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Pilibhit News: सामूहिक शादी समारोह में अव्यवस्थाओं की बरात
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पीलीभीत। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह में व्यवस्थाएं धड़ाम हो गईं। जोड़ों ने घंटों में लाइन में खड़े होकर अपना प्रमाणीकरण कराया। इसके बाद भी सामान के लिए भी घंटों लाइन में लगना पड़ा। परिजनों के बैठने के लिए भी पुख्ता इंतजाम नहीं किए। चटक धूप में लोग पेड़, बड़े वाहन और अन्य स्थानों का सहारा लेते हुए दिखाई दिए। जिस ओर विभाग ने खाना की व्यवस्था कराई, वहां भी अव्यवस्थाएं हावी दिखाई दीं। मैदान में उगी झाड़ियों की सफाई कराई नहीं। ऐसे में खाना लेकर खाने वाले लोग वहीं खाते दिखाई दिए। पीने के पानी के लिए नगर पालिका ने पानी के टैंक तो रखवाए लेकिन वहां विभाग ने गिलास मुहैया नहीं कराए। लोगों ने पन्नी, अंजुली और प्लेट का सहारा लेकर पानी पीया। सब्जी काउंटर पर सब्जी और पूड़ी के लिए भी खींचतान दिखाई दी। संवाद
सामान दिया, न तो चेक कराया और न ही बताया
सामूहिक शादियों में दूल्हा-दुल्हन को उपहार में सामान दिया। ऐसे में उपहार दिए जाने पर टोकन दिखाने पर उन्हें दिए गए उपहार को चेक नहीं कराया गया और न ही सामान की जानकारी दी। ऐसे में दूल्हा-दुल्हन के परिजनों में असमंजस की स्थिति दिखाई दी।
घरेलू सिलिंडर से बनाया खाना, अफसरों ने नहीं दिया ध्यान
सामूहिक शादियों में दूल्हा-दुल्हन समेत उनके साथ आने वाले परिजनों के लिए खाने की व्यवस्था की जाती है। खाना बनाने में ठेकेदार की ओर से घरेलू गैस सिलिंडर का उपयोग किया। जबकि जिले के सभी बड़े अफसर इस आयोजन में शामिल हुए।
खुले में रखी खाद्य सामग्री, उड़ती रही धूल
सामूहिक शादियों में बनाए भोजन में मानकों को दरकिनार किया। सामूहिक रूप से दिए जाने वाले खाने में किसी तरह से मानकों को ध्यान नहीं दिया। जानकारी पर कर्मचारी ने बताया कि स्टाफ के लोगों के लिए बीआईपी व्यवस्था की गई है।
बैठने का नहीं दिखा इंतजाम
समाज कल्याण विभाग की ओर से हुए आयोजन में अफसर और दूल्हा-दुल्हन के लिए तो इंतजाम किए लेकिन परिजनों के बैठने के लिए कोई भी इंतजाम दिखाई नहीं दिए। लोग पेड़, वाहन और अन्य छांव के स्थान को ढूंढ कर बैठे हुए थे।
गिलास मिला नहीं तो पन्नी से चलाया काम
विभाग नो पानी के इंतजाम के लिए भी कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए। पालिका प्रशासन के सहयोग से वहां पानी के टैंक को तो रखवा दिए लेकिन गिलास मुहैया नहीं कराए। ऐसे में एक युवक ने खाने के बाद परिवार के सदस्यों को पन्नी से पानी पिलाया।
सामूहिक शादियों को लेकर व्यवस्थाओं को बेहतर किया गया था। भीड़ अधिक हो जाने से कुछ व्यवस्थाएं जरूर प्रभावित हुईं। इसे टीम को लगाकर दुरुस्त कराने पर जोर दिया। शादियों में आने वाले लोगों को सुविधा मुहैया कराने का पूरा ध्यान दिया। - चंद्र मोहन विश्नोई, समाज कल्याण अधिकारी।
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सामान दिया, न तो चेक कराया और न ही बताया
सामूहिक शादियों में दूल्हा-दुल्हन को उपहार में सामान दिया। ऐसे में उपहार दिए जाने पर टोकन दिखाने पर उन्हें दिए गए उपहार को चेक नहीं कराया गया और न ही सामान की जानकारी दी। ऐसे में दूल्हा-दुल्हन के परिजनों में असमंजस की स्थिति दिखाई दी।
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घरेलू सिलिंडर से बनाया खाना, अफसरों ने नहीं दिया ध्यान
सामूहिक शादियों में दूल्हा-दुल्हन समेत उनके साथ आने वाले परिजनों के लिए खाने की व्यवस्था की जाती है। खाना बनाने में ठेकेदार की ओर से घरेलू गैस सिलिंडर का उपयोग किया। जबकि जिले के सभी बड़े अफसर इस आयोजन में शामिल हुए।
खुले में रखी खाद्य सामग्री, उड़ती रही धूल
सामूहिक शादियों में बनाए भोजन में मानकों को दरकिनार किया। सामूहिक रूप से दिए जाने वाले खाने में किसी तरह से मानकों को ध्यान नहीं दिया। जानकारी पर कर्मचारी ने बताया कि स्टाफ के लोगों के लिए बीआईपी व्यवस्था की गई है।
बैठने का नहीं दिखा इंतजाम
समाज कल्याण विभाग की ओर से हुए आयोजन में अफसर और दूल्हा-दुल्हन के लिए तो इंतजाम किए लेकिन परिजनों के बैठने के लिए कोई भी इंतजाम दिखाई नहीं दिए। लोग पेड़, वाहन और अन्य छांव के स्थान को ढूंढ कर बैठे हुए थे।
गिलास मिला नहीं तो पन्नी से चलाया काम
विभाग नो पानी के इंतजाम के लिए भी कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए। पालिका प्रशासन के सहयोग से वहां पानी के टैंक को तो रखवा दिए लेकिन गिलास मुहैया नहीं कराए। ऐसे में एक युवक ने खाने के बाद परिवार के सदस्यों को पन्नी से पानी पिलाया।
सामूहिक शादियों को लेकर व्यवस्थाओं को बेहतर किया गया था। भीड़ अधिक हो जाने से कुछ व्यवस्थाएं जरूर प्रभावित हुईं। इसे टीम को लगाकर दुरुस्त कराने पर जोर दिया। शादियों में आने वाले लोगों को सुविधा मुहैया कराने का पूरा ध्यान दिया। - चंद्र मोहन विश्नोई, समाज कल्याण अधिकारी।