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Raebareli News: बिजली गिरने से महिला व किसान झुलसे
संवाद न्यूज एजेंसी, रायबरेली
Updated Fri, 19 Sep 2025 01:35 AM IST
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शहर में बृहस्पतिवार को बारिश के बाद सर्वोदय नगर में भरा पानी।
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रायबरेली। दो दिन से रुक-रुककर हो रही बारिश आफत बन गई है। बृहस्पतिवार को बारिश के कारण छत गिर गई। बिजली गिरने से 21 बकरियों की मौत हो गई, जबकि महिला व किसान झुलस गए। जलभराव से लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ा। जिले में बुधवार से बारिश हो रही है। रात के अलावा बृहस्पतिवार को भी रुक-रुककर बारिश होती रही है।
बछरावां प्रतिनिधि के मुताबिक थुलेडीं गांव निवासी लड्डन अपनी पत्नी हफीजुन व बच्चों के साथ घर के बाहर बैठ थे। इसी दौरान अचानक घर की कच्ची छत गिर गई। गनीमत रही की हादसे के समय कोई घर में नहीं था। पीडि़त का कहना है कि छत गिरने से उनकी पूरी गृहस्थी मलबे में दब गई है। खंड विकास अधिकारी शिव बहादुर सिंह ने बताया कि पीडि़त परिवार को सरकारी मदद दिलाई जाएगी।
राही प्रतिनिधि के मुताबिक जरौला गांव में बिजली गिरने से 21 बकरियों की मौत हो गई। बकरी चरा रही सुखदेई भी झुलस गई। सुखदेई को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ग्राम प्रधान भागीरथ यादव ने बताया कि तहसील के अधिकारियों को हादसे की सूचना दी गई है। डीह प्रतिनिधि के मुताबिक पूरे उसरे मजरे दरसवां गांव निवासी नत्थू खेत गए थे। इसी दौरान बिजली गिरने से नत्थू झुलस गए। उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
शहर से कस्बों तक जलभराव से लोग परेशान
बारिश से शहर से लेकर कस्बों तक में जलभराव रहा। शहर में कहारों का अड्डा, किला बाजार, नया पुरवा, निराला नगर, इंदिरा नगर समेत अन्य मोहल्लों में जलभराव से नागरिकों को आने-जाने में परेशानी झेलनी पड़ी। खीरों, ऊंचाहार, सतांव समेत अन्य कस्बों में भी जलभराव रहा। बृहस्पतिवार को 47 मिमी बारिश दर्ज की गई। इंदिरा गांधी उड़ान अकादमी फुरसतगंज के मौसम विशेषज्ञ दीतेंद्र सिंह ने बताया कि मानसून अब उतार पर है। इस साल देर से मानसून विदा हो रहा है। इस कारण बारिश देर से हो रही है। अगले 24 घंटे में कहीं-कहीं पर भारी बारिश की संभावना है।
तेज हवा से गिरी धान की फसल
सतांव। रुक-रुककर हो रही बारिश से धान की फसल गिर गई। इससे किसानों को नुकसान हुआ है। इस समय धान की फसल में बालियां निकल रही हैं। बारिश के कारण खेतों में पानी भर गया। इससे धान की फसल भूमि पर गिर गई। गनीमत रही कि हवा नहीं चली। यदि ऐसा होता तो धान की फसल को भारी नुकसान होता। किसान वीरेंद्र कुमार, राजकुमार, सुरेश, राजेश कुमार ने बताया कि सरसों की फसल की बोआई के लिए तैयार किए गए खेतों में पानी भर गया है। इससे सरसों की फसल की बोवाई देर से होगी। धान की फसल को नुकसान हुआ है।

बछरावां प्रतिनिधि के मुताबिक थुलेडीं गांव निवासी लड्डन अपनी पत्नी हफीजुन व बच्चों के साथ घर के बाहर बैठ थे। इसी दौरान अचानक घर की कच्ची छत गिर गई। गनीमत रही की हादसे के समय कोई घर में नहीं था। पीडि़त का कहना है कि छत गिरने से उनकी पूरी गृहस्थी मलबे में दब गई है। खंड विकास अधिकारी शिव बहादुर सिंह ने बताया कि पीडि़त परिवार को सरकारी मदद दिलाई जाएगी।
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राही प्रतिनिधि के मुताबिक जरौला गांव में बिजली गिरने से 21 बकरियों की मौत हो गई। बकरी चरा रही सुखदेई भी झुलस गई। सुखदेई को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ग्राम प्रधान भागीरथ यादव ने बताया कि तहसील के अधिकारियों को हादसे की सूचना दी गई है। डीह प्रतिनिधि के मुताबिक पूरे उसरे मजरे दरसवां गांव निवासी नत्थू खेत गए थे। इसी दौरान बिजली गिरने से नत्थू झुलस गए। उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
शहर से कस्बों तक जलभराव से लोग परेशान
बारिश से शहर से लेकर कस्बों तक में जलभराव रहा। शहर में कहारों का अड्डा, किला बाजार, नया पुरवा, निराला नगर, इंदिरा नगर समेत अन्य मोहल्लों में जलभराव से नागरिकों को आने-जाने में परेशानी झेलनी पड़ी। खीरों, ऊंचाहार, सतांव समेत अन्य कस्बों में भी जलभराव रहा। बृहस्पतिवार को 47 मिमी बारिश दर्ज की गई। इंदिरा गांधी उड़ान अकादमी फुरसतगंज के मौसम विशेषज्ञ दीतेंद्र सिंह ने बताया कि मानसून अब उतार पर है। इस साल देर से मानसून विदा हो रहा है। इस कारण बारिश देर से हो रही है। अगले 24 घंटे में कहीं-कहीं पर भारी बारिश की संभावना है।
तेज हवा से गिरी धान की फसल
सतांव। रुक-रुककर हो रही बारिश से धान की फसल गिर गई। इससे किसानों को नुकसान हुआ है। इस समय धान की फसल में बालियां निकल रही हैं। बारिश के कारण खेतों में पानी भर गया। इससे धान की फसल भूमि पर गिर गई। गनीमत रही कि हवा नहीं चली। यदि ऐसा होता तो धान की फसल को भारी नुकसान होता। किसान वीरेंद्र कुमार, राजकुमार, सुरेश, राजेश कुमार ने बताया कि सरसों की फसल की बोआई के लिए तैयार किए गए खेतों में पानी भर गया है। इससे सरसों की फसल की बोवाई देर से होगी। धान की फसल को नुकसान हुआ है।