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Mirzapur News: गुरु ने भेदभाव का खंडन कर सत्य की राह दिखाई
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गुरुद्वारा श्री गुरुसिंह सभा में कीर्तन दरबार करते रागी, स्रोत सोशल मीडिया
- फोटो : self
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मिर्जापुर। रतनगंज स्थित गुरुद्वारा श्री गुरुसिंह सभा में मंगलवार को श्री गुरूतेग बहादुर साहेब जी महाराज का शहीदी दिवस श्रद्धापूर्वक मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत सिख संगत व नगरवासियों की ओर से सुबह से लंगर बनाने की सेवा कर की गई। अखंड पाठ साहब की समाप्ति व उसके बाद कीर्तन दरबार का आयोजन किया गया।
गुरूघर के हजुरी, रागी करमजीत सिंह व कानपुर से आए भाई सुरजीत सिंह व भाई देवेंद्र सिंह ने कीर्तन दरबार किया। गुरूद्वारे के अध्यक्ष जसबीर सिंह ने गुरू महाराज के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गुरु जी ने भेद भाव, ऊंच-नीच के मतभेद का खंडन किया और सत्य पर चलना सिखाया। जिस समय औरंगजेब पूरे भारत वर्ष में हिंदूओं को इस्लाम धर्म जबरन कबूल करा रहा था। तब गुरु जी ने कहा कि कोई सच्चा भगवान का भक्त अपना बलिदान देगा तभी ये पाप रूकेगा। पास खड़े गोविन्द राय ने अपने पिता को कहा कि पिता जी आप ही उस पाप को रोक सकते हैं, तब गुरु जी ने कहा, जाकर औरंगजेब को कह दें कि गुरुतेग बहादुर को इस्लाम कबूल करवा लोगे तो सारा हिंदुस्तान इस्लाम कबूल कर लेगा। औरंगजेब ने अपने बल से उनको गिरफ्तार कर पिंजडे में कैद करा दिया और काफी यातनएं दी। उनके सामने उनके तीन शिष्यों को शहीद कर दिया। काफी डर और भय दिया, लेकिन गुरु जी डिगे नहीं और अंत में 24 नवंबर 1675 में दिल्ली के लालकिले के सामने चांदनी चौक पर तेग बहादुर जी ने हिंदू धर्म और काश्मीरी पंडितों की रक्षा के लिए अपना शीश कलम करवा लिया परंतु इस्लाम स्वीकार नहीं किया और औरंगजेब, गुरु साहब का सिर झुका नहीं सका। संचालन गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा के प्रबंधक हरदीप सिंह खुराना व खजांची सुरेन्द्र पाल सिंह खुराना कर रहे थे। कार्यक्रम की समाप्ति पर गुरु का अटूट लंगर का वितरण किया गया। इसी क्रम में गुरुनानक गर्ल्स इंटर कॉलेज के अध्यक्ष धर्मपाल सिंह सरना, प्रबन्धक रविंद्र पाल सिंह गिल, गुरुनानक इंटर कॉलेज आवास विकास के अध्यक्ष जसवंत सिंह सरना, प्रबंधक जगजीत सिंह ढंग व हरभरजन सिंह सरना, गोल्डी सरना, महेन्द्र सिंह चढ्योक आदि सहित हजारों की संख्या में लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया।
गुरु तेग बहादुर के शहीदी दिवस पर निकाली गई शोभायात्रा
अहरौरा। श्री गुरुतेग बहादुर साहिब जी के शहीदी दिवस पर मंगलवार की शाम नगर में शोभायात्रा निकाली गई। नगर के पट्टी खुर्द गुरुद्वारा बाग श्री गुरुतेग बहादुर जी के गुरूद्वारे से शोभायात्रा चौक बाजार, तकिया, गोला सहुवाइन, गोला कन्हैया लाल, त्रिमुहानी से होते हुए वापस गुरुद्वारा प्रांगण पर पहुंच कर समाप्त हुई। शोभायात्रा से पूर्व श्री अखंड पाठ साहब, पाठ रहिरास साहिब,आरती के बाद सबद कीर्तन के साथ प्रसाद वितरण किया गया। हजूरी रागी जत्था के लिए लखनऊ से गगनदीप सिंह गुरुवाणी कीर्तन से संगत को निहाल किया। श्रीगुरु ग्रंथ साहब जी की सवारी के साथ शोभायात्रा में सिख धर्म के लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी।शोभायात्रा में आतिशबाजी, बैंडबाजा व गतका के साथ पंचप्यारे आकर्षण का केंद्र रहे। गुरुद्वारा परिसर में अटूट लंगर प्रसाद का वितरण किया गया। अध्यक्ष सरदार सतपाल सिंह सोठी, सरदार ईश्वर सिंह, सरदार सतपाल सिंह, अमोलक सिंह संतोष सिंह, जगत सिंह व अन्य रहे।
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गुरु तेग बहादुर के शहीदी दिवस पर निकाली गई शोभायात्रा
अहरौरा। श्री गुरुतेग बहादुर साहिब जी के शहीदी दिवस पर मंगलवार की शाम नगर में शोभायात्रा निकाली गई। नगर के पट्टी खुर्द गुरुद्वारा बाग श्री गुरुतेग बहादुर जी के गुरूद्वारे से शोभायात्रा चौक बाजार, तकिया, गोला सहुवाइन, गोला कन्हैया लाल, त्रिमुहानी से होते हुए वापस गुरुद्वारा प्रांगण पर पहुंच कर समाप्त हुई। शोभायात्रा से पूर्व श्री अखंड पाठ साहब, पाठ रहिरास साहिब,आरती के बाद सबद कीर्तन के साथ प्रसाद वितरण किया गया। हजूरी रागी जत्था के लिए लखनऊ से गगनदीप सिंह गुरुवाणी कीर्तन से संगत को निहाल किया। श्रीगुरु ग्रंथ साहब जी की सवारी के साथ शोभायात्रा में सिख धर्म के लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी।शोभायात्रा में आतिशबाजी, बैंडबाजा व गतका के साथ पंचप्यारे आकर्षण का केंद्र रहे। गुरुद्वारा परिसर में अटूट लंगर प्रसाद का वितरण किया गया। अध्यक्ष सरदार सतपाल सिंह सोठी, सरदार ईश्वर सिंह, सरदार सतपाल सिंह, अमोलक सिंह संतोष सिंह, जगत सिंह व अन्य रहे।