{"_id":"25-39261","slug":"Lalitpur-39261-25","type":"story","status":"publish","title_hn":" जमानत राशि वापस नहीं होने पर प्रदर्शन","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
जमानत राशि वापस नहीं होने पर प्रदर्शन
Lalitpur
Updated Fri, 18 Oct 2013 05:41 AM IST
विज्ञापन
विज्ञापन
ललितपुर। बृहस्पतिवार को जिला पंचायत की 20 दुकानों की नीलामी स्थगित होने के बाद जमानत राशि वापस नहीं होने पर व्यवसायियों ने प्रदर्शन किया। यही नहीं, संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो उन्होंने जिलाधिकारी आवास पर भी नारेबाजी की। आखिरकार जिला पंचायत अध्यक्ष के आश्वासन पर व्यवसायी घर लौटे।
जिला पंचायत ने आय बढ़ाने के उद्देश्य से प्रथम तल पर बीस दुकानों का निर्माण कराया है। बीते दिनों इन दुकानों की नीलामी के लिए स्थानीय समाचार पत्र में विज्ञापन प्रकाशित किया गया था। बृहस्पतिवार को दुकानों की नीलामी होनी थी। शाम चार बजे तक जिला पंचायत कार्यालय में नीलामी को लेकर ऊहापोह की स्थिति बनी रही। कभी कोरम पूरा नहीं होने की बात कही जा रही थी तो कभी कुछ ही देर में नीलामी पूर्ण कराने का भरोसा दिलाया जा रहा था। शाम साढे़ चार बजे जिला पंचायत अध्यक्ष प्रमोद बड़ौनिया व अपर मुख्य अधिकारी ने आपस में मंत्रणा की और व्यवसायियों ने बोली के लिए जमानत राशि जमा करा ली गई। इस दौरान व्यवसाइयों को कच्ची रसीद दे दी गई। शाम पांच बजे नीलामी स्थगित कर दी गई। चूंकि कच्ची रसीद एक दिन के लिए वैध रहती है, इस पर व्यवसायियों ने पैसा वापस करने की मांग की। लेकिन, उनकी मांग को अनदेखा कर दिया गया। इसके बाद व्यवसायी भड़क उठे और उन्होंने नारेबाजी प्रारंभ कर दी।
समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष महेंद्र सिंह यादव सहित जिला पंचायत सदस्यों ने बीच का रास्ता निकालने की कोशिश की। कई दौर की बातचीत के बाद भी निष्कर्ष नहीं निकला तो व्यसाइयों ने जिलाधिकारी आवास की ओर कूच कर दिया। हालांकि व्यवसाइयों की मुलाकात जिलाधिकारी से नहीं हो सकी तो उन्होंने आवास के बाहर खडे़ होकर नारेबाजी शुरू कर दी। देर शाम व्यापारी नेता महेंद्र मयूर, सुरेश बडे़रा व प्रदीप सतरवांस ने जिला पंचायत अध्यक्ष से दूरभाष पर संपर्क साधा। इस पर उन्होंने सोमवार को सभी का पैसा वापस कराने का भरोसा दिलाया। तब तक जाकर व्यवसायी अपने घर लौटे। प्रदर्शन करने वालों में हरनारायण पटेल, लोकेश जैन, मधुर जैन, अभय सिंघई, राकेश बरया, अशोक कुमार जैन, फूलचंद्र बरया, अरविंद जैन, यूसूफ खान, सुरेंद्र जैन, हारुन खान, राजीव जैन, कैलाश चौरसिया, लोकेश जैन, नितिन पाल आदि शामिल रहे।
Trending Videos
जिला पंचायत ने आय बढ़ाने के उद्देश्य से प्रथम तल पर बीस दुकानों का निर्माण कराया है। बीते दिनों इन दुकानों की नीलामी के लिए स्थानीय समाचार पत्र में विज्ञापन प्रकाशित किया गया था। बृहस्पतिवार को दुकानों की नीलामी होनी थी। शाम चार बजे तक जिला पंचायत कार्यालय में नीलामी को लेकर ऊहापोह की स्थिति बनी रही। कभी कोरम पूरा नहीं होने की बात कही जा रही थी तो कभी कुछ ही देर में नीलामी पूर्ण कराने का भरोसा दिलाया जा रहा था। शाम साढे़ चार बजे जिला पंचायत अध्यक्ष प्रमोद बड़ौनिया व अपर मुख्य अधिकारी ने आपस में मंत्रणा की और व्यवसायियों ने बोली के लिए जमानत राशि जमा करा ली गई। इस दौरान व्यवसाइयों को कच्ची रसीद दे दी गई। शाम पांच बजे नीलामी स्थगित कर दी गई। चूंकि कच्ची रसीद एक दिन के लिए वैध रहती है, इस पर व्यवसायियों ने पैसा वापस करने की मांग की। लेकिन, उनकी मांग को अनदेखा कर दिया गया। इसके बाद व्यवसायी भड़क उठे और उन्होंने नारेबाजी प्रारंभ कर दी।
विज्ञापन
विज्ञापन
समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष महेंद्र सिंह यादव सहित जिला पंचायत सदस्यों ने बीच का रास्ता निकालने की कोशिश की। कई दौर की बातचीत के बाद भी निष्कर्ष नहीं निकला तो व्यसाइयों ने जिलाधिकारी आवास की ओर कूच कर दिया। हालांकि व्यवसाइयों की मुलाकात जिलाधिकारी से नहीं हो सकी तो उन्होंने आवास के बाहर खडे़ होकर नारेबाजी शुरू कर दी। देर शाम व्यापारी नेता महेंद्र मयूर, सुरेश बडे़रा व प्रदीप सतरवांस ने जिला पंचायत अध्यक्ष से दूरभाष पर संपर्क साधा। इस पर उन्होंने सोमवार को सभी का पैसा वापस कराने का भरोसा दिलाया। तब तक जाकर व्यवसायी अपने घर लौटे। प्रदर्शन करने वालों में हरनारायण पटेल, लोकेश जैन, मधुर जैन, अभय सिंघई, राकेश बरया, अशोक कुमार जैन, फूलचंद्र बरया, अरविंद जैन, यूसूफ खान, सुरेंद्र जैन, हारुन खान, राजीव जैन, कैलाश चौरसिया, लोकेश जैन, नितिन पाल आदि शामिल रहे।