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दिल्ली ब्लास्ट: 'अरबन अस्पताल में रखी हैं नौ लाशें, आकर कर लो मोहसिन की पहचान', पत्नी ने रोते हुए बताया दर्द
अमर उजाला नेटवर्क, मेरठ
Published by: मोहम्मद मुस्तकीम
Updated Tue, 11 Nov 2025 11:33 PM IST
सार
Meerut News: दिल्ली में लालकिले के पास हुए ब्लास्ट में मेरठ निवासी मोहसिन (34) की मौत हो गई। पिछले दो साल वह दिल्ली में रह रहा था। पत्नी सुल्ताना फोन करती रही लेकिन रिसीव नहीं हुआ। बाद में पुलिस ने मोहसिन की मौत की सूचना दी।
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मेरठ पहुंची मोहसिन की पत्नी सुल्ताना।
- फोटो : अमर उजाला
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मोहसिन की पत्नी सुल्ताना लालकिले के पास हुए धमाके के बाद लगातार पति को फोन करती रही लेकिन रिसीव नहीं हुआ। फिर पुलिस से बात हुई तो फोन पर बताया गया कि मोहसिन की मौत हो गई है और शव अरबन अस्पताल में रखा है।
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रोती बिलखती मोहसिन की मां और बहन।
- फोटो : अमर उजाला
पत्नी सुल्ताना ने बताया कि सोमवार दोपहर मोहसिन खाना खाकर ई-रिक्शा लेकर निकले थे। शाम को मोबाइल पर बात हुई तो कहा था कि लालकिला की ओर जा रहे हैं। इसके बाद फोन रिसीव नहीं हुआ। उसने 100 से अधिक बार फोन किया, मगर रिसीव नहीं हुआ।
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मोहसिन की गमजदा पिता।
- फोटो : अमर उजाला
रात करीब एक बजे फोन पुलिस ने फोन उठाया और बताया कि ब्लास्ट में मोहसिन की भी मौत हुई है। शव अरबन अस्पताल में है। परिवार वालों को भेज दो। इसके बाद परिजन अस्पताल पहुंचे और वहां नौ शव रखे थे। इनमें एक शव मोहसिन का था। सुल्ताना ने कहा कि परिजन बिना हमें सूचना दिए और बताए पोस्टमार्टम के बाद शव को लेकर मेरठ चले गए। उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था।
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मोहसिन के शव को दिल्ली ले जाने का विरोध करते मोहल्ले के लोग।
- फोटो : अमर उजाला
सुल्ताना के रवैये पर हैरानी जताई
मोहसिन के परिजनों और रिश्तेदारों ने सुल्ताना के रवैये पर हैरानी जताई। वहीं, मां संजीदा ने कहा कि यदि सरकार से कोई सहायता राशि मिलेगी तो वह भी उसकी पत्नी को ही मिलेगी। फिर यहां पति का दफीना करने में क्यों अड़चन डाली गई।
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शव को ले जाने का विरोध करते मोहल्ले के लोग।
- फोटो : अमर उजाला
संजीदा ने कहा कि बेटा ही नहीं रहा तो अब उन्हें कुछ नहीं चाहिए। मोहसिन के मौसा हारुन चौधरी ने कहा कि परिवार गरीब है और किराए के मकान में रहता है। परिजनों को सरकारी की ओर से आर्थिक मदद मिलनी चाहिए।
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