{"_id":"68cc640528af584f9e0bca03","slug":"cows-were-killed-smugglers-were-chased-and-beaten-raebareli-news-c-101-1-slko1031-141219-2025-09-19","type":"story","status":"publish","title_hn":"Raebareli News: गोवंश की हत्या, तस्करों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Raebareli News: गोवंश की हत्या, तस्करों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा
संवाद न्यूज एजेंसी, रायबरेली
Updated Fri, 19 Sep 2025 01:26 AM IST
विज्ञापन

भदोखर थाना क्षेत्र के बेलाखारा गांव में इसी जगह हो रहा था गोकसी का काम।
विज्ञापन
रायबरेली। बेलाखारा गांव में बुधवार रात गोवंश की हत्या कर दी गई। इस पर ग्रामीण आक्रोशित हो गए। सभी ने पशु तस्करों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। पुलिस पहुंची तो तस्करों की जान बची। पुलिस ने मां-बेटी समेत 11 पशु तस्करों को गिरफ्तार किया है।
बुधवार रात करीब 10 बजे बेलाखारा गांव के पास जंगल में एक गोवंश की कुछ लोगाें ने हत्या कर दी। इसकी जानकारी पर ग्रामीण आक्रोशित हो गए। सभी मौके पर पहुंच गए। घेराबंदी करते हुए गुस्साए ग्रामीणों ने पशु तस्करों को पकड़ लिया और उनकी जमकर धुनाई की। इसी बीच पुलिस पहुंची और उसने ग्रामीणों के चंगुल से तस्करों को छुड़ाया।
ग्रामीणों के मुताबिक तस्कर काफी समय से छुट्टा घूम रहे संरक्षित पशुओं की तस्करी करते थे। पशुओं की हत्या करके मांस की बिक्री का कार्य भी करते थे। जिस स्थान पर पशु की हत्या की गई, उससे करीब दो किमी दूर सरकारी गोशाला भी है। जानकारी पर पशुपालन विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। गनीमत रही कि पशु गोशाला की नहीं थी। पशु चिकित्साधिकारी ने पशु के शव का पोस्टमार्टम किया। हिंदू संगठनों ने डीएम से मिलकर प्रकरण में कार्रवाई की मांग की।
भदोखर थाना प्रभारी राकेशचंद्र आनंद के मुताबिक संरक्षित पशु का वध करने के मामले में बेलाखारा गांव की रहने वाली आयशा, उसकी बेटी इकरा के अलावा मुस्ताक, भांव गांव निवासी शाहिद, सदर कोतवाली क्षेत्र के खुराल नगर निवासी सुलेमान, तिलियाकोट शेखवाड़़ा निवासी सुल्तान, सलमान, कैलाशपुरी निवासी पप्पू, मज्जन और नदी तीर किला बाजार निवासी शहजादे को पकड़ा गया है।
तस्करों के पास से दो छूरी, दो कुल्हाड़ी बरामद की गई हैं। सभी के खिलाफ गोवध निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज कर जेल भेजा गया है। घटना की जांच चल रही है। अन्य तस्करों का हाथ पाया गया तो उन पर भी कार्रवाई होगी।
जगतपुर पुलिस ने नहीं की थी कार्रवाई
बेलाखारा गांव के बीडीसी मुन्ना सिंह चौहान के मुताबिक उनका गांव भदोखर और जगतपुर थाने की सीमा पर पड़ता है। करीब ढाई माह पहले जगतपुर थाने की सीमा पर पशुओं की हत्या की गई थी। उस समय तस्करों को पुलिस के सुपुर्द किया गया था। जगतपुर पुलिस ने गोवध निवारण अधिनियम में कार्रवाई न करके तस्करों का शस्त्र अधिनियम में चालान कर दिया था। इसमें दूसरे समुदाय के एक दरोगा का हाथ शामिल था। इस बार भदोखर थाना प्रभारी ने मौके पर पहुंचकर त्वरित कार्रवाई की, जिसका नतीजा रहा कि तस्कर पकड़ लिए गए।
