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Mahoba: फसल बीमा घोटाले के दो और आरोपी गिरफ्तार, कूटरचित दस्तावेज लगाकर कराया था बीमा का भुगतान
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, महोबा
Published by: शिखा पांडेय
Updated Sun, 21 Dec 2025 06:55 PM IST
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पुलिस गिरफ्त में आरोपी
- फोटो : अमर उजाला
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प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में करोड़ों के घोटाले के दो और आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। सभी पर कूटरचित दस्तावेज लगाकर फर्जी फसल बीमा कराने का आरोप है। घोटालेबाजों ने तालाब, पहाड़ व चकमार्ग की जमीनों पर फर्जी बीमा कराकर क्लेम निकाल लिया। मामले में अब तक 32 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है।
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खरीफ सीजन 2024 में फसल बीमा के नाम पर करीब 40 करोड़ का घोटाला हुआ। घोटालेबाजों ने किसानों की जमीन का तो फर्जी तरीके से फसल का बीमा अपने नाम कराया ही, साथ ही नदी, नाले, तालाब, पहाड़, बंजर भूमि, चकमार्ग, वन आदि की जमीनों में फसल की बोआई दिखाकर बीमा कराया। इसके बाद बीमा कंपनी के कर्मचारियों की मिलीभगत से लाखों रुपये का फर्जी भुगतान भी ले लिया। इस मामले में उप कृषि निदेशक रामसजीवन ने अगस्त माह में बीमा कंपनी के प्रबंधक निखिल चतुर्वेदी समेत कई अज्ञात पर प्राथमिकी दर्ज कराई। इसके अलावा जिले के पनवाड़ी, चरखारी, अजनर और कुलपहाड़ कोतवाली में अलग-अलग एफआईआर दर्ज कराई गईं। मामलों में 26 नामजद व कई अज्ञात लोगों को शामिल किया गया है। 30 लोगों को पहले ही जेल भेजा जा चुका है। जिसमें बीमा कंपनी का प्रबंधक भी शामिल है।
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कोतवाली प्रभारी कुलपहाड़ विनोद कुमार सिंह के नेतृत्व में गठित टीम ने रविवार को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के फर्जीवाड़े में शामिल नरेश कुमार राजपूत निवासी टिकरिया जैतपुर और गुलाम मोहम्मद निवासी गांधी आश्रम बेलाताल को बाईपास मार्ग से पकड़ा गया। कोतवाल ने बताया कि आरोपियों पर प्रधानमंत्री फसल योजना के तहत अन्य लोगों के साथ मिलकर सरकारी लाभ लेने के उद्देश्य से फसल बीमा पोर्टल पर कूटरचित दस्तावेज लगा बीमा कराकर लाभ लेने का आरोप है। सभी आरोपियों को पहले से दर्ज प्राथमिकी के आधार पर न्यायालय में पेश किया गया। अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के भी प्रयास किए जा रहे हैं।
