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लिखा, 'पापा-मम्मी मुझे माफ करना' और लगा ली फांसी
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नगर कोतवाली के पूर्वी सहोदरपुर में युवक के फांसी लगाकर मरने के बाद अस्पताल पहुंचने पर जुटे लोग।
- फोटो : PRATAPGARH
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फाइनेंस कंपनी में काम करने वाले कलेक्शनकर्मी ने फांसी लगाकर जान दे दी। जिसकी जानकारी मंगलवार की सुबह साथी के कमरे पर पहुंचने के बाद हो सकी। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने कमरे का ताला तोड़कर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। घटना की सूचना मिलने पर मृतक के परिजन बस्ती से रोते-बिलखते अस्पताल पहुंचे।
जनपद बस्ती के अमहुत मझौवामीर के भरतिन्हवा निवासी मनोज कुमार वरुण (32) पुत्र रामकिशुन नगर कोतवाली के भंगवा चुंगी स्थित महिन्द्रा फाइनेंस में कलेक्शन कर्मी था। वह करीब चार साल से नगर कोतवाली के पूर्वी सहोदरपुर में रेलकर्मी पीडब्लूआई अवधेश पाल के मकान में किराए पर रहता था। उसके साथ काम करने वाला विकास सिंह भी अपने परिवार के साथ दूसरे कमरे में रहता था। सोमवार को मनोज काम पर नहीं गया था। लोग फोन लगा रहे थे लेकिन वह काल रिसीव नहीं कर रहा था।
मंगलवार की सुबह विकास उसके कमरे पर पहुंचा। देखा तो दरवाजा भीतर से बंद था। खिड़की खुली हुई थी। जिससे भीतर देखने पर वह दंग रह गया। पंखे के हुक के सहारे मनोज फांसी के फंदे पर लटक रहा था। यह देख उसने शोर मचाया। जिसके बाद आसपास के लोग आ गए। लोगों की सूचना पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने मशक्कत के बाद दरवाजा तोड़कर शव को बाहर निकाला। घटना की जानकारी मिलने पर सहयोगी कर्मचारी भी घटनास्थल पर पहुंच गए।
लोगों ने बड़े भाई को घटना की जानकारी दी। घटनास्थल का जायजा लेने के बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। दोपहर बाद रोते बिलखते परिजन अस्पताल पहुंचे। पुलिस व साथियों से घटना की जानकारी ली। नगर कोतवाल ने बताया कि मनोज की खुदकुशी का कारण समझ में नहीं आया। सुसाइड नोट में भी ऐसा कुछ नहीं लिखा गया है। कुछ पारिवारिक कारण के चलते ही उसने खुदकुशी की होगी।
पापा-मम्मी व भैया मुझे क्षमा करना
मृतक फाइनेंस कर्मचारी मनोज ने चार पन्नों का सुसाइड नोट पापा-मम्मी व बड़े भाई के नाम से लिखा था। जिसे पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया। मनोज एमबीए अंतिम वर्ष का छात्र था। उसने सुसाइड नोट पापा-मम्मी व भाई के नाम अलग-अलग संदेश लिखा है। खुदकुशी के लिए वह खुद जिम्मेदार है इसमे किसी का कोई दोष नहीं है। वह अपनी जिंदगी से तंग आकर खुदकुशी कर रहा है। सभी से वह क्षमा भी मांग रहा है।
खुदकुशी का कई दिनों से कर रहा था प्रयास, 9 फरवरी को ही बनाई थी वीडियो
