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Raebareli News: सायरन बजते ही जमीन पर लेट गए लोग
संवाद न्यूज एजेंसी, रायबरेली
Updated Thu, 08 May 2025 01:14 AM IST
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जीआईसी मैदान में मॉक ड्रिल करते एनसीसी कैडेट्स।

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रायबरेली। दोपहर करीब 12 बजे। स्थान जीआईसी मैदान। सायरन बजते ही अफरातफरी मच गई। जान बचाने के लिए लोग जमीन पर लेट गए। पुलिस और प्रशासनिक अफसरों ने मोर्चा संभाल लिया। सायरन बजाकर लोगों को युद्ध के लिए आगाह करते हुए घरों और प्रतिष्ठानों की लाइटें बंद करने का आह्वान किया। सड़क पर दमकल और पुलिस वाहन दौड़ते दिखे। पाकिस्तान से तनाव के बीच आपात स्थिति में नागरिकों की सुरक्षा के लिए कराई गई मॉकड्रिल में कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला।
शासन ने मंगलवार को मॉकड्रिल कराने का आदेश जारी किया था। देर रात तक पुलिस-प्रशासनिक अफसर मॉकड्रिल कराने की तैयारी करते रहे। जीआईसी मैदान में मॉकड्रिल कराई गई। इसमें व्यापार मंडल के पदाधिकारी, एनसीसी कैडेट, अग्निशमन विभाग और पुलिस विभाग के कर्मचारी शामिल हुए। इस दौरान हवाई हमले की चेतावनी के लिए सायरन बजाया गया।
नागरिकों और छात्रों को सिविल डिफेंस का प्रशिक्षण दिया गया। मॉकड्रिल में ब्लैक आउट की प्रक्रिया का अभ्यास किया गया। महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों को छिपाने के तरीके बताए गए। हवाई हमले के दौरान लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने का भी अभ्यास कराया गया।
पुलिस फोर्स को किय गया चौकन्ना
डीएम हर्षिता माथुर, एसपी डॉ. यशवीर सिंह ने बताया कि पाकिस्तान से तनाव को देखते हुए नागरिकों की सुरक्षा को लेकर मॉकड्रिल कराई गई है। ब्लैक आउट को लेकर भी लोगों को अभ्यास कराया जा रहा है। पुलिस फोर्स को चौकन्ना कर दिया गया है।
घबराएं नहीं, हम सब साथ हैं...
मॉकड्रिल के बाद डीएम-एसपी ने शहर में पुलिस बल के साथ भ्रमण किया। डीएम-एसपी ने नागरिकों से बातचीत की और उनसे कहा कि आप घबराएं नहीं। हम सब साथ हैं। भारतीय सेना मजबूती के साथ पाकिस्तान को सबक सिखा रही है। उधर, जिला प्रशासन ने नागरिकों के लिए एडवायजारी भी जारी की है।
अफवाहों पर न दें ध्यान, सुरक्षित स्थान को जानें
लोग अफवाहों पर विश्वास न करें, केवल आधिकारिक सूचनाओं पर ध्यान दें। एयर रेड सायरन की आवाज पहचानें। मोबाइल, रेडियो या अन्य माध्यमों से सरकारी अलर्ट प्राप्त करें। निकटतम बंकर या सार्वजनिक शरणस्थल की जानकारी रखें। अपने घर में एक मजबूत, बिना खिड़की वाला कमरा चिह्नित करें। शरणस्थल तक शीघ्र पहुंचने का मार्ग पूर्व निर्धारित रखें।
आवश्यक सामग्री तैयार रखें
कम से कम तीन दिन का पीने योग्य जल। सूखा भोजन जैसे बिस्कुट, ड्राई फ्रूट्स आदि की व्यवस्था रखें। प्राथमिक चिकित्सा किट, टॉर्च और अतिरिक्त बैटरियां की व्यवस्था रखें।
आवश्यक दस्तावेज
पहचान पत्र, चिकित्सा रिपोर्ट, बैंक विवरण आदि
मोबाइल चार्जर और पावर बैंक
अंधकार और सुरक्षा
रात के समय पूर्ण ब्लैकआउट सुनिश्चित करें। सभी लाइटें बंद रखें।
खिड़कियों को मोटे पर्दों, काले कागज या ब्लाइंड से ढकें।
शीशों से दूर रहें, आवश्यकता पड़ने पर जमीन पर लेट जाएं।
अभ्यास और पूर्व तैयारी
परिवार के साथ हवाई हमले से बचाव की ड्रिल का अभ्यास करें।
बच्चों को सुरक्षित स्थान और प्रक्रिया से अवगत कराएं।
पड़ोसियों से संपर्क बनाए रखें और सामूहिक सहयोग सुनिश्चित करें।
हमले के बाद सावधानियां
-केवल सरकारी निर्देश मिलने पर ही बाहर निकलें।
-घायल व्यक्तियों को प्राथमिक उपचार दें।
-किसी भी संदिग्ध वस्तु या बम को न छुएं, तुरंत पुलिस या संबंधित विभाग को सूचित करें।
सोशल मीडिया पर बरतें सावधानी
