ताउते तूफान का पश्चिमी यूपी में असर : पश्चिमी यूपी के इन जिलों में रहेगा अधिक प्रभाव, तीन दिन का अलर्ट जारी
अरब सागर से उठे चक्रवाती तूफान ताउते का असरपश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी दिखने लगा है। मौसम विभाग ने अलर्ट जारी कर बुधवार से शुक्रवार तक तेज हवा के साथ बारिश और गरज-चमक के साथ बिजली गिरने की आशंका जताई है।
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देश के दक्षिण पश्चिम राज्यों में सक्रिय तूफान ताउते का असर अब वेस्ट यूपी में भी दिखाई देने लगा है। हालांकि 19 मई से यहां इसका प्रभाव देखने को मिलेगा। 19 और 20 मई को तेज हवाओं के साथ बारिश की संभावना है। इसलिए मौसम वैज्ञानिक यहां भी तूफान के प्रभाव और मौसम के संभावित हालात का अनुमान लगाने में जुटे हुए हैं।
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक तो ताउते तूफान के प्रभाव के कारण वेस्ट यूपी के मौसम में अचानक बड़ा बदलाव आ सकता है। 19 मई को भारी बारिश की संभावना है। 20 मई को भी तेज हवाओं के साथ बारिश होगी। इस दौरान 30 से 40 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाएं चलेंगी।
मौसम वैज्ञानिक डॉ. यूपी शाही का कहना है कि तूफान ताउते के असर और पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से मेरठ के अलावा सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, बागपत, ग़ाजियाबाद, रामपुर और मुरादाबाद में अधिक प्रभाव देखने को मिलेगा। इससे फसलों पर भी प्रभाव पड़ेगा।
ताउते के मद्देनजर तीन दिन का अलर्ट
अरब सागर से उठे चक्रवाती ताउते तूफान का असर बागपत जिले में दिखने लगा है। मंगलवार सुबह से आसमान में बादल छाए रहे। कुछ स्थानों पर हल्की बूंदाबांदी भी हुई। मौसम विभाग ने अलर्ट जारी कर बुधवार से शुक्रवार तक तेज हवा के साथ बारिश और गरज-चमक के साथ बिजली गिरने की आशंका जताई है।
बताया कि तूफान के कारण जनपद में 66 एमएम तक बारिश होने की संभावना है। अधिकतम तापमान 27 डिग्री सेंटीग्रेड से 37 डिग्री सेंटीग्रेड तथा न्यूनतम तापमान 14 सेंटीग्रेड से 25 सेंटीग्रेड रह सकता है। इसके साथ ही हवा छह से 26 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने की संभावना है।
बिजली गिरने की आशंका को देखते हुए किसान मोबाइल में दामिनी एप डाउनलोड कर सकते हैं। यह एप बिजली गिरने की समय से पूर्व सूचना देने के साथ बचाव की जानकारी भी देता है। मौसम विभाग की ओर से किसानों को सलाह दी गई है कि फसलों में सिंचाई रोक दें।
दलहनी फसलों के लिए खेतों में जल निकासी की व्यवस्था रखें। घर में खुले पड़े अनाज को सुरक्षित स्थानों पर रख लें। सब्जियों, बागों व खड़ी फसलों में रासायनिक छिड़काव अगले चार दिन तक न करें।