मनोज खुदकुशी के लिए कई दिनों से कोशिश कर रहा था। कमरे में कई चादर फटी हुई मिली। मेज व कुर्सी भी गिरी हुई थी। पैर उसका तख्त से काफी ऊपर था। उसने सुसाइड नोट में लिखा था कि उसके मोबाइल में वीडियो क्लिप मौजूद है। जिसमे उसने खुदकुशी की बात बिना किसी के दबाव में रिकार्ड की है। आत्महत्या के लिए किसी को परेशान न करने की बात भी कही थी। दो चादरे भी फाड़ डाली थी। वीडियो बनाने के बाद वह खुदकुशी नहीं कर सका लेकिन सुसाइड नोट में लिखे समय के हिसाब से सोमवार को करीब 11 बजे उसने फांसी लगा ली थी। फिलहाल पुलिस मोबाइल व सुसाइड नोट कब्जे में लेकर छानबीन करती रही।

जनपद बस्ती के अमहुत मझौवामीर के भरतिन्हवा निवासी मनोज कुमार वरुण (32) पुत्र रामकिशुन नगर कोतवाली के भंगवा चुंगी स्थित महिन्द्रा फाइनेंस में कलेक्शन कर्मी था। वह करीब चार साल से नगर कोतवाली के पूर्वी सहोदरपुर में रेलकर्मी पीडब्लूआई अवधेश पाल के मकान में किराए पर रहता था। उसके साथ काम करने वाला विकास सिंह भी अपने परिवार के साथ दूसरे कमरे में रहता था। सोमवार को मनोज काम पर नहीं गया था। लोग फोन लगा रहे थे लेकिन वह काल रिसीव नहीं कर रहा था।
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मंगलवार की सुबह विकास उसके कमरे पर पहुंचा। देखा तो दरवाजा भीतर से बंद था। खिड़की खुली हुई थी। जिससे भीतर देखने पर वह दंग रह गया। पंखे के हुक के सहारे मनोज फांसी के फंदे पर लटक रहा था। यह देख उसने शोर मचाया। जिसके बाद आसपास के लोग आ गए। लोगों की सूचना पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने मशक्कत के बाद दरवाजा तोड़कर शव को बाहर निकाला। घटना की जानकारी मिलने पर सहयोगी कर्मचारी भी घटनास्थल पर पहुंच गए।
लोगों ने बड़े भाई को घटना की जानकारी दी। घटनास्थल का जायजा लेने के बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। दोपहर बाद रोते बिलखते परिजन अस्पताल पहुंचे। पुलिस व साथियों से घटना की जानकारी ली। नगर कोतवाल ने बताया कि मनोज की खुदकुशी का कारण समझ में नहीं आया। सुसाइड नोट में भी ऐसा कुछ नहीं लिखा गया है। कुछ पारिवारिक कारण के चलते ही उसने खुदकुशी की होगी।
पापा-मम्मी व भैया मुझे क्षमा करना
मृतक फाइनेंस कर्मचारी मनोज ने चार पन्नों का सुसाइड नोट पापा-मम्मी व बड़े भाई के नाम से लिखा था। जिसे पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया। मनोज एमबीए अंतिम वर्ष का छात्र था। उसने सुसाइड नोट पापा-मम्मी व भाई के नाम अलग-अलग संदेश लिखा है। खुदकुशी के लिए वह खुद जिम्मेदार है इसमे किसी का कोई दोष नहीं है। वह अपनी जिंदगी से तंग आकर खुदकुशी कर रहा है। सभी से वह क्षमा भी मांग रहा है।
खुदकुशी का कई दिनों से कर रहा था प्रयास, 9 फरवरी को ही बनाई थी वीडियो
मनोज खुदकुशी के लिए कई दिनों से कोशिश कर रहा था। कमरे में कई चादर फटी हुई मिली। मेज व कुर्सी भी गिरी हुई थी। पैर उसका तख्त से काफी ऊपर था। उसने सुसाइड नोट में लिखा था कि उसके मोबाइल में वीडियो क्लिप मौजूद है। जिसमे उसने खुदकुशी की बात बिना किसी के दबाव में रिकार्ड की है। आत्महत्या के लिए किसी को परेशान न करने की बात भी कही थी। दो चादरे भी फाड़ डाली थी। वीडियो बनाने के बाद वह खुदकुशी नहीं कर सका लेकिन सुसाइड नोट में लिखे समय के हिसाब से सोमवार को करीब 11 बजे उसने फांसी लगा ली थी। फिलहाल पुलिस मोबाइल व सुसाइड नोट कब्जे में लेकर छानबीन करती रही।
मृत युवक मनोज कुमार। फाइल फोटो- फोटो : PRATAPGARH