{"_id":"686c2127acdc431d6b0d5c54","slug":"vocational-education-will-be-provided-to-students-in-council-schools-kushinagar-news-c-205-1-ksh1001-141065-2025-07-08","type":"story","status":"publish","title_hn":"Kushinagar News: परिषदीय विद्यालयों में छात्रों को दी जाएगी रोजगारपरक शिक्षा","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Kushinagar News: परिषदीय विद्यालयों में छात्रों को दी जाएगी रोजगारपरक शिक्षा
संवाद न्यूज एजेंसी, कुशीनगर
Updated Tue, 08 Jul 2025 01:03 AM IST
विज्ञापन

पडरौना। परिषदीय विद्यालय के छात्रों को रोजगारपरक शिक्षा देने के लिए लर्निंग बाई डूइंग कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इसके तहत जिले के 28 विद्यालयों को चिह्नित कर लर्निंग बाई डूइंग लैब का निर्माण कराया जाएगा। यहां छात्रों को विभिन्न ट्रेडों की जानकारी दी जाएगी। इस लैब में क्षेत्र के उच्च प्राथमिक विद्यालयों के छात्रों को विभिन्न ट्रेडों का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
कार्यक्रम के तहत प्रत्येक विकास क्षेत्र में दो-दो उच्च प्राथमिक विद्यालय का चयन किया गया है। जहां लर्निंग बाई डूइंग लैब का निर्माण कराया जाएगा। इस लैब में क्षेत्र के उच्च प्राथमिक विद्यालयों के छात्रों को विभिन्न ट्रेडों का प्रशिक्षण दिया जाएगा। लर्निंग बाई डूइंग लैब में इंजीनियरिंग एंड वर्कशॉप, एनर्जी एवं एनवायरमेंट, एग्रीकल्चर, नर्सरी व गार्डनिंग और होम एंड हेल्थ ट्रेड की शिक्षा दी जाएगी। इस संबंध में बीएसए डॉ. रामजियान मौर्या ने बताया कि लर्निंग बाई डूइंग प्रभावी शिक्षण विधि है। इससे छात्रों को स्वयं से प्रयोग करके सीखने का अवसर मिलेगा। रोजगारपरक शिक्षा के प्रति रुचि भी पैदा होगी। उच्चाधिकारियों के मिले निर्देश के अनुसार लर्निंग बाई डूइंग कार्यक्रम के तहत चयनित विद्यालयों में लैब निर्माण का कार्य शुरू करा दिया गया है। लैब निर्माण कार्य पूरा होते ही छात्र-छात्राओं को ट्रेडों का प्रशिक्षण शुरू कराया जाएगा।
विज्ञापन

Trending Videos
कार्यक्रम के तहत प्रत्येक विकास क्षेत्र में दो-दो उच्च प्राथमिक विद्यालय का चयन किया गया है। जहां लर्निंग बाई डूइंग लैब का निर्माण कराया जाएगा। इस लैब में क्षेत्र के उच्च प्राथमिक विद्यालयों के छात्रों को विभिन्न ट्रेडों का प्रशिक्षण दिया जाएगा। लर्निंग बाई डूइंग लैब में इंजीनियरिंग एंड वर्कशॉप, एनर्जी एवं एनवायरमेंट, एग्रीकल्चर, नर्सरी व गार्डनिंग और होम एंड हेल्थ ट्रेड की शिक्षा दी जाएगी। इस संबंध में बीएसए डॉ. रामजियान मौर्या ने बताया कि लर्निंग बाई डूइंग प्रभावी शिक्षण विधि है। इससे छात्रों को स्वयं से प्रयोग करके सीखने का अवसर मिलेगा। रोजगारपरक शिक्षा के प्रति रुचि भी पैदा होगी। उच्चाधिकारियों के मिले निर्देश के अनुसार लर्निंग बाई डूइंग कार्यक्रम के तहत चयनित विद्यालयों में लैब निर्माण का कार्य शुरू करा दिया गया है। लैब निर्माण कार्य पूरा होते ही छात्र-छात्राओं को ट्रेडों का प्रशिक्षण शुरू कराया जाएगा।
विज्ञापन
विज्ञापन