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सिल्ट निकालने को लगाए चालीस कर्मी
Lalitpur
Updated Fri, 17 May 2013 05:31 AM IST
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ललितपुर। जलभराव की समस्या से निपटने के लिए नगर पालिका परिषद के अधिकारियों व कर्मचारियों ने अभी से कमर कस ली है। नगर के दो दर्जन से अधिक बड़े नालों के साथ बड़ी नालियों की सफाई का अभियान छेड़ दिया गया है। इसमें चालीस नये कर्मचारियों को लगाया गया है।
जून के आखिरी सप्ताह व जुलाई की शुरुआत में आने वाले मानसून की पहली बारिश में ही नगर के कई इलाकों में जलभराव की समस्या उत्पन्न हो जाती है। लेड़िया मुहल्ला, कसाई मंडी, अजीतापुरा, चौबयाना, खिरकापुरा, नारायणपुरा के कई निचले स्थान तो ऐसे हैं, जहां जलभराव की समस्या भयानक हो जाती है। लोग घरों में कैद हो जाते हैं और निकलना मुश्किल हो जाता है। कई बार आवश्यक कार्य से लोगों को जलभराव से होकर गुजरना पड़ता है। इसके अलावा आजादपुरा में भी यह समस्या हर वर्ष देखने को मिलती है। कई गलियों में तो लोगों के घरों में पानी घुसने लगता है। इस समस्या से निपटने के लिए नगर पालिका ने बारिश से पहले नालों व नालियों में जमी सिल्ट निकालने का काम प्रारंभ कर दिया है। आउट सोर्सिंग के माध्यम से तीन माह के लिए चालीस पुरुष सफाई कर्मचारियों को नगर के बड़े छोटे नाले व बड़ी नालियों की सफाई के लिए लगा दिया गया है। नझाई बाजार नाला, कसाई मंडी नाला, चौबे मार्केट नाला, रामनगर नाला, पिसनारी बाग नाला, नई बस्ती नाला, सरस्वती शिशु मंदिर नाला, कृष्णा टाकीज वाला नाला, कसाई मंडी तिकोना नाला, अजीतापुरा नाला, खिरकापुरा नाला, लेड़ियापुरा नाला, आजादपुरा नाला, करीमनगर नाला, तालाबपुरा नाला सहित अन्य नालों की सिल्ट बारिश से पहले निकालने का अभियान नगर पालिका परिषद अधिकारियों ने छेड़ दिया है। इसके साथ ही बड़े नालों से जुड़ी आधा सैकड़ा से अधिक बड़ी नालियों की भी गंदगी निकाली जा रही है। मुख्य खाद्य एवं सफाई अधिकारी आर के लवानिया व खाद्य एवं सफाई अधिकारी डी के विरौनियां सफाई अभियान कानिरीक्षण कर रहे हैं। विगत सप्ताह शुरू हुए अभियान में सफाई कर्मचारी नालों में घुसकर फावड़ों के माध्यम से सिल्ट को बाहर निकालने में सुबह से शाम तक जुटे हुए हैं। बाहर निकली गंदगी को सूखने के बाद नगर पालिका के ट्रैक्टरों के माध्यम से फिकवाया जा रहा है। नगर पालिका ने इस कार्य के लिए तीन माह की समयावधि निर्धारित की है।

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