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Rampur News: जामुन तोड़ने पेड़ पर चढ़ा युवक, हाथ आई माैत
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रामपुर। जामुन तोड़ने के लिए पेड़ पर चढ़े कोतवाली क्षेत्र के ग्राम पटिया निवासी धर्मेंद्र कुमार (35) पैर फिसलने से नीचे आ गिरे। साथियों की सूचना पर पहुंचे परिजन उन्हें निजी अस्पताल ले गए। उपचार के दाैरान धर्मेंद्र कुमार की माैत हो गई।
कोतवाली क्षेत्र के ग्राम पटिया निवासी धर्मेंद्र कुमार किसान थे। खेती-बाड़ी कर परिवार का पालन-पोषण करते थे। परिजनों ने बताया कि मंगलवार की दोपहर बाद वह खेत पर गए थे। उनके साथ गांव के ही कुछ साथी थे। जामुन तोड़ने के लिए वह खेत में लगे पेड़ पर चढ़ गए। जामुन तोड़ने के दाैरान अचानक उनका पैर फिसल गया और नीचे आ गिरे। नीचे जमीन सख्त होने की वजह से उन्हें गहरी चोट लगी।
साथियों ने उनके परिजनों को सूचना दी। माैके पर पहुंचे परिजन उन्हें नगर स्थित एक निजी अस्पताल ले गए, वहां इलाज के दौरान देर शाम उनकी मौत हो गई। अस्पताल प्रशासन की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
बुधवार को पोस्टमार्टम के बाद शव घर पहुंचा तो चीखपुकार मच गई। गांव के ही श्मशानघाट में उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। धर्मेंद्र अपने पीछे पत्नी ज्योति गंगवार, चार वर्षीय बेटी प्रज्ञा और ढाई वर्षीय बेटे हिमांशु को छोड़ गए हैं। कोतवाल धनंजय सिंह ने बताया कि अस्पताल से आए मेमो के आधार पर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया था। परिजनों की ओर से कोई तहरीर नहीं दी गई है।
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कोतवाली क्षेत्र के ग्राम पटिया निवासी धर्मेंद्र कुमार किसान थे। खेती-बाड़ी कर परिवार का पालन-पोषण करते थे। परिजनों ने बताया कि मंगलवार की दोपहर बाद वह खेत पर गए थे। उनके साथ गांव के ही कुछ साथी थे। जामुन तोड़ने के लिए वह खेत में लगे पेड़ पर चढ़ गए। जामुन तोड़ने के दाैरान अचानक उनका पैर फिसल गया और नीचे आ गिरे। नीचे जमीन सख्त होने की वजह से उन्हें गहरी चोट लगी।
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साथियों ने उनके परिजनों को सूचना दी। माैके पर पहुंचे परिजन उन्हें नगर स्थित एक निजी अस्पताल ले गए, वहां इलाज के दौरान देर शाम उनकी मौत हो गई। अस्पताल प्रशासन की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
बुधवार को पोस्टमार्टम के बाद शव घर पहुंचा तो चीखपुकार मच गई। गांव के ही श्मशानघाट में उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। धर्मेंद्र अपने पीछे पत्नी ज्योति गंगवार, चार वर्षीय बेटी प्रज्ञा और ढाई वर्षीय बेटे हिमांशु को छोड़ गए हैं। कोतवाल धनंजय सिंह ने बताया कि अस्पताल से आए मेमो के आधार पर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया था। परिजनों की ओर से कोई तहरीर नहीं दी गई है।