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Muzaffarnagar News: हांफ रहा सत्यापन, दौड़ रही सर्दी...भुगत रहे 37 हजार बच्चे
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मुजफ्फरनगर। परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों का सत्यापन कछुआ चाल से चल रहा है। दिवाली के बाद से मौसम तेजी से बदला। पिछले साल के मुकाबले तापमान करीब तीन डिग्री कम हो गया है। सर्दी आ गई लेकिन बेसिक शिक्षा विभाग के इंतजाम अधूरे रह गए।
37 हजार बच्चों के बैंक खातों में डीबीटी यानी डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के तहत भेजी जाने वाली विद्यालय की यूनिफार्म की धनराशि अभी तक नहीं पहुंची है। तकनीकि खामियों, अधूरे दस्तावेज, बैंक खातों के सत्यापन में देरी के चलते बैंक खातों में धनराशि के न पहुंचने से परेशानी खड़ी हो रही है।
पिछले साल नवंबर की शुरुआत में तापमान 31 डिग्री के आसपास रहा जबकि मंगलवार का पारा 29 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। पिछले शुक्रवार को 27.8 डिग्री तक पारा लुढ़क जाने से सर्दी का अहसास बढ़ा है। इसके अलावा परिषदीय स्कूलों में सत्यापन की रफ्तार धीमी है। समेकित शिक्षा के जिला समन्वयक सुशील कुमार ने बताया कि जिले में 951 प्राथमिक, उच्च प्राथमिक और बाल वाटिकाएं संचालित हैं। इनमें एक लाख 33 हजार छात्र और छात्राएं पंजीकृत हैं।
96000 खातों में यूनिफार्म की धनराशि भेजी जा चुकी है। सरकार द्वारा प्रत्येक बच्चे को 1200 रुपये की धनराशि यूनिफॉर्म, स्वेटर, जूते-मोजे और बैग खरीदने के लिए सीधे उनके बैंक खातों में भेजी जाती है। बीएसए संदीप कुमार का कहना है कि जिन छात्रों के खातों में धनराशि नहीं पहुंची है, उनके दस्तावेजों और बैंक विवरणों का सत्यापन तेजी से किया जा रहा है। छात्रों की सूचना तैयार कर शासन को भेजी गई है। जल्दी ही सभी पात्र छात्रों के खातों में डीबीटी की धनराशि भेज दी जाएगी।
पोर्टल पर नहीं चढ़ा नाम : पीएमश्री कंपोजिट विद्यालय सरवट नगर क्षेत्र में पढ़ रही जैनब के पिता सोमीन ने बताया कि विद्यालय में शिक्षिकाओं के कहने पर सभी दस्तावेज जमा करा दिए हैं लेकिन खाते में पैसा नहीं आया है।
पिछले साल भी नहीं आया था पैसा : ईरम के पिता अकील ने बताया पिछले दो साल से खाते में स्कूल की ड्रेस का पैसा नहीं आया है। इसके लिए कई बार जानकारी करनी चाही लेकिन तकनीकी दिक्कत होना बताया गया। विद्यालय की ओर से मांगे गए सभी दस्तावेज जमा करा दिए गए हैं।
आधार कार्ड न होना बन रहा समस्या : नसीरपुर स्थित कंपोजिट विद्यालय की प्रधानाचार्या मीरा शर्मा ने बताया कि सरकारी और विभागीय स्तर पर तेजी से प्रयास किए जा रहे हैं। विद्यालय स्तर पर अभिभावकों को लगातार आधार कार्ड बनवाने और जमा कराने के लिए सूचित किया जा रहा है। आधार कार्ड न होने की वजह ही समस्या बना हुआ है।
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37 हजार बच्चों के बैंक खातों में डीबीटी यानी डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के तहत भेजी जाने वाली विद्यालय की यूनिफार्म की धनराशि अभी तक नहीं पहुंची है। तकनीकि खामियों, अधूरे दस्तावेज, बैंक खातों के सत्यापन में देरी के चलते बैंक खातों में धनराशि के न पहुंचने से परेशानी खड़ी हो रही है।
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पिछले साल नवंबर की शुरुआत में तापमान 31 डिग्री के आसपास रहा जबकि मंगलवार का पारा 29 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। पिछले शुक्रवार को 27.8 डिग्री तक पारा लुढ़क जाने से सर्दी का अहसास बढ़ा है। इसके अलावा परिषदीय स्कूलों में सत्यापन की रफ्तार धीमी है। समेकित शिक्षा के जिला समन्वयक सुशील कुमार ने बताया कि जिले में 951 प्राथमिक, उच्च प्राथमिक और बाल वाटिकाएं संचालित हैं। इनमें एक लाख 33 हजार छात्र और छात्राएं पंजीकृत हैं।
96000 खातों में यूनिफार्म की धनराशि भेजी जा चुकी है। सरकार द्वारा प्रत्येक बच्चे को 1200 रुपये की धनराशि यूनिफॉर्म, स्वेटर, जूते-मोजे और बैग खरीदने के लिए सीधे उनके बैंक खातों में भेजी जाती है। बीएसए संदीप कुमार का कहना है कि जिन छात्रों के खातों में धनराशि नहीं पहुंची है, उनके दस्तावेजों और बैंक विवरणों का सत्यापन तेजी से किया जा रहा है। छात्रों की सूचना तैयार कर शासन को भेजी गई है। जल्दी ही सभी पात्र छात्रों के खातों में डीबीटी की धनराशि भेज दी जाएगी।
पोर्टल पर नहीं चढ़ा नाम : पीएमश्री कंपोजिट विद्यालय सरवट नगर क्षेत्र में पढ़ रही जैनब के पिता सोमीन ने बताया कि विद्यालय में शिक्षिकाओं के कहने पर सभी दस्तावेज जमा करा दिए हैं लेकिन खाते में पैसा नहीं आया है।
पिछले साल भी नहीं आया था पैसा : ईरम के पिता अकील ने बताया पिछले दो साल से खाते में स्कूल की ड्रेस का पैसा नहीं आया है। इसके लिए कई बार जानकारी करनी चाही लेकिन तकनीकी दिक्कत होना बताया गया। विद्यालय की ओर से मांगे गए सभी दस्तावेज जमा करा दिए गए हैं।
आधार कार्ड न होना बन रहा समस्या : नसीरपुर स्थित कंपोजिट विद्यालय की प्रधानाचार्या मीरा शर्मा ने बताया कि सरकारी और विभागीय स्तर पर तेजी से प्रयास किए जा रहे हैं। विद्यालय स्तर पर अभिभावकों को लगातार आधार कार्ड बनवाने और जमा कराने के लिए सूचित किया जा रहा है। आधार कार्ड न होने की वजह ही समस्या बना हुआ है।