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Meerut: जिस हस्तिनापुर ने सिर-माथे रखा, उसी को श्रापित बताकर मुश्किल में घिरे खटीक, अब दी ये सफाई

अमर उजाला नेटवर्क, मेरठ Published by: मोहम्मद मुस्तकीम Updated Fri, 26 Dec 2025 10:41 AM IST
सार

हस्तिनापुर सीट से दूसरी बार के विधायक बने दिनेश खटीक ने खरखौदा में आयोजित कार्यक्रम में हस्तिनापुर को श्रापित बताया था। इसे लेकर उनकी चौतरफा आलोचना हो रही है। वहीं कुछ लोग समर्थन में भी उतर आए हैं। 

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Meerut: Khatik is in trouble by calling the place where Hastinapur is cursed as cursed, gives clarification
मंच से चुनाव न लड़ने की बात कहते दिनेश खटीक। - फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
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योगी आदित्यनाथ सरकार के जल संसाधन राज्य मंत्री दिनेश खटीक के बयान ने कड़ाके की ठंड के बीच सियासी गलियारे में गरमाहट पैदा कर दी है। उनके इस बयान पर सियासी घमासान मच गया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि हस्तिनापुर से चुनाव लड़ने का मन नहीं है, क्योंकि यह भूमि श्रापित है। 2027 के चुनाव से पहले हस्तिनापुर के लोगों के लिए खटीक का यह बयान इसलिए भी आहत करने वाला है क्योंकि इसी धरा की जनता ने उनको दो बार विधायक चुनकर सदन में अपना प्रतिनिधित्व करने के लिए भेजा है।
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खटीक के बयान पर सियासतबाजों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। पूर्व विधायक गोपाल काली कहते हैं कि यदि हस्तिनापुर की धरती श्रापित थी तो दिनेश खटीक ने यहां से दो बार चुनाव क्यों लड़ा। यह हस्तिनापुर की भूमि को बदनाम करने की साजिश है। यह किसी भी दृष्टि से श्रापित नहीं है। इस भूमि का आध्यात्मिक महत्व है। इसी तरह पूर्व विधायक योगेश वर्मा का कहना है कि जहां की जनता ने दो बार उनको विधायक बनाया, जिनके वोटों से वह मंत्री बने, उसी पवित्र भूमि को श्रापित कहकर वह अपमानित कर रहे हैं। यह बयान उनकी हीन मानसिकता को दर्शाता है। आने वाले चुनाव में उनको जनता माफ नहीं करेगी। यह हार का डर है जो स्पष्ट दिखने लगा है। हस्तिनापुर की भूमि महाभारत कालीन है। सर्वधर्म की स्थली है। इसलिए इसे कलंकित कहना सही नहीं है। जनता इसका जवाब देगी।
 
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अभी पार्टी ने फैसला नहीं लिया
मंडल अध्यक्ष हरिओम शर्मा का कहना है कि पार्टी ने अभी इस मसले पर कोई फैसला नहीं लिया है। राज्य मंत्री द्वारा तीसरी बार चुनाव नहीं लड़ने की बात कही गई है, लेकिन उन्होंने हस्तिनापुर विधानसभा में अनेक विकास कार्य कराए हैं।
 

हस्तिनापुर की जनता के लिए कुछ नहीं किया
गांव बस्तोरा नारंग निवासी इंद्रजीत सिंह का कहना है कि हस्तिनापुर विधानसभा क्षेत्र के लोगों ने दो बार दिनेश खटीक को विधायक बनाया। वह राज्य मंत्री बने, लेकिन क्षेत्र का विकास नहीं कर पाए।

खटीक के समर्थन में भी उतरे लोग
अमरीश चौहान गजरौली का कहना है कि विधायक दिनेश खटीक को क्षेत्र की जनता ने पूर्ण बहुमत से जिताया और इस बार भी मजबूती से चुनाव लड़ा जाएगा। वह हर हाल में चुनाव लड़ेंगे। क्योंकि उनके द्वारा ही हस्तिनापुर का विकास संभव है। उन्होंने कई बड़े कार्य कराए हैं।
इस बार भी बनेंगे विधायक
गांव झड़ाका के ग्राम प्रधान के पति बीरपाल का कहना है कि दिनेश खटीक हस्तिनापुर से दो बार विधायक बने। दोनों ही बार प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी। इस बार भी वह विधायक बनेंगे। उनका यह बयान आश्चर्यचकित करने वाला है परंतु वह विधानसभा का चुनाव लड़ सकते हैं।

खरखौदा में बोले राज्यमंत्री, तीसरी बार नहीं बनना एमएलए
खरखौदा के एक विद्यालय के कार्यक्रम में प्रदेश के राज्य मंत्री दिनेश खटीक का बयान उनके गले की फांस बन गया है। खटीक ने कार्यक्रम में कहा कि वह हस्तिनापुर की श्रापित भूमि से दो बार विधायक बने, लेकिन इस श्रापित भूमि से तीसरी बार विधायक नहीं बनना चाहते। उन्होंने यहां नारी सशक्तीकरण पर प्रदेश व केंद्र सरकार की योजनाओं की सराहना की। समापन पर जब विद्यालय प्रबंधन की ओर से कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम को बच्चों को आशीर्वाद व प्रमाणपत्र देने के लिए मंच पर बुलाया गया तब आचार्य प्रमोद कृष्णम ने अपने साथ हस्तिनापुर विधायक दिनेश खटीक सहित अन्य लोगों को भी मंच पर बुला लिया। आचार्य प्रमोद कृष्णम ने विधायक दिनेश खटीक से शासन की ओर से विद्यालय के लिए सहायता दिलाने का आग्रह किया। 
 
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