कई गांवों में सक्रिय हैं पशु तस्कर
भदोखर इलाके के बेलाखारा, भांव, राजापुर समेत कई ऐसे कई गांव हैं, जहां पर पहले भी पशुओं हत्याएं हो चुकी हैं। करीब पांच साल पहले भांव गांव में बड़े पैमाने पर संरक्षित पशुओं की हत्या करके उनके अवशेष मंदिर के पास फेंक दिए गए थे। इस मामले में तत्कालीन भदोखर थाना प्रभारी राम आशीष उपाध्याय को निलंबित कर दिया गया था।

बुधवार रात करीब 10 बजे बेलाखारा गांव के पास जंगल में एक गोवंश की कुछ लोगाें ने हत्या कर दी। इसकी जानकारी पर ग्रामीण आक्रोशित हो गए। सभी मौके पर पहुंच गए। घेराबंदी करते हुए गुस्साए ग्रामीणों ने पशु तस्करों को पकड़ लिया और उनकी जमकर धुनाई की। इसी बीच पुलिस पहुंची और उसने ग्रामीणों के चंगुल से तस्करों को छुड़ाया।
विज्ञापन
विज्ञापन
ग्रामीणों के मुताबिक तस्कर काफी समय से छुट्टा घूम रहे संरक्षित पशुओं की तस्करी करते थे। पशुओं की हत्या करके मांस की बिक्री का कार्य भी करते थे। जिस स्थान पर पशु की हत्या की गई, उससे करीब दो किमी दूर सरकारी गोशाला भी है। जानकारी पर पशुपालन विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। गनीमत रही कि पशु गोशाला की नहीं थी। पशु चिकित्साधिकारी ने पशु के शव का पोस्टमार्टम किया। हिंदू संगठनों ने डीएम से मिलकर प्रकरण में कार्रवाई की मांग की।
भदोखर थाना प्रभारी राकेशचंद्र आनंद के मुताबिक संरक्षित पशु का वध करने के मामले में बेलाखारा गांव की रहने वाली आयशा, उसकी बेटी इकरा के अलावा मुस्ताक, भांव गांव निवासी शाहिद, सदर कोतवाली क्षेत्र के खुराल नगर निवासी सुलेमान, तिलियाकोट शेखवाड़़ा निवासी सुल्तान, सलमान, कैलाशपुरी निवासी पप्पू, मज्जन और नदी तीर किला बाजार निवासी शहजादे को पकड़ा गया है।
तस्करों के पास से दो छूरी, दो कुल्हाड़ी बरामद की गई हैं। सभी के खिलाफ गोवध निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज कर जेल भेजा गया है। घटना की जांच चल रही है। अन्य तस्करों का हाथ पाया गया तो उन पर भी कार्रवाई होगी।
जगतपुर पुलिस ने नहीं की थी कार्रवाई
बेलाखारा गांव के बीडीसी मुन्ना सिंह चौहान के मुताबिक उनका गांव भदोखर और जगतपुर थाने की सीमा पर पड़ता है। करीब ढाई माह पहले जगतपुर थाने की सीमा पर पशुओं की हत्या की गई थी। उस समय तस्करों को पुलिस के सुपुर्द किया गया था। जगतपुर पुलिस ने गोवध निवारण अधिनियम में कार्रवाई न करके तस्करों का शस्त्र अधिनियम में चालान कर दिया था। इसमें दूसरे समुदाय के एक दरोगा का हाथ शामिल था। इस बार भदोखर थाना प्रभारी ने मौके पर पहुंचकर त्वरित कार्रवाई की, जिसका नतीजा रहा कि तस्कर पकड़ लिए गए।
कई गांवों में सक्रिय हैं पशु तस्कर
भदोखर इलाके के बेलाखारा, भांव, राजापुर समेत कई ऐसे कई गांव हैं, जहां पर पहले भी पशुओं हत्याएं हो चुकी हैं। करीब पांच साल पहले भांव गांव में बड़े पैमाने पर संरक्षित पशुओं की हत्या करके उनके अवशेष मंदिर के पास फेंक दिए गए थे। इस मामले में तत्कालीन भदोखर थाना प्रभारी राम आशीष उपाध्याय को निलंबित कर दिया गया था।