अफवाह न फैलाएं। किसी भी सूचना को साझा करने से पूर्व उसकी सत्यता की पुष्टि करें।
भावनात्मक या उकसाने वाली पोस्ट से बचें। यह शांति और सुरक्षा के लिए घातक हो सकता है।
सरकारी या सुरक्षा एजेंसियों द्वारा जारी सूचनाओं को ही आगे बढ़ाएं।
अनधिकृत वीडियो या फोटो साझा करने से बचें। इससे आतंक और भ्रम फैल सकता है।
सोशल मीडिया पर संयम और समझदारी हमारी नागरिक जिम्मेदारी है।
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शासन ने मंगलवार को मॉकड्रिल कराने का आदेश जारी किया था। देर रात तक पुलिस-प्रशासनिक अफसर मॉकड्रिल कराने की तैयारी करते रहे। जीआईसी मैदान में मॉकड्रिल कराई गई। इसमें व्यापार मंडल के पदाधिकारी, एनसीसी कैडेट, अग्निशमन विभाग और पुलिस विभाग के कर्मचारी शामिल हुए। इस दौरान हवाई हमले की चेतावनी के लिए सायरन बजाया गया।
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नागरिकों और छात्रों को सिविल डिफेंस का प्रशिक्षण दिया गया। मॉकड्रिल में ब्लैक आउट की प्रक्रिया का अभ्यास किया गया। महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों को छिपाने के तरीके बताए गए। हवाई हमले के दौरान लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने का भी अभ्यास कराया गया।
पुलिस फोर्स को किय गया चौकन्ना
डीएम हर्षिता माथुर, एसपी डॉ. यशवीर सिंह ने बताया कि पाकिस्तान से तनाव को देखते हुए नागरिकों की सुरक्षा को लेकर मॉकड्रिल कराई गई है। ब्लैक आउट को लेकर भी लोगों को अभ्यास कराया जा रहा है। पुलिस फोर्स को चौकन्ना कर दिया गया है।
घबराएं नहीं, हम सब साथ हैं...
मॉकड्रिल के बाद डीएम-एसपी ने शहर में पुलिस बल के साथ भ्रमण किया। डीएम-एसपी ने नागरिकों से बातचीत की और उनसे कहा कि आप घबराएं नहीं। हम सब साथ हैं। भारतीय सेना मजबूती के साथ पाकिस्तान को सबक सिखा रही है। उधर, जिला प्रशासन ने नागरिकों के लिए एडवायजारी भी जारी की है।
अफवाहों पर न दें ध्यान, सुरक्षित स्थान को जानें
लोग अफवाहों पर विश्वास न करें, केवल आधिकारिक सूचनाओं पर ध्यान दें। एयर रेड सायरन की आवाज पहचानें। मोबाइल, रेडियो या अन्य माध्यमों से सरकारी अलर्ट प्राप्त करें। निकटतम बंकर या सार्वजनिक शरणस्थल की जानकारी रखें। अपने घर में एक मजबूत, बिना खिड़की वाला कमरा चिह्नित करें। शरणस्थल तक शीघ्र पहुंचने का मार्ग पूर्व निर्धारित रखें।
आवश्यक सामग्री तैयार रखें
कम से कम तीन दिन का पीने योग्य जल। सूखा भोजन जैसे बिस्कुट, ड्राई फ्रूट्स आदि की व्यवस्था रखें। प्राथमिक चिकित्सा किट, टॉर्च और अतिरिक्त बैटरियां की व्यवस्था रखें।
आवश्यक दस्तावेज
पहचान पत्र, चिकित्सा रिपोर्ट, बैंक विवरण आदि
मोबाइल चार्जर और पावर बैंक
अंधकार और सुरक्षा
रात के समय पूर्ण ब्लैकआउट सुनिश्चित करें। सभी लाइटें बंद रखें।
खिड़कियों को मोटे पर्दों, काले कागज या ब्लाइंड से ढकें।
शीशों से दूर रहें, आवश्यकता पड़ने पर जमीन पर लेट जाएं।
अभ्यास और पूर्व तैयारी
परिवार के साथ हवाई हमले से बचाव की ड्रिल का अभ्यास करें।
बच्चों को सुरक्षित स्थान और प्रक्रिया से अवगत कराएं।
पड़ोसियों से संपर्क बनाए रखें और सामूहिक सहयोग सुनिश्चित करें।
हमले के बाद सावधानियां
-केवल सरकारी निर्देश मिलने पर ही बाहर निकलें।
-घायल व्यक्तियों को प्राथमिक उपचार दें।
-किसी भी संदिग्ध वस्तु या बम को न छुएं, तुरंत पुलिस या संबंधित विभाग को सूचित करें।
सोशल मीडिया पर बरतें सावधानी
अफवाह न फैलाएं। किसी भी सूचना को साझा करने से पूर्व उसकी सत्यता की पुष्टि करें।
भावनात्मक या उकसाने वाली पोस्ट से बचें। यह शांति और सुरक्षा के लिए घातक हो सकता है।
सरकारी या सुरक्षा एजेंसियों द्वारा जारी सूचनाओं को ही आगे बढ़ाएं।
अनधिकृत वीडियो या फोटो साझा करने से बचें। इससे आतंक और भ्रम फैल सकता है।
सोशल मीडिया पर संयम और समझदारी हमारी नागरिक जिम्मेदारी है।