UP News: पीलीभीत से एडीएम ऋतु पुनिया हटाई गईं, विहिप पदाधिकारी के खिलाफ दर्ज कराया था मुकदमा
पीलीभीत में विहिप पदाधिकारी प्रिंस गौड़ से विवाद के बाद एडीएम (वित्त एवं राजस्व) ऋतु पूनिया को पद से हटा दिया गया है। उन्हें प्रतीक्षारत रखा है। उनकी जगह प्रसून द्विवेदी को नया एडीएम बनाया गया है।
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पीलीभीत में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के विभाग संगठन मंत्री प्रिंस गौड़ पर मुकदमा दर्ज कराने वालीं एडीएम वित्त एवं राजस्व ऋतु पूनिया का बुधवार शाम तबादला हो गया। शासन ने उन्हें जिले से हटाकर प्रतीक्षारत रखा है। उनकी जगह पर मथुरा में तैनात एसडीएम/विशेष कार्याधिकारी मथुरा वृंदावन विकास प्राधिकरण प्रसून द्विवेदी को जिले की जिम्मेदारी दी गई है।
एडीएम ऋतु पूनिया ने शनिवार को कोतवाली में दर्ज कराई गई रिपोर्ट में बताया कि विहिप के विभाग संगठन मंत्री प्रिंस गौड़ ने मंडलायुक्त को एक पत्र भेजा था, जिसमें उनके खिलाफ तथ्यहीन और भ्रामक आरोप लगाए गए। पत्र में लिखा गया था कि एडीएम ने शहर से सटी कॉलोनी की धारा-80 की कार्रवाई की है, जबकि यह अधिकार क्षेत्र एसडीएम का होता है। एडीएम ने बताया कि कॉलोनियों के विकास से जुड़ा कार्य विनियमित क्षेत्र का विषय है, जिसके नियत प्राधिकारी सिटी मजिस्ट्रेट हैं। इस मामले में एडीएम वित्त एवं राजस्व की कोई भूमिका नहीं होती।
आरोप है कि प्रिंस गौड़ ने एडीएम पर दबाव बनाने की कोशिश की और यह तक लिखा कि एडीएम ने अपनी सगी मां व ससुर के नाम से प्लॉट का बैनामा कराया है, जबकि दोनों का वर्षों पहले निधन हो चुका है। मामले में पुलिस ने विभाग संगठन मंत्री को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया था। मंगलवार को उनकी जमानत हुई थी।
देर शाम आया एडीएम का स्थानांतरण आदेश
बुधवार की देर शाम एडीएम वित्त एवं राजस्व ऋतु पूनिया का स्थानांतरण हो गया। उन्हें प्रतीक्षारत रखा गया। उनकी जगह पर मथुरा में उपजिलाधिकारी रहे प्रसून द्विवेदी को जिले का एडीएम बनाया गया है।
डीएम से मिले थे प्रांत संगठन मंत्री, तीन दिन रही गहमागहमी
विभाग संगठन मंत्री की गिरफ्तारी के मामले ने तूल पकड़ लिया और विहिप के कई पदाधिकारी जिले में पहुंचे थे। प्रांत संगठन मंत्री राजेश कुमार ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर डीएम ज्ञानेंद्र सिंह से मुलाकात की थी। तीन दिन तक वेट एंड वॉच की स्थिति की बात कही थी। बड़े आंदोलन की चेतावनी भी थी। उधर, जेल में तबियत बिगड़ने पर विभाग संगठन मंत्री प्रिंस गौण को जिला अस्पताल के आपातकालीन वार्ड में शिफ्ट किया गया था। जिले में तीन दिन तक गहमागहमी रही थी।