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केशलैस नहीं हो सकीं राशन की दुकानें
lalitpur
Updated Wed, 14 Jun 2017 01:02 AM IST
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प्रशासन
- फोटो : demo pic
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शहर की उचित दर दुकानों को केशलैस सिस्टम से जोड़ने में बैंक बाधा बन रहे हैं। इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि दो माह गुजरने के बाद भी कार्डधारकों के आधार कार्ड बैंक खाते से लिंक नहीं किए जा सके हैं। इससे केशलैस की प्रक्रिया अधर में लटक गई है।
केंद्र सरकार ने नोटबंदी के बाद लेनदेन को पेपरलैस बनाने के लिए कई कदम उठाए। इनमें से एक उचित दर दुकानों को केशलैस बनाना है। इस योजना में शहर की 48 में से मुहल्ला मऊठाना एवं आईटीआई के पास कांशीराम कालोनी में स्थित उचित दर दुकान का चयन किया गया। विभागीय अफसरों ने योजना में गहरी दिलचस्पी दिखाते हुए दुकानों से जुड़े कार्डधारकों के आधार कार्ड और बैंक पासबुक की छाया प्रति एकत्रित की। मऊठाना के कोटेदार राजेंद्र कुमार की दुकान से 124 और अर्चना देवी की दुकान से 406 कार्ड जुड़े हुए हैं। बीतों माहों में जिला पूर्ति अधिकारी डीएसराम ने सभी कार्डधारकों के आधार कार्ड और बैंक पास बुक की छायाप्रति लीड बैंक मैनेजर को सौंप दी थी। दो माह गुजरने के बाद भी कार्डधारकों के आधार कार्ड बैंक खाते से लिंक नहीं किए जा सके हैं। वहीं, शासन की ओर से नए दिशा-निर्देश विभागीय अफसरों को प्राप्त नहीं हो रहे हैं। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि केशलैस में पेटीएम का इस्तेमाल होना है या अन्य कोई सिस्टम। इस स्थिति में उचित दर दुकानों को केशलैस बनाने की मंशा पर पानी फिर गया है।
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