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Lakhimpur Kheri News: इसी सप्ताह से शुरू हो सकता है आरटीई का पहला चरण
संवाद न्यूज एजेंसी, लखीमपुर खीरी
Updated Tue, 02 Dec 2025 11:22 PM IST
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लखीमपुर खीरी। जिले के निजी स्कूलों में निशुल्क शिक्षा के लिए शुरू की गई शिक्षा का अधिकार (आरटीई) योजना के तहत पहले चरण की आवेदन प्रक्रिया इसी सप्ताह से शुरू होने वाली है। इसके बाद अभिभावक ऑनलाइन फॉर्म भर सकेंगे। पिछले साल एक दिसंबर से आवेदन लिए गए थे।
बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी ने बताया कि योजना के तहत मध्यम वर्गीय परिवारों के बच्चों को निजी स्कूलों में शिक्षा दिलाई जाती है। इस बार भी यह योजना दिसंबर में शुरू होने का अनुमान है, लेकिन पोर्टल को नए शासनादेश के तहत अपडेट किया जा रहा है। ऐसे में आवेदन प्रक्रिया शुरू होने में कुछ समय लगेगा। पूरे जिले में करीब पांच हजार सीटों पर इस योजना के तहत सीट एलॉट की जाती हैं। इसके लिए ग्रामीण क्षेत्र में 705 व शहर में 276 स्कूल पोर्टल पर पंजीकृत हैं। इनमें स्कूल सीटें भी निर्धारित हैं।
विभागीय अधिकारियों का कहना है कि इस बार भी चार चरणों में ही प्रवेश लिए जाएंगे, जबकि सत्यापन, लाॅटरी के समय में कुछ कमी की जा सकती है।
पिछले साल एक हजार से अधिक सीटें हुई थीं एलाॅट
साल 2024-25 में चार चरणों में प्रवेश प्रक्रिया पूरी की गई थी। दिसंबर, 2024 से शुरू हुए आवेदन मार्च 2025 तक स्वीकार किए गए थे। पहले चरण में कुल 370 सीटों पर प्रवेश दिलाया गया था। दूसरे चरण में 279, तीसरे चरण में 217 व अंतिम और चौथे चरण में 168 सीटाें पर प्रवेश हुए थे। हालांकि, लक्ष्य से एलाॅट सीटें काफी कम थीं।
अभिभावकों की टूटी उम्मीदें, इंतजार में विभाग
शहर के साथ ही पूरे जिले के मध्यम वर्गीय परिवार पोर्टल खुलने का इंतजार कर रहे थे। उन्हें उम्मीद थी कि दिसंबर में प्रवेश प्रक्रिया शुरू होगी तो अप्रैल तक बच्चे स्कूल जाने लगेंगे, लेकिन पोर्टल अपडेट होने की वजह से यह प्रक्रिया अभी नहीं शुरू हाे सकी है। इससे अभिभावकों की उम्मीद टूट गई हैं। वहीं, विभाग भी पोर्टल खुलने का इंतजार कर रहा है।
जनसेवा केंद्र से ही कराएं आवेदन
योजना में आवेदन के लिए कई बार अभिभावक दलालाें के झांसे में आ जाते हैं। वे आवेदन कराने से लेकर स्कूल में सीट एलाॅट होने तक का पूरा ठेका ले लेते हैं। अभिभावक भी दौड़-भाग से बचने के लिए दलाल के चक्कर में आ जाते हैं और हजारों रुपये दे देते हैं। कई बार ऐसे मामले सामने आए तो विभाग सतर्क हो गया है। बीएसए ने बताया कि यह प्रक्रिया पूरी तरह से निशुल्क है। किसी को भी रुपये न दें। साथ ही जन सेवा केंद्र से ही आवेदन कराएं।
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बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी ने बताया कि योजना के तहत मध्यम वर्गीय परिवारों के बच्चों को निजी स्कूलों में शिक्षा दिलाई जाती है। इस बार भी यह योजना दिसंबर में शुरू होने का अनुमान है, लेकिन पोर्टल को नए शासनादेश के तहत अपडेट किया जा रहा है। ऐसे में आवेदन प्रक्रिया शुरू होने में कुछ समय लगेगा। पूरे जिले में करीब पांच हजार सीटों पर इस योजना के तहत सीट एलॉट की जाती हैं। इसके लिए ग्रामीण क्षेत्र में 705 व शहर में 276 स्कूल पोर्टल पर पंजीकृत हैं। इनमें स्कूल सीटें भी निर्धारित हैं।
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विभागीय अधिकारियों का कहना है कि इस बार भी चार चरणों में ही प्रवेश लिए जाएंगे, जबकि सत्यापन, लाॅटरी के समय में कुछ कमी की जा सकती है।
पिछले साल एक हजार से अधिक सीटें हुई थीं एलाॅट
साल 2024-25 में चार चरणों में प्रवेश प्रक्रिया पूरी की गई थी। दिसंबर, 2024 से शुरू हुए आवेदन मार्च 2025 तक स्वीकार किए गए थे। पहले चरण में कुल 370 सीटों पर प्रवेश दिलाया गया था। दूसरे चरण में 279, तीसरे चरण में 217 व अंतिम और चौथे चरण में 168 सीटाें पर प्रवेश हुए थे। हालांकि, लक्ष्य से एलाॅट सीटें काफी कम थीं।
अभिभावकों की टूटी उम्मीदें, इंतजार में विभाग
शहर के साथ ही पूरे जिले के मध्यम वर्गीय परिवार पोर्टल खुलने का इंतजार कर रहे थे। उन्हें उम्मीद थी कि दिसंबर में प्रवेश प्रक्रिया शुरू होगी तो अप्रैल तक बच्चे स्कूल जाने लगेंगे, लेकिन पोर्टल अपडेट होने की वजह से यह प्रक्रिया अभी नहीं शुरू हाे सकी है। इससे अभिभावकों की उम्मीद टूट गई हैं। वहीं, विभाग भी पोर्टल खुलने का इंतजार कर रहा है।
जनसेवा केंद्र से ही कराएं आवेदन
योजना में आवेदन के लिए कई बार अभिभावक दलालाें के झांसे में आ जाते हैं। वे आवेदन कराने से लेकर स्कूल में सीट एलाॅट होने तक का पूरा ठेका ले लेते हैं। अभिभावक भी दौड़-भाग से बचने के लिए दलाल के चक्कर में आ जाते हैं और हजारों रुपये दे देते हैं। कई बार ऐसे मामले सामने आए तो विभाग सतर्क हो गया है। बीएसए ने बताया कि यह प्रक्रिया पूरी तरह से निशुल्क है। किसी को भी रुपये न दें। साथ ही जन सेवा केंद्र से ही आवेदन कराएं।