Meerut: कांवड़ यात्रा को लेकर हाई लेवल मीटिंग, मुख्य सचिव व डीजीपी ने संभाली कमान, मिला 'गार्ड ऑफ ऑनर'
मेरठ में कांवड़ यात्रा को लेकर सबसे बड़ी समीक्षा बैठक हुई, जिसमें मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और डीजीपी राजीव कृष्ण ने पुलिस, प्रशासन और अन्य विभागों की तैयारियों का जायजा लिया। गार्ड ऑफ ऑनर के साथ मुख्य सचिव का स्वागत किया गया।

विस्तार
कांवड़ यात्रा 2025 को लेकर सरकार की सबसे अहम बैठक सोमवार को मेरठ कमिश्नरी सभागार में आयोजित हुई। इस उच्चस्तरीय बैठक में उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और डीजीपी राजीव कृष्ण समेत तमाम आला अधिकारी शामिल रहे।

मुख्य सचिव के मेरठ पहुंचते ही गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद वे कमिश्नरी सभागार पहुंचे जहां डीजीपी, मंडलायुक्त, एडीजी, जिलाधिकारी, आईजी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सहित संबंधित विभागों के अफसर मौजूद रहे।
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बैठक में कांवड़ यात्रा मार्ग, सुरक्षा व्यवस्था, चिकित्सा, यातायात नियंत्रण, सफाई, पेयजल, विद्युत और आपात सेवा से जुड़ी तैयारियों की समीक्षा की गई।
मुख्य सचिव ने कहा कि 'कांवड़ यात्रा में लाखों श्रद्धालु शामिल होते हैं, इसलिए किसी भी स्तर पर कोई ढिलाई न बरती जाए। हर विभाग अपनी जिम्मेदारी समय से निभाएं।'
डीजीपी राजीव कृष्ण ने कांवड़ मार्ग पर ड्रोन निगरानी, रूट डायवर्जन और असामाजिक तत्वों पर कड़ी निगरानी के निर्देश दिए। जल्द ही डीएम और एसएसपी यात्रा मार्गों का स्थलीय निरीक्षण कर एक्शन प्लान प्रस्तुत करेंगे।
पीने के पानी, सफाई और खाने की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाएगी। शुद्धता के साथ शिविर लगे और ढाबे चलें। सिंचाई विभाग को नहर में संतुलित मात्रा में पानी छोड़ने कहा गया है। कांवड़ नहर पटरी का काम समय से रिपेयर करना है। 700 किलोमीटर में से 25 किलोमीटर का काम बाकी है, दो-तीन दिन में काम पूरा होगा।
अलग-अलग कारणों से पूर्व में हुई घटनाओं की समीक्षा की गई है। बिजली कारणों से हुई घटनाओं को लेकर बिजली विभाग को सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है।
पोल्स और ट्रांसफॉमर्स पूरी तरीके से कवर्ड होने चाहिए।
परमानेंट होटल, ढाबे, शिविर सभी को सफाई और शुद्धता के बारे में प्रशिक्षित करने के आदेश हैं। फूड सेफ्टी यह सुनिश्चित कराएगा कि सभी जगह शुद्ध वेजीटेरियन खाना मिले। फूड सेफ्टी विभाग को बताया गया है ढाबों पर शुद्धता और पवित्रता बनाई रखी जाए। डीजे के साउंड की तीव्रता तय होनी चाहिए। कांवड़ उठने के स्थान से कांवड़ समितियां के साथ बैठक होनी चाहिए।
समितियां को साउंड की तीव्रता के बारे में बताया जाएगा। रुड़की के आसपास डीजे असेंबल करके उनकी हाइट बढ़ाई जाती है इसके बारे में तय हाइट के बारे में अफसर कांवड़ियों को बताएंगे। सभी राज्य के विभागों और सभी राज्यों के संबंधित अधिकारियों के साथ वार्ता हुई है। आगरा, बरेली, मुरादाबाद में 23 तारीख के बाद भी भीड़ रहती है, इसके लिए भी अफसरों को निर्देश दिए गए हैं।
बड़े डीजे शहरों के बाईपास पर ही रखे जाएंगे, उन्हें शहर में नहीं आने दिया जाएगा। पिछले साल कांवड़ियों की संख्या 4 करोड़ थी, इस बार उससे भी ज्यादा होगी। रेलवे के जरिए सफर करने वाले कावड़ियों को लेकर रेलवे अफसरों से बात हुई है, ट्रेन की छत पर कोई सफर नहीं करेगा।
राजीव कृष्ण, डीजीपी ने कहा-
कोई समूह किसी दुकान या ढाबे पर चेक नहीं करेगा, उसके लिए फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट को निर्देशित किया गया है। राज्यों के अधिकारियों का एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया है अलग-अलग स्थान पर अगर भीड़ बढ़ती है तो उसको लेकर अधिकारियों को अपडेट किया जाएगा। 75 डेसीबल से ज्यादा डीजे साउंड की तीव्रता नहीं होगी। कांवड़10 फीट ऊंची और 12 फुट से ज्यादा चौड़ी नहीं होनी चाहिए।
रुड़की से मुजफ्फरनगर के बीच में कावड़ और डीजे असेंबल होते हैं। वहां के अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की गई है, अगर कांवरिया डीजे ऊंचा है तो कावड़ को पहले ही स्थान पर रोका जाएगा और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।