गईं। घर में लगे इलेक्ट्रानिक उपकरण फूंक